Name | बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) एकांगवीर जूस (40 टैब) |
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Brand | बुनियादी आयुर्वेद ( ayurveda ) |
MRP | ₹ 120 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), रास और सिंदूर |
Sizes | 40टैब |
Prescription Required | No |
Length | 0 सेंटिमीटर |
Width | 0 सेंटिमीटर |
Height | 0 सेंटिमीटर |
Weight | 0 ग्राम |
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एकंगवीर रासु के बारे में
बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) एकांगवीर जूस का उपयोग चेहरे का पक्षाघात, पक्षाघात, आधासीसी, ग्रीवा स्पोंडिलोसिस, बाहु शिराओं का पीड़ा, और ऐसी और न्यूरो ( neuro )-पेशी रिलेटिव परिस्थितियों के ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है। यह वातज कटिस्नायुशूल, पार्किंसंस बीमारी में इशारा दिया गया है।
इस्तेमाल
- चेहरे का पक्षाघात
- पक्षाघात
- अर्धांगघात
- ब्रेकियल न्यूराल्जिया
घटक
- रास सिंदूर
- Sudha Gandhak
- कांत लोह भस्म |
- नाग भस्म
- ताम्र भस्म
- Abhrak Bhasma
- लोह भस्म |
- त्रिफला रसो
स्पेशल रिपोर्ट
- ब्रांड ( company )- बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda )
- उत्पाद ( product ) का नाम- एकंगवीर जूस
- आदर्श के लिए- पुरुष ( male ) और स्त्री दोनों
फायदा
- इसका इस्तेमाल फेशियल पाल्सी, पैरालिसिस, हेमिप्लेजिया, सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस, ब्रेकियल न्यूराल्जिया के ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है।
- यह पीड़ा से आराम देता है और निष्क्रिय ( inactive ) और निष्क्रिय ( inactive ) शिराओं और नर्व तंत्र को उत्तेजित ( excited ) करता है।
- यह बैक्टीरिया इनफ़ेक्शन की एक व्यापक समूह के विरुद्ध प्रभावशाली है।
- यह एक नेचुरल हार्ट टॉनिक है। यह हाज़मा शक्ति में भी इम्प्रूवमेंट करता है।
सूचना
- बेसिक एकंगवीर जूस 3 से 6 चम्मच ( spoon ) बराबर जल के साथ आहार ( food ) के बाद दो बार या डॉक्टर के निर्देशानुसार लें।
एहतियात
- इस्तेमाल करने से पहले लेबल को ध्यान से अध्ययन करें
- परामर्श डी गयी डोज़ से ज्यादा न करें
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें
- धूप से दूर, ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर ( store ) करें