Bhimseni Black Surma and Anjan kajal Combo (1Pack)

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Bhimseni Black Surma and Anjan kajal Combo (1Pack)
Nameभीमसेनी ब्लैक सुरमा और अंजन काजल कॉम्बो (1 पैक)
BrandBhimseni
MRP₹ 100
Categoryचेहरा, आई क्रीम, सीरम और मास्क, सौंदर्य और निजी देखरेख, स्किन की देखरेख
Sizes1 पैक
Prescription RequiredNo
Length4 सेंटिमीटर
Width5 सेंटिमीटर
Height6 सेंटिमीटर
Weight30 ग्राम

भीमसेनी ब्लैक सुरमा और अंजन काजल कॉम्बो

भीमसेनी ब्लैक सुरमा और अंजन काजल कॉम्बो के बारे में

1947 से काला सुरमा और अंजन (काजल) शुद्ध ( pure ) भीमसेनी कपूर से बनाया जाता है, शोधित औषधियों, जड़ी-बूटियों और आयुर्वेदिक रूप में तैयार किया जाता है। यह नेत्रश्लेष्मलाशोथ, dacryocystitis, नेत्रों की लालिमा, रतौंधी, धुंधलापन, स्वेलिंग, एक नेत्रों की स्वेलिंग, माडा, pterygium, आदि जैसी भिन्न-भिन्न नेत्रों की प्रॉब्लम्स में सहायता करता है। इसके अवयवों में बाहरी कणों से नेत्रों की सुरक्षा, मजबूती और सफाई, प्रदूषण के लिए नेचुरल विशेषताओं का इस्तेमाल किया जाता है। , और सूरज की चमक। आपकी नेत्रों को ताज़ा, शीतल, स्वच्छ, नीरोग बनाता है और उन्हें आकर्षक और सुंदर बनाता है।

भीमसेनी ब्लैक सुरमा और अंजन काजल कॉम्बो की विशेषताएं

काला सुरमा

  • कार्बनिक काजली
  • कला कलर
  • पाउडर फॉर्म
  • 12 घंटे स्मज प्रूफ
  • मात्रा ( quantity ): 1.5 ग्राम

Anjan Kajal

  • कार्बनिक काजली
  • कला कलर
  • क्रीम फॉर्म
  • 12 घंटे स्मज प्रूफ

भीमसेनी ब्लैक सुरमा और अंजन काजल कॉम्बो के लाभ

  • नेत्रों की रोशनी बढ़ाने में सहायता करता है और प्रदूषण से बचाता है।
  • लालिमा, नक़्क़ाशी, आँख का फड़कना, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, ग्लूकोमा, रतौंधी आदि के केस में सहायता करता है।

भीमसेनी ब्लैक सुरमा और अंजन काजल कॉम्बो का इस्तेमाल कैसे करें

Anjan Kajal

  • 1 ग्राम सिद्धयोग (भीमसेनी अंजन) की मात्रा ( quantity ) वयस्कों को 80 से 100 बार और शिशुओं (बच्चों) को 150 से 200 बार या बीमारी के अनुरूप ( accordingly ) लगाना चाहिए।

काला सुरमा

  • सुई में डूबने के बाद इसे हल्के हाथों से नेत्रों पर लगाएं। प्रातः-संध्या दो-दो ट्विस्ट लगाएं।

भीमसेनी ब्लैक सूरमा और अंजन काजल कॉम्बो की सतर्कता

  • औषधि के लिए अर्जी करने के लिए साफ उंगलियों का उपयोग करें।
  • किसी भी तरह के आँख बीमारी के लिए प्रातः और रात्रि को सोते अवधि ( समय ) उपयोग करें।
  • नीरोग आँख में रात्रि को सोते अवधि ( समय ) ही उपयोग करें।