Baidyanath Artho Tablet (50tab)

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Baidyanath Artho Tablet (50tab)

एडी का पीड़ा

कारण

  • ज्यादा भार के कारण एड़ी पर दबाव ( चाप ) पड़ता है
  • बुरा फिटिंग या घिसे-पिटे जूते पहनना
  • एड़ी में चोट
  • कैल्केनियम स्पर
  • काम करने की स्थिति जहां लंबे अवधि ( समय ) तक खड़े रहने की जरूरत होती है

लक्षण

  • एड़ी में तेज पीड़ा
  • एड़ी की स्वेलिंग के साथ चलने और खड़े होने में मुसीबत
  • एड़ी का सुन्न होना
  • एड़ी की हार्डनेस
  • ऊँची एड़ी के जूते उठाने में मुसीबत

पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा

कारण

  • पीठ ( back ) या घुटने ( knee ) में चोट
  • आमवात
  • संगठित चोटें
  • रजोनिवृत्ति
  • शिराओं का संपीड़न
  • व्यवसाय उन्मुख: निरन्तर खड़े रहना या बैठना

लक्षण

  • बैठने/काम करने/चलने के दौरान पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) में तेज पीड़ा
  • स्थिति बदलने में मुसीबत
  • पीठ ( back ) में भारीपन
  • टांगों में सुन्नपन
  • सोने की गलत पोजीशन

आमवात और आमवात

कारण

  • पुष्टिकारक तत्वों की अभाव (कैल्शियम। विटामिन ( vitamin ) डी)
  • रजोनिवृत्ति
  • आयु बढ़ने
  • ज्यादा भार
  • आमवात का पारिवारिक हिस्ट्री

लक्षण

  • जॉइंट्स के पीड़ा के साथ थकान
  • जॉइंट्स की लालिमा और स्वेलिंग
  • जॉइंट्स का अकड़ना
  • कठिन चलना
  • मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता

NameBaidyanath Artho Tablet (50tab)
BrandBaidyanath
MRP₹ 160
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), औषधियां
Sizes50टैब
Prescription RequiredNo
Length5.2 सेंटिमीटर
Width4.9 सेंटिमीटर
Height9.2 सेंटिमीटर
Weight64 ग्राम
Diseasesएडी का पीड़ा, पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा, आमवात और आमवात

 

सुदर्शन घनवती के बारे में

उंझा एक अंतरराष्ट्रीय आयुर्वेदिक औषधि गठन संयंत्र है, जिसमें बड़ी गिनती में उत्पाद ( product ) हैं। इसने इंडियन और संसार दोनों बाजारों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। इसके श्रेय के अनेक भेद हैं। उंझा ने दशकों के शोध और लंबे स्टडी के साधन से बहुत बढ़िया उत्पाद ( product ) तैयार किए हैं। उत्पादित मेडिसिन स्पेशल रूप से एक ऑर्गनिक पैटर्न में उत्पादित जड़ी-बूटियों से बनाई जाती हैं। जड़ी-बूटियों का उत्पत्ति जीएमपी के अनुरूप ( accordingly ) किया जाता है। हर्बल सेहत देखरेख प्रोडक्ट्स के डिजाइन, गठन और विपणन के लिए आईएसओ 9001: 2000 प्रमाणन प्रोवाइड किया गया। उंझा फार्मास्युटिकल-श्रेणी आयुर्वेद ( ayurveda ) और यूनानी उत्पाद ( product ) बनाने के लिए आधुनिक विज्ञान के उपकरणों का इस्तेमाल करता है। आज, इन प्रोडक्ट्स को ट्रीटमेंट ( treatment ) बिरादरी के साथ स्वीकृति मिली है और दुनिया भर में उपभोक्ताओं की सेहत और निजी देखरेख की जरूरतों को पूरा करते हैं। सुदर्शन घन वटी शास्त्रीय आयुर्वेदिक औषधि है जिसका इस्तेमाल ज्वर के उपचार के लिए किया जाता है। यह औषधि शीत, कफ, एलर्जी ( allergy ) और भूख न लगना के उपचार में भी सहायक है। पाइरेक्सिया के लिए एक नियत इलाज, सुदर्शन में 53 कड़वे मूल तत्व होते हैं, स्वेरटिया चिराता प्रमुख जड़ी बूटी है। सुदर्शन में ज्वर से जुड़े लक्षणों जैसे बदहजमी, एनोरेक्सिया थकान और उल्टी को भी खतरे में डालने की योग्यता है। पूरे पौधे का इस्तेमाल मेडिसिनल रूप से किया जाता है लेकिन जड़ एक्टिव सिद्धांतों में समृद्ध है। यह कड़वा होता है। आयुर्वेद ( ayurveda ) में इसका इस्तेमाल लंबे अवधि ( समय ) से कड़वे टॉनिक, कृमिनाशक और ज्वरनाशक के रूप में किया जाता रहा है।

Ingredients of sudarshan Ghan Vati

  • त्रिफला
  • Haridra
  • Daruharidra
  • Kantakari
  • ब्राति
  • Karcura
  • सुन्थी
  • मारीच
  • Pippali
  • शहतूत
  • Guduchi
  • Dhanvayasa
  • कटुका
  • Parpata
  • काला
  • Trayamanag
  • Hrivera
  • निम्बा (छल)
  • पुस्करा
  • यास्तिक
  • उल्लेख
  • यवानी
  • एक बार फिर
  • Bharangi
  • सिग्रु
  • Saurastri
  • गाय
  • Tvak
  • पद्मक
  • श्वेतकंदन
  • एक्टिविसा
  • बाला
  • सालापर्णी
  • स्तनपान ( breastfeeding )
  • विदांग
  • Tagara
  • Chitraka
  • देवदरु
  • Cavya
  • पटोला
  • लवंगा
  • वामसा
  • कमला
  • अश्वगंधा
  • Tejapatra
  • Jatiphala
  • Sthauneya
  • Vidarikand
  • kiratatikta

Indications of Sudarshan Ghan Vati

  • सब के सब तरह का ज्वर
  • शीत, कफ, एलर्जी ( allergy )
  • दमा, जीर्ण श्वसन ( respiration ) इनफ़ेक्शन, कंठनली में इनफ़ेक्शन
  • बदहजमी, भूख में अभाव
  • उल्टी

Dosage of sudarshan Ghan Vati

1-2 टैबलेट ( tablet ) दिन में दो बार आहार ( food ) के बाद जल के साथ या डॉक्टर के निर्देशानुसार।

Precautions Sudarshan Ghan Vati

  • इस औषधि का उपयोग औषधीय निगरानी में ही करें।
  • ज्यादा डोज़ से आमाशय में हल्की दाह हो सकती है।
  • शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
  • ठंडी, सूखी जगह पर रखें।