पित्त पथरी
कारण
- हाई कोलेस्ट्रॉल ( cholesterol ) भोजन
- यकृत ( liver ) / लीवर ( liver ) डिसऑर्डर
- पित्त पथरी का गठन
- एस्ट्रोजन युक्त ओरल ( oral ) गर्भ-निरोधक लेना
लक्षण
- आमाशय के ऊपरी दाहिने ( right ) हिस्से में पीड़ा
- शोल्डर के ब्लेड के बीच पीठ ( back ) पीड़ा
- उल्टी
- मतली
- स्किन और नेत्रों का पीला पड़ना
बदहजमी/अम्ल/गैस
कारण
- खा
- चिंता ( anxiety )
- लगातार व्रत
- मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
- पीड़ा निरोधक एंटीबायोटिक्स ( antibiotics ) अम्लता ( खट्टापन ) का कारण बन सकते हैं
लक्षण
- ऊपरी आमाशय में आकुलता ( बेचैनी )
- आमाशय पीड़ा और परिपूर्णता की मनोवृत्ति
- उल्टी
- मतली के एपिसोड
- स्वेलिंग की अनुभूति
पाइल्स और फिशर्स
कारण
- कोष्ठबद्धता ( constipation )
- संजीदा आमाशय का दबाव ( चाप )
- अपर्याप्त जल का सेवन कोष्ठबद्धता ( constipation ) का कारण बनता है
- मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
लक्षण
- गुदा से तेज, लाल ब्लीडिंग
- पाखाना त्याग करते अवधि ( समय ) पीड़ा और रक्त बहना
- पाखाना त्याग के दौरान सॉफ्टनेस या पीड़ा
- कष्टदायक स्वेलिंग या गुदा के नजदीक एक गांठ
- श्लेष्मा गुदा डिस्चार्ज के साथ गुदा खारिश
ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ )
कारण
- स्मोकिंग
- वायु प्रदूषकों की ब्रीथिंग लेना (धूल या जहरीली गैसें)
- फेफड़ों का इनफ़ेक्शन
- कम इम्युनिटी
- ताकतवर एसिड के लिए व्यावसायिक ख़तरा
लक्षण
- कफ, बलगम के साथ कफ
- साँसों की अभाव
- हल्का ज्वर और शीत लगना
- हल्का सरदर्द या बॉडी ( body ) में पीड़ा
- उत्पादक कफ जो महीनों ( कई माह ) तक रहती है
- थकान और छाती में कष्ट
दमा
कारण
- एक एलर्जेन, अड़चन के कांटेक्ट में। वायु में प्रदूषक
