Baidyanath Akeek Pishti (5g)

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Baidyanath Akeek Pishti (5g)

सरदर्द और अधकपारी

कारण

  • सूर्य के कांटेक्ट में
  • तनाव
  • स्त्रियों में हार्मोनल ( hormonal ) परिवर्तन
  • निद्रा का पैटर्न है बदलाव
  • फैमिली के हिस्ट्री
  • पर्यावरणीय स्थितिओं में परिवर्तन
  • रहन-सहन में बदलाव
  • मसालों से भरा/जंक फूड का ज्यादा सेवन और मदिरा का सेवन

लक्षण

  • धुंधली नजर के साथ उल्टी और मतली
  • माथे या मस्तिष्क के प्रदेश में आंशिक पीड़ा
  • भूख में अभाव
  • आमाशय बुरा
  • निर्बलता के साथ गर्दन ( neck ) में अकड़न
  • शोर, ध्वनि और स्मेल के प्रति संवेदनशीलता ( sensitivity )
  • सुन्नता ( numbness ) के साथ सरदर्द और काम करने की चाह न होना

NameBaidyanath Akeek Pishti (5g)
BrandBaidyanath
MRP₹ 68
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), Bhasm & Pishti
Sizes5जी, 10 ग्राम
Prescription RequiredNo
Length3.4 सेंटिमीटर
Width3.4 सेंटिमीटर
Height6.5 सेंटिमीटर
Weight56 ग्राम
Diseasesसरदर्द और अधकपारी

अकीक पिष्टी के बारे में

अकीक पिष्टी गोली ( tablet ) या पाउडर के रूप में एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका इस्तेमाल भिन्न-भिन्न हार्ट बिमारियों, कफ, हृदय की दाह आदि में किया जाता है। यह अकीक भस्म के समान है।

अकीक पिष्टी अगेट (सिलिका का खनिज) रत्न से तैयार आयुर्वेदिक दवा है। इस औषधि का इस्तेमाल भिन्न-भिन्न हार्ट रिलेटिव प्रॉब्लम्स के ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है।

आयुर्वेद ( ayurveda ) में पिष्टी को रत्नों या मिनरल्स के चूर्ण से तैयार किया जाता है। पहले रत्नों को जड़ी-बूटियों के जूस में संसाधित किया जाता है और फिर सुखाया जाता है और एक बहुत महीन पाउडर प्राप्त किया जाता है। अन्तिम दवा या पिष्टी प्राप्त करने के लिए इस महीन चूर्ण को आगे गुलाब जल में संसाधित किया जाता है। ये मेडिसिन शक्ति में ठंडी होती हैं और उन लोगों द्वारा ली जा सकती हैं जो समान मिनरल्स की भस्म को सहन नहीं कर सकते।

अकीक पिष्टी . की मटेरियल

  • अकीका चूर्ण - अगेती चूर्ण
  • केतकी ( पांडनस ओडोरैटिसिमस )
  • पांव काली मिर्च
  • केले का तना
  • एलोवेरा जूस

इशारा

  • अकिका सब के सब तरह के हार्ट विकृतियों में लाभकारी होती है।
  • अकीका बॉडी ( body ) के हाई टेंपेरेचर ( temperature ) के उपचार में मददगार है। चाहे वह ज्वर के कारण हो या हाइपरथर्मिया जैसे किसी और कारण से।
  • यह भिन्न-भिन्न तरह के आँख विकृतियों के ट्रीटमेंट ( treatment ) में अत्यंत सहायक है।
  • प्रदर में भी अकिका बहुत लाभकारी होती है।
  • भिन्न-भिन्न तरह के दिमाग़ी विकृतियों में भी अकिका लाभकारी होती है।
  • अकिका हार्ट संरचनाओं के साथ-साथ नर्व टिशू को भी शक्ति प्रोवाइड करती है।
  • यह भिन्न-भिन्न तरह के पित्त बिमारियों में बहुत सहायक पाया गया है।
  • अकिका पिष्टी हार्ट के टिशू के साथ-साथ नर्व टिशू को भी शक्ति प्रोवाइड करती है।
  • यह वात-पित्त को कम करने में भी सहायता करता है।
  • अकिका को मिरगी, पागलपन और उन्मादी अवस्था के ट्रीटमेंट ( treatment ) में लाभकारी पाया गया है।

अकीका पिष्टी की डोज़

125-250 मिलीग्राम ( mg ), दिन में एक या दो बार आहार ( food ) के बाद या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार।

पित्त डिसऑर्डर होने पर इसे मधु ( honey ) के साथ दिया जाता है।

वात इम्बैलेंस ( असंतुलन ) की स्थिति में इसे अश्वगंधा के साथ दिया जाता है

कफ और हार्ट बीमारी में यह ताजा जिंजर ( ginger ) का जूस है।

एहतियात

यह औषधि केवल सख्त औषधीय निगरानी में ही ली जानी चाहिए।

इस औषधि के साथ स्व-औषधि जोखिमभरा साबित हो सकती है।

ओवरडोज से संजीदा दुष्प्रभाव ( side effect ) हो सकते हैं।

प्रेग्नेंसी ( pregnency ), स्तनपान ( breastfeeding ) और शिशुओं में इसका बहुत एहतियात से इस्तेमाल किया जाना चाहिए, केवल तभी जब अवधारित डॉक्टर द्वारा बहुत अनिवार्य पाया गया हो।

इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।

शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें। सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।