एलर्जी ( allergy ) रिनिथिस
कारण
- वसंत और पतझड़ के ऋतु में मौसमी एलर्जी ( allergy )
- पराग की तरह बाहरी एलर्जेंस
- दमा या एटोपिक एक्जिमा या दाद होने से आपका ख़तरा बढ़ जाता है
- सिगरेट के धुएं के केमिकल
- शीतल टेंपेरेचर ( temperature ) आर्द्र वायु
- प्रदूषण और ताकतवर इत्र स्मेल
लक्षण
- छींक ( sneeze ) आना
- बहती नाक
- बंद नाक
- बेचैन नाक
- कंठनली में खराश या खरोंच वाली खाँसी ( cough )
- नेत्रों के नीचे काले घेरे के साथ खारिश वाली जल वाली आंखें
- बार-बार सरदर्द
- बहुत थकान
फ्लू ( flu ) और ज्वर
कारण
- विषाणु इनफ़ेक्शन
- बैक्टीरिया इनफ़ेक्शन
- यकायक ठंडी सूखा हवाओं के कांटेक्ट में आना
- कम इम्युनिटी
लक्षण
- बॉडी ( body ) में पीड़ा और शीत लगना
- बहुत थकान/निर्बलता
- भूख में अभाव
- घुमेरी ( dizziness ) आना
- मांसपेशियों ( muscles ) और जॉइंट्स का पीड़ा
- कफ, बलगम के साथ कफ
- कंठनली में खरास
- सरदर्द
टॉन्सिलाइटिस और कंठनली में पीड़ा
कारण
- बैक्टीरियल ( bacterial ) और वायरल ( viral ) इनफ़ेक्शन
- ऊपरी श्वसन ( respiration ) पथ के इनफ़ेक्शन
- भीड़भाड़ के साथ साइनोसाइटिस
लक्षण
- टॉन्सिल की लालिमा के साथ कंठनली में खराश
- गर्दन ( neck ) प्रदेश में सॉफ्टनेस या पीड़ा
- आहार ( food ) गटकने ( निगलने ) में मुसीबत
- शीत लगना और कान ( ear ) में पीड़ा
- श्वेत धब्बे वाले टॉन्सिल से आवाज कर्कश हो जाती है
Name | डाबर तुलसी ( tulsi ) ड्रॉप्स (30 मिली) |
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Brand | डाबर |
MRP | ₹ 195 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), औषधियां |
Sizes | 30 मिली |
Prescription Required | No |
Length | 5 सेंटिमीटर |
Width | 5 सेंटिमीटर |
Height | 10 सेंटिमीटर |
Weight | 30 ग्राम |
Diseases | एलर्जी ( allergy ) रिनिथिस, फ्लू ( flu ) और ज्वर, टॉन्सिलाइटिस और कंठनली में पीड़ा |
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डाबर तुलसी ( tulsi ) ड्रॉप्स के बारे में
तुलसी ( tulsi ) गोली ( tablet ) एक आयुर्वेद ( ayurveda ) परिभाषा है जो भिन्न-भिन्न मुद्दों के लिए एक एंटी-टॉक्सिन के रूप में काम करती है। तुलसी ( tulsi ) एक घर में उगाया जाने वाला पौधा है जिसके अनेक पुनर्स्थापनात्मक फायदा हैं। हाई टेंपेरेचर ( temperature ), ब्रेन पीड़ा, श्वसन ( respiration ) रिलेटिव प्रॉब्लम्स, कीड़े के काटने और स्किन की प्रॉब्लम्स जैसे भिन्न-भिन्न मुद्दों को ठीक करने के लिए तुलसी ( tulsi ) की गोलियों का इस्तेमाल किया जाता है।
पवित्र तुलसी ( tulsi ), जिसे वरना "जड़ी बूटी का स्वामी" कहा जाता है! तुलसी ( tulsi ) का इस्तेमाल भारत में करीब-करीब 5000 बरसों से किया जा रहा है और यह मन, बॉडी ( body ) और आत्मा के नीरोग होने वाले गुणों के लिए प्रशंसित है। तुलसी ( tulsi ) का वैज्ञानिक नाम Ocimum Tenuiflorum है और तुलसी ( tulsi ) में इसकी अंग्रेजी अभिव्यक्ति है। तुलसी ( tulsi ) के बहुसंख्यक भाग का इस्तेमाल इसके पत्ते, बीज और सूखी जड़ें हैं। तुलसी ( tulsi ) ने मानवता के पूरे मौजूदगी में एक बड़ी योगदान निभाई है क्योंकि इसमें बड़ी गिनती में लाभ हैं और इसका इस्तेमाल किया जाता है। पौधों से प्राप्त सांद्रण का इस्तेमाल और इनफ़ेक्शन को ठीक करने के लिए किया जाता है, मिसाल के लिए, साधारण शीत, दाह, आंतों की रोग, हार्ट बीमारी और कुछ अन्य। तुलसी ( tulsi ) में अनेक लाभ होते हैं और जीवाणु के विरुद्ध, एंटी वायरल ( viral ) होते हैं। इसके मिला हुआ ट्रीटमेंट ( treatment ) गुणों के