Baidyanath Balamrit (200ml)

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Baidyanath Balamrit (200ml)

रक्त की अभाव

कारण

  • आयरन की पुष्टिकारक तत्वों की अभाव
  • आयरन का बुरा समावेश
  • वजनी औषधि पर आदमी
  • माहवार धर्म और बहुत ब्लीडिंग डिसऑर्डर
  • खून की कमी का पारिवारिक हिस्ट्री

लक्षण

  • निर्बलता और सुस्ती महसूस होना
  • हीमोग्लोबिन ( hemoglobin ) का निम्न स्तर
  • भूख में अभाव
  • बालों ( hair ) का झड़ना
  • पीलापन और भंगुर नाखून ( nails )
  • सरलता से थक जाता है
  • सहनशक्ति की अभाव
  • अनियमित ( irregular ) हृदय की हार्टबीट के साथ सरदर्द

NameBaidyanath Balamrit (200ml)
BrandBaidyanath
MRP₹ 105
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), आसव अरिष्ट और कढाई
Sizes200
Prescription RequiredNo
Length5 सेंटिमीटर
Width5 सेंटिमीटर
Height15 सेंटिमीटर
Weight294 ग्राम
Diseasesरक्त की अभाव

बालामृत के बारे में

बालामृत सिरप में मुलेठी, अतीस, काकरासृंगी, नागरमोथा, अनंतमूल, वैविदंग, हरीतकी, अजोवैन, वाच और चूर्णोदक जैसे नेचुरल अवयवों की अच्छाई होती है। ये पुष्टिकारक आयुर्वेदिक मूल तत्व हैं जो शिशुओं में अस्थियों और मांसपेशियों ( muscles ) का ठीक से उन्नति निश्चित रूप से करते हैं। नेचुरल अवयवों के कारण, इस सिरप का इस्तेमाल शिशुओं में बदहजमी के उपचार के लिए भी किया जा सकता है।

बैद्यनाथ बालामृत सिरप शिशुओं को नीरोग रखने और कफ और शीत को उन्नति में बाधा डालने से रोकने के लिए तैयार किया गया है। नेचुरल विटामिन ( vitamin ) और कैल्शियम ( calcium ) से ज्यादा, वे भूख को उत्तेजित ( excited ) करते हैं, ताकतवर अस्थियों और मांसपेशियों ( muscles ) का गठन करते हैं और शिशुओं के समस्त उन्नति में इम्प्रूवमेंट करते हैं।

Ingredients of Baidyanath Balamrit

  • मुलेथिस
  • अतीस
  • काकरा सिंग
  • Nagarmotha
  • अनंतमूल
  • बैविदांग
  • हरीतकी
  • अजवायन
  • टीका
  • Hurnodak
  • शुगर

Indications for use of Baidyanath Balamrit

  • भूख में अभाव
  • खट्टी ( sour ) डकार ( belching )
  • आमाशय फूलना
  • आमाशय में पीड़ा
  • आमाशय में भारीपन
  • बुरा दैहिक वृद्धि

इलाज इस्तेमाल

  • कफ
  • शिशुओं में आमाशय की प्रॉब्लम ( problem )
  • एनर्जी प्रोवाइड करता है
  • बढ़ते शिशुओं के लिए कैल्शियम।

Dosage of Baidyanath Balamrit

  • 1 वर्ष तक : 1-5 मिली दिन में दो से तीन बार।
  • 5 वर्ष से ऊपर : 5-10 मिली दिन में दो से तीन बार