फ्लू ( flu ) और ज्वर
कारण
- विषाणु इनफ़ेक्शन
- बैक्टीरिया इनफ़ेक्शन
- यकायक ठंडी सूखा हवाओं के कांटेक्ट में आना
- कम इम्युनिटी
लक्षण
- बॉडी ( body ) में पीड़ा और शीत लगना
- बहुत थकान/निर्बलता
- भूख में अभाव
- घुमेरी ( dizziness ) आना
- मांसपेशियों ( muscles ) और जॉइंट्स का पीड़ा
- कफ, बलगम के साथ कफ
- कंठनली में खरास
- सरदर्द
आमवात और आमवात
कारण
- पुष्टिकारक तत्वों की अभाव (कैल्शियम। विटामिन ( vitamin ) डी)
- रजोनिवृत्ति
- आयु बढ़ने
- ज्यादा भार
- आमवात का पारिवारिक हिस्ट्री
लक्षण
- जॉइंट्स के पीड़ा के साथ थकान
- जॉइंट्स की लालिमा और स्वेलिंग
- जॉइंट्स का अकड़ना
- कठिन चलना
- मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता
Name | Baidyanath Ramban Ras (80tab) |
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Brand | Baidyanath |
MRP | ₹ 104 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), रास और सिंदूर |
Sizes | 80tab |
Prescription Required | No |
Length | 3.7 सेंटिमीटर |
Width | 3.7 सेंटिमीटर |
Height | 7.6 सेंटिमीटर |
Weight | 38 ग्राम |
Diseases | फ्लू ( flu ) और ज्वर, आमवात और आमवात |
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रामबन रासु के बारे में
रामबाण जूस हर्बल धातुई आयुर्वेदिक दवा है। इस दवा में शुद्ध ( pure ) पारा, शुद्ध ( pure ) गंधक, शुद्ध ( pure ) वत्सनाभ समान मात्रा ( quantity ) में होता है। इस औषधि के हर्बल घटक लौंग, काली मिर्च और जायफल हैं।
रामबन रास सबसे पहले कज्जली (शोधित पारद और शोधित गंधक मिलाकर) बनाकर तैयार किया जाता है। कज्जली में शुद्ध ( pure ) वास्तुनाभ, लौंग, काली मिर्च और जायफल मिलाकर एक महीन मिश्रण ( mixture ) बनाया जाता है। रामबन जूस दवा प्राप्त करने के लिए इसे टिंटिडक काढ़े या जूस में आगे संसाधित किया जाता है। रामबन जूस आयुर्वेदिक पाठ भैषज्य रत्नावली से संदर्भित है। यह दवा हाज़मा तंत्र से रिलेटेड अनेक बिमारियों में सहायक है। यह स्वेलिंग, आमाशय पीड़ा, उल्टी, कोष्ठबद्धता ( constipation ), बुरा हाज़मा आदि के उपचार के लिए एक प्रभावशाली औषधि है।
रामबन रसो की मटेरियल
- Shudh (purified) Parad
- Shudh Gandhak
- Shudh Vatsanabh
- लवांगी
- मारीच
- Jatiphal
- Processed in Tintidak Swaras or Kwaath
रामबन रसो के इशारा
- हाज़मा डिसऑर्डर, आईबीएस
- डायरिया, पेचिश
- जीर्ण आमवात, गाउट
- केमिकल/टॉनिक, मूत्रवर्धक, पेशाब बढ़ाने वाला, पसीने का कारण बनता है
- हाज़मा और आत्मसात में इम्प्रूवमेंट करता है
- ख़राब हुआ हाज़मा में सहायक
रामबन रसो की डोज़
- एक से दो टेबलेट्स ( tablets ), दिन में एक या दो बार, आहार ( food ) से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार। इसे मधु ( honey ) और घी या मिल्क के साथ लेने की परामर्श दी जाती है।
रामबन रसो की सतर्कता
- इस औषधि के साथ स्व-औषधि की परामर्श नहीं दी जाती है।
- इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
- शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
- सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।
- इस औषधि में वजनी धातु होती है इसलिए इसका इस्तेमाल डायबिटीज, एचटीएन और सीकेडी में एहतियात के साथ किया जाना चाहिए