लिए आयुर्वेद ( ayurveda ) के एक जरूरी हिस्से के रूप में इसका इस्तेमाल प्रयाप्त लंबे अवधि ( समय ) से किया जाता रहा है। तुलसी ( tulsi ) को एक एडाप्टोजेनिक के रूप में देखा जाता है, जो बॉडी ( body ) में भिन्न-भिन्न प्रक्रियाओं को समायोजित करता है और बॉडी ( body ) को तनाव में समायोजित करने के लिए सशक्त बनाता है। इसकी ठोस स्मेल और कसैले स्वाद ( taste ) से पृथक, इसे आयुर्वेद ( ayurveda ) में "जीवन के मिश्रण ( mixture )" के रूप में देखा जाता है और जीवन काल को आगे बढ़ाने के लिए उल्लेखनीय है। यह इन भिन्न-भिन्न फायदों का प्रत्यक्ष ( evident ) नतीजा है कि "तुलसी ( tulsi ) इलाज पौधा" भारत में एक देवी के रूप में पूजनीय है।
डाबर तुलसी ( tulsi ) ड्रॉप्स की मटेरियल
- विष्णु-प्रिया (Ocimum गर्भगृह)
- राम तुलसी ( tulsi )
- काला तुलसी ( tulsi ) (Ocimum canum)
- Bisva Tulsi (Ocimum basilicum)
- तुलसी ( tulsi ) मीठा-नींबू (Ocimum citiodorum)
डाबर तुलसी ( tulsi ) ड्रॉप्स के इशारा
- हाई टेंपेरेचर ( temperature )
- श्वांस - पद्धति की समस्यायें
- कफ
- शीत
- कंठनली में खरास
- माइक्रोबियल इनफ़ेक्शन
- कीड़े का काटना
- ऑक्सीडेटिव तनाव
- स्वेलिंग
डाबर तुलसी ( tulsi ) ड्रॉप्स के लाभ
- एक Adaptogens के रूप में काम करें (एक एजेंट जो बॉडी ( body ) को तनाव के लिए ज्यादा कुशलता से अनुकूलित करने में सहायता करता है)।
- तुलसी ( tulsi ) में बॉडी ( body ) के लिए आवश्यक सब के सब पुष्टिकारक मूल तत्व होते हैं।
- इसमें उत्कृष्ट एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं और बॉडी ( body ) के कोशिकाओं, टिशू, अंगों के लिए मददगार होते हैं
- तुलसी ( tulsi ) की ड्रॉप्स के डेली सेवन से आयु बढ़ने की प्रोसेस में देरी हो सकती है
- यह ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ) और दमा के आक्रमणों में श्लेष्म को जुटाने में सहायता करता है।
- यह ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ), दमा, इन्फ्लूएंजा, शीत और कंठनली में खराश के लिए एक इलाज है।
- साधारण बाल बीमारी जैसे कफ, शीत डायरिया और मतली तुलसी ( tulsi ) की ड्रॉप्स के लिए अनुकूल रिएक्शन देते हैं।
- यदि बच्चे को दांत निकलने से पहले नित्य रूप से तुलसी ( tulsi ) की ड्रॉप्स दी जाती हैं, तो यह किसी भी साधारण समस्या के बिना मददगार होता है।
डोज़ / इस्तेमाल कैसे करें डाबर तुलसी ( tulsi ) ड्रॉप्स
- 5-10 बूंद जल (हल्के गर्म) में मिलाकर दिन में 2-3 बार या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार लें
- उपयोग से पहले अच्छी तरह हिलायें।
का उपयोग करते अवधि ( समय ) सतर्कता डाबर तुलसी ( tulsi ) ड्रॉप्स
- निदानकारी मार्गदर्शन में इस्तेमाल करें।
- प्रयास करें कि रिकमंडेड डोज़ से ज्यादा न हो।
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
- उत्पाद ( product ) का इस्तेमाल करते अवधि ( समय ) निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।
- उत्पाद ( product ) को ठंडी और सूखी जगह पर धूप और गरमी से दूर रखें।
बारे में अलावा जानकारी डाबर तुलसी ( tulsi ) ड्रॉप्स के
- 100% वास्तविक उत्पाद ( product )
- नतीजा जीवन शैली और अपनाए गए भोजन के साथ अलग हो सकते हैं।
- प्रेग्नेंट और स्तनपान ( breastfeeding ) कराने वाली स्त्रियों को कोई भी औषधि या सेहत अनुपूरक लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह करना चाहिए।
- प्रकाश और स्क्रीन रिज़ॉल्यूशन ( resolution ) के बुनियाद पर, उत्पाद ( product ) का कलर अल्प अलग हो सकता है।