Name | बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) बाल्यम चूर्ण (100 ग्राम) |
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Brand | बुनियादी आयुर्वेद ( ayurveda ) |
MRP | ₹ 180 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), चूर्ण, अवलेहा और पाकी |
Sizes | 100 ग्राम |
Prescription Required | No |
Length | 0 सेंटिमीटर |
Width | 0 सेंटिमीटर |
Height | 0 सेंटिमीटर |
Weight | 0 ग्राम |
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बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) बाल्यम चूर्ण के बारे में
मूल आयुर्वेद ( ayurveda ) बाल्यम चूर्ण में श्वेत मुसली, सलाम मिश्री, तारंकांत, छोटी इलायची के बीज, कतीरा, समल मुसली, इसबगोल और मिश्री शामिल हैं। यह एक ऐसा फार्मूला है जिसमें नेचुरल हर्बल एंटीऑक्सीडेंट होता है जो बॉडी ( body ) की प्रतिरोधक योग्यता को बढ़ाने में सहायता करता है। यह दैहिक के साथ-साथ लैंगिक ( genital ) क्षमताओं में भी इम्प्रूवमेंट करता है।
बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) बाल्यम चूर्ण की मटेरियल (रचना)
बालारिष्टम में प्रमुख मटेरियल बाला (सिडा कॉर्डिफोलिया) है। इसकी मटेरियल की एक सूची इस तरह है:
- Safed musli.
- सलाम मिश्री।
- Tarankant.
- Choti elaichi ke beej.
- कतीरा।
- समेल मुस्ली.
- इसबगोल।
- मिश्री
बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) बाल्यम चूर्ण के फायदा / इस्तेमाल
- यह लैंगिक ( genital ) योग्यता और कामोद्दीपक क्रिया में इम्प्रूवमेंट करता है।
- यह नीरोग इम्युनिटी पद्धति का समर्थन ( support ) करता है।
- यह विषाक्त पदार्थों के उन्मूलन को प्रोत्साहन देता है।
- यह लैंगिक ( genital ) कमजोरी, साधारण कमजोरी और नर्व थकावट ( exhaustion ) में सहायता करने के लिए जाना जाता है।
- यह लाल ब्लड कोशिका ( cell ) और सेलुलर पुनर्जनन के उत्पत्ति को बढ़ाता है।
- यह मांसपेशियों ( muscles ) की एनर्जी में इम्प्रूवमेंट करता है।
बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) बाल्यम चूर्ण की डोज़
- आहार ( food ) के बाद या डॉक्टर के निर्देशानुसार 1-2 चम्मच ( spoon ) दिन में दो बार हल्के गर्म जल के साथ लें।
बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) बाल्यम चूर्ण का उपयोग करते अवधि ( समय ) बरती जाने वाली सतर्कता
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
- ठण्डे एवं सूखी जगह पर भंडारित करें।
- सीधी धूप से दूर रखें।