Name | Baidyanath Pradarantak Ras (80tab) |
---|---|
Brand | Baidyanath |
MRP | ₹ 195 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), रास और सिंदूर |
Sizes | 40टैब, 80tab |
Prescription Required | No |
Length | 3.7 सेंटिमीटर |
Width | 3.7 सेंटिमीटर |
Height | 7.6 सेंटिमीटर |
Weight | 38 ग्राम |
You might also like:
प्रदरांतक रासी के बारे में
प्रदारंतक जूस एक जड़ी-बूटी युक्त आयुर्वेदिक दवा है, जिसका संदर्भ भैषज्य रत्नावली, स्त्री-रोगाधिकार से लिया गया है। यह एक रास आषाढ़ी है। आयुर्वेद ( ayurveda ) में बुध को जूस के रूप में जाना जाता है और शुद्ध ( pure ) पारा, शुद्ध ( pure ) सल्फर, भस्म आदि का इस्तेमाल करके तैयार की जाने वाली औषधियों को जूस दवा (मर्क्यूरियल तैयारी) के नाम से जाना जाता है।
पारा, पारद, जूस या पारा एक वजनी धातु है जो कमरे के टेंपेरेचर ( temperature ) पर द्रव रहती है। इसका इस्तेमाल आयुर्वेद ( ayurveda ) में शास्त्रीय आयुर्वेदिक ग्रंथों के अनुरूप ( accordingly ) सही विषहरण के बाद ही किया जाता है। पारद अपने शक्तिशाली मेडिसिनल गुणों के कारण अनेक औषधियों का घटक है। यह वात, पित्त और कफ, बलगम को बैलेंस्ड करता है। जूस दवा (पारद युक्त दवा) तेज काम करने वाली होती है। वे पूरे बॉडी ( body ) का आहार-पोषण करते हैं और इसमें टॉनिक, कामोद्दीपक, कायाकल्प करने वाला, बुढ़ापा रोधी, ज़ख्म भरने वाला और रोगाणुरोधी प्रभाव ( effect ) होता है। पारद के योगवाही गुण के कारण और मेडिसिनल अवयवों के साथ पारा का सम्मिश्रण औषधि की इलाज प्रभावकारिता को बढ़ाता है। यह वात और पित्त बीमारी को बैलेंस्ड करता है।
यह औषधि स्त्री बीमारी रिलेटिव विकृतियों, प्रादार के लिए संकेतित है।
प्रदरेंटक जूस में शुद्ध ( pure ) पारा और सल्फर और चांदी, वांग, लोहा, कौड़ी और खरपारा की भस्म होती है। इसे एलोवेरा जूस में संसाधित किया जाता है। यहां इस औषधि के बारे में ज्यादा जानकारी दी गई है, जैसे कि फायदा, इशारा / इलाज इस्तेमाल, संरचना और खुराक।
Ingredients of Pradarantak Ras
- शुद्ध ( pure ) पाराद
- Shuddha Gandhaka
- शुद्ध ( pure ) वंगा भस्म:
- रूप्यक / रजत भस्म:
- Kharpara bhasma
- Kapardika bhasma
- लौह चूर्ण भस्म
प्रदरांतक जूस के फायदा
- यह स्त्री विकृतियों और खून की कमी से रिलेटेड है।
- यह गर्भाशय और अंडाशय को ताकत देता है।
- यह वजाइना से असाधारण निर्वहन, कम भूख, हाज़मा डिसऑर्डर, कम ज्वर, निर्बलता, चिड़चिड़ाहट और वजाइना, पीठ ( back ) के निम्न हिस्से और श्रोणि में पीड़ा में आराम देता है।
Indications of Pradarantak Ras
- इस औषधि का इस्तेमाल प्रदार बीमारी के लिए किया जाता है।
- मेनोरेजिया
- मेटोरहागिया
- वजनी माहवार धर्म ब्लीडिंग
- रजोनिवृत्ति
- डिम्बग्रंथि पुटी
- रेशेदार
Dosage of Pradarantak Ras
एक या दो टैब, दिन में एक या दो बार, आहार ( food ) से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार। इसे मधु ( honey ) और घी के साथ लेने की परामर्श दी जाती है।
Precautions of Pradarantak Ras
- इस औषधि के साथ स्व-औषधि जोखिमभरा साबित हो सकती है, क्योंकि इसमें वजनी धातु मटेरियल होती है।
- इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
- ज्यादा डोज़ से संजीदा जहरीला प्रभाव ( effect ) हो सकता है।
- प्रेग्नेंसी ( pregnency ), स्तनपान ( breastfeeding ) और शिशुओं में इससे बचना सबसे बढ़िया है।
- शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
- सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।