बदहजमी/अम्ल/गैस
कारण
- खा
- चिंता ( anxiety )
- लगातार व्रत
- मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
- पीड़ा निरोधक एंटीबायोटिक्स ( antibiotics ) अम्लता ( खट्टापन ) का कारण बन सकते हैं
लक्षण
- ऊपरी आमाशय में आकुलता ( बेचैनी )
- आमाशय पीड़ा और परिपूर्णता की मनोवृत्ति
- उल्टी
- मतली के एपिसोड
- स्वेलिंग की अनुभूति
Name | Baidyanath Agnivardhak Vati (30g) |
---|---|
Other Names | Agnivardhak Bati |
Brand | Baidyanath |
MRP | ₹ 165 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु |
Sizes | 30 ग्राम |
Prescription Required | No |
Length | 3.5 सेंटिमीटर |
Width | 3.5 सेंटिमीटर |
Height | 8.5 सेंटिमीटर |
Weight | 45 ग्राम |
Diseases | बदहजमी/अम्ल/गैस |
You might also like:
अग्निवर्धक वटी के बारे में
बैद्यनाथ हिमालय की तलहटी से एकत्रित विरला ( rare ) जड़ी-बूटियों के साथ 100% नेचुरल और सुरक्षित प्रोडक्ट्स की एक समूह है। हर एक उत्पाद ( product ) समर्पित अनुसंधान के बरसों के साथ सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेद ( ayurveda ) को जोड़ता है। गठन के हर एक पड़ाव में उन्नत फार्मास्युटिकल प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग के साधन से बैच से बैच प्रदर्शन और पूर्ण शुद्धता और सुरक्षा का आश्वासन दिया जाता है। हर्बल सेहत देखरेख प्रोडक्ट्स के डिजाइन, गठन और विपणन के लिए आईएसओ 9001: 2000 प्रमाणन प्रोवाइड किया गया। बैद्यनाथ आधुनिक विज्ञान के उपकरणों का इस्तेमाल फार्मास्युटिकल-श्रेणी आयुर्वेद ( ayurveda ) और यूनानी प्रोडक्ट्स को बनाने के लिए करता है। आज, इन प्रोडक्ट्स को ट्रीटमेंट ( treatment ) बिरादरी के साथ स्वीकृति मिली है और वैश्विक बाजारों में उपभोक्ताओं की सेहत और निजी देखरेख की जरूरतों को पूरा करते हैं।
अग्निवर्धक वटी एक आयुर्वेदिक दवा है। यह दवा हाज़मा कमजोरी, भूख न लगना, बदहजमी आदि के ट्रीटमेंट ( treatment ) में सहायक है। अग्निवर्धक का शाब्दिक मतलब अग्नि को बढ़ाने वाला है। यहां अग्नि का मतलब है, बॉडी ( body ) के भीतर रहने वाली शक्ति जो हाज़मा बनाती है। यह एक तत्त्व के दूसरे तत्त्व या चयापचय में परिवर्तन के लिए उत्तरदायी है। अग्नि पित्त के भीतर समाहित है और इसमें हाज़मा क्रिया, इंद्रिय बोध, कोशिकीय चयापचय और दिमाग़ी आत्मसात शामिल हैं। यह नित्य भूख, स्वाद ( taste ), हाज़मा, चयापचय, आत्मसात और समावेश के लिए भी उत्तरदायी है। अच्छा हाज़मा के लिए यह औषधि इस बल को अच्छा बनाती है।
अग्निवर्धक वटी की मटेरियल
- Kala namak
- Nausadar
- गोल मिर्ची
- Aak ke phul ki laung
अग्निवर्धक वाटिक के प्रमुख उपयोग
- अग्निवर्धन वटी नेचुरल प्रोडक्ट्स का एक स्वादिष्ट ( delicious ) सम्मिश्रण है जो हाज़मा को उत्तेजित ( excited ) करता है। बढ़िया हाज़मा अच्छी भूख और आत्मसात करने की कुंजी है। इस टैबलेट ( tablet ) को चबाने से मुँह का स्वाद ( taste ) बढ़िया हो जाता है। यह औषधि बुरा हाज़मा, कम भूख, स्वेलिंग, कोष्ठबद्धता ( constipation ), डकार ( belching ) और इसी तरह की परिस्थितियों के लिए ली जा सकती है।
- आमाशय पीड़ा के लिए इस औषधि की 2 टैबलेट ( tablet ) उष्ण जल के साथ लेने से फ़ौरन आराम मिलता है।
- क्रोनिक बदहजमी के लिए, यह औषधि एक बढ़िया इलाज है।
अग्निवर्धक वाटिक की डोज़
1 - 2 टेबलेट्स ( tablets ) (125 - 250 मिलीग्राम ( mg )) दिन में एक या दो बार आहार ( food ) के बाद, या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार।
अग्निवर्धक वटी की सतर्कता
- इस उत्पाद ( product ) में वजनी धातु मटेरियल है। इसलिए इसे औषधीय निगरानी में सख्ती से उपयोग किया जाना चाहिए।
- आकस्मिक ज्यादा मात्रा ( quantity ) में जहरीला प्रभाव ( effect ) हो सकता है।
- इसमें मटेरियल के रूप में क्षार होता है। इसलिए, लंबे अवधि ( समय ) तक इस्तेमाल करने पर, यह वीर्य की क्वालिटी और मात्रा ( quantity ) में अभाव का कारण बन सकता है।
- प्रेग्नेंसी ( pregnency ), स्तनपान ( breastfeeding ) और शिशुओं में इससे बचना चाहिए।
- हाई डोज़ गैस्ट्र्रिटिस बुरा कर सकता है।
- हाई बी.पी. वाले लोगों को यह औषधि एहतियात से लेनी चाहिए, क्योंकि इसमें लवण होता है।
- औषधि को 4 हफ्ते से ज्यादा अवधि ( समय ) तक नहीं लिया जाना चाहिए।
- ठण्डे एवं सूखी जगह पर भंडारित करें।