Baidyanath Ayurvedant Ashwagandha Tablets (60tab)

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Baidyanath Ayurvedant Ashwagandha Tablets (60tab)
NameBaidyanath Ayurvedant Ashwagandha Tablets (60tab)
BrandBaidyanath Ayurvedant
MRP₹ 160
Categoryलैंगिक ( genital ) कल्याण, लैंगिक ( genital ) अनुपूरक
Sizes60tab
Prescription RequiredNo
Length5 सेंटिमीटर
Width5 सेंटिमीटर
Height9 सेंटिमीटर
Weight48 ग्राम

 

आयुर्वेदिक अश्वगंधा गोली ( tablet ) के बारे में

अश्वगंधा को बार बार इसके कायाकल्प गुणों के कारण "इंडियन जिनसेंग" कहा जाता है। नर्व तंत्र, अंतःस्रावी ग्रंथियों और इम्युनिटी पद्धति के बीच एक नीरोग बैलेंस बनाए रखने में सहायता करता है, इस तरह बॉडी ( body ) पर चिरकालीन तनाव के हानिकर परिणामों को कम करता है। परंपरागत रूप से एक कामोद्दीपक के रूप में जाना जाता है। इसका इस्तेमाल शुक्रक्षय या नपुंसकता के ट्रीटमेंट ( treatment ) में और वात बीमारी के प्रबंधन के लिए भी किया जाता है।

आयुर्वेदिक अश्वगंधा टैबलेट की मटेरियल

अश्वगंधा एक पौधा है। अश्वगंधा नाम संस्कृत भाषा से है और अश्व शब्द ( word ) का एक सम्मिश्रण है, जिसका मतलब है घोड़ा, और स्मेल, जिसका मतलब स्मेल है। जड़ में एक तेज सुगंध होती है जिसे "घोड़े की तरह" के रूप में वर्णित किया गया है। परंपरागत रूप से, यह माना जाता है कि जो आदमी इस हर्बल औषधि का सेवन करता है, उसे घोड़े जैसी शक्ति और जीवन शक्ति प्राप्त होती है। इसे विथानिया सोम्निफेरा (लैटिन नाम), इंडियन जिनसेंग या सर्दी चेरी भी कहा जाता है। आयुर्वेदिक, इंडियन और यूनानी ट्रीटमेंट ( treatment ) में, अश्वगंधा को "इंडियन जिनसेंग" के रूप में वर्णित किया गया है। अश्वगंधा का इस्तेमाल पारंपरिक अफ्रीकी ट्रीटमेंट ( treatment ) में भिन्न-भिन्न तरह की रोगों के लिए भी किया जाता है। मेडिसिनल प्रयोजनों के लिए सहायक प्रमुख भाग जड़ और बेरी हैं। अश्वगंधा तनावग्रस्त मन और तंत्रिकाओं को शांत और शांत करता है। यह नर्व थकावट ( exhaustion ), ब्रेन की थकान, स्मरणशक्ति नुक्सान और मांसपेशियों ( muscles ) की एनर्जी की नुक्सान से आराम देता है। यह तनाव, चिंता ( anxiety ) और डिप्रेशन में बढ़े हुए सहानुभूति स्वर को साधारण करने में सहायता करता है। अश्वगंधा समशीतोष्ण जलवायु में बढ़ता है। यह पश्चिमी भारत और हिमालयी क्षेत्रों में 5000 फीट की ऊंचाई तक बढ़ता है। अश्वगंधा के तने करीब-करीब 3 से 4 फीट ऊंचे होते हैं। एक पौधा 4 से 5 वर्ष तक जीवित रहता है। पत्ते कटोरे के आकृति के, स्मॉल और बिना कांटों के होते हैं। यह बड़े पेड़ों और तालाबों के नजदीक 12 माह तक हरा रहता है। अश्वगंधा के तने में फाइबर जैसी बनावट होती है। पत्तियां अंडाकार आकृति की, 2 से 4 इंच लंबी और फाइबर युक्त होती हैं। फूल तनों के बुनियाद पर खिलते हैं, स्मॉल होते हैं, चिमनी के आकृति के साथ कुछ लंबे और पीले हरे कलर के होते हैं। फूल पत्तियों के बुनियाद से खिलते हैं और पोंछने पर लाल हो जाते हैं। बीज स्मॉल, हृदय के आकृति के, चिकने और चपटे होते हैं। जड़ें खुरदरी, भीतर से श्वेत, ताकतवर, पारदर्शी, मोटी और एक से डेढ़ फीट लंबी होती हैं। बीजों को बरसात के ऋतु में बोया जाता है और वसंत के ऋतु में काटा जाता है। अश्वगंधा एक जड़ी बूटी है जिसे प्रथम श्रेणी के एडाप्टोजेनिक टॉनिक के रूप में माना जाता है। दुनिया की सबसे बड़ी हर्बल ट्रीटमेंट ( treatment ) प्रणालियों में से एक, एक जड़ी बूटी जो दुनिया के सबसे प्रसिद्ध हर्बल टॉनिक से अनुकूल रूप से तुलना ( comparison ) कर सकती है। अश्वगंधा, आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट ( treatment ) पद्धति में सबसे मूल्यवान जड़ी-बूटियों में से एक है, जो 3,000 से ज्यादा बरसों से भी क्रोनिक है। अश्वगंधा, जिसे "सर्दी चेरी" के रूप में भी जाना जाता है, दैहिक चेष्टा को बनाए रखने के लिए बॉडी ( body ) की योग्यता में इम्प्रूवमेंट करता है और बॉडी ( body ) को भिन्न-भिन्न तरह के तनावों के अनुकूल बनाने में सहायता करता है। संभवतया अनेक टॉनिक और सूत्रों में उपयोग किया जाने वाला सबसे प्रसिद्ध आयुर्वेदिक कायाकल्प वनस्पति, अश्वगंधा एक कायाकल्प है जो अधिवृक्क और रिप्रोडक्शन पद्धति के सही काम का समर्थन ( support ) करते हुए टिशू, स्पेशल रूप से मांसपेशियों ( muscles ) और अस्थियों के सही आहार-पोषण को बनाए रखने में सहायता करता है। आधुनिक शोध में अनेक तरह पाए गए हैं अश्वगंधा में उपस्थित अल्कलॉइड जिनमें से सोम्निफरिन और विथेनिओल इसके अनेक कार्यों के लिए उत्तरदायी हैं। पौधे की जड़ों में एल्कलॉइड, विथेनोलाइड्स और अनेक ग्लाइकोसाइड होने की इनफार्मेशन ( information ) मिली है। पिछले कुछ बरसों में अनेक अध्ययनों में देखा गया है कि क्या अश्वगंधा में एंटी-इंफ्लेमेटरी ( inflammatory ), एंटी-स्ट्रेस, एंटीऑक्सिडेंट, माइंड-बूस्टिंग, इम्यून-एन्हांसिंग और कायाकल्प गुण हैं। ऐतिहासिक रूप से अश्वगंधा की जड़ में भी सेक्स बढ़ाने वाले गुण पाए गए हैं।

आयुर्वेदिक अश्वगंधा गोलियों के इशारा

  • एक साधारण टॉनिक के रूप में।
  • एक कायाकल्पकर्ता के रूप में
  • जैसे-जैसे स्तनपान ( breastfeeding ) बढ़ता है
  • वतनशाकी के रूप में
  • जॉइंट्स के पीड़ा में
  • ब्लड शोधक के रूप में काम करें
  • साधारण कमज़ोरी
  • उन्निद्रता
  • वृद्धावस्था कारकों में मददगार के रूप में।

अश्वगंधा गोली ( tablet ) की डोज़

हर एक कैप्सूल में शामिल हैं: अश्वगंधा (विथानिया सोम्निफेरा) जड़ का अर्क - 250 मिलीग्राम। इस्तेमाल के लिए डोज़ / सूचना: गोली ( tablet ): 1-2 गोली ( tablet ) दिन में दो बार आहार ( food ) के बाद

आयुर्वेदिक अश्वगंधा गोली ( tablet ) के लिए सतर्कता

1. शिशुओं से दूर रहें।

2. ठंडी सूखी जगह पर स्टोर ( store ) करें।

3. सीधी धूप से दूर रहें।

4. ज्यादा डोज़ न लें।

5. प्रेग्नेंसी ( pregnency ) और स्तनपान ( breastfeeding ) के केस में डॉक्टर से सलाह लें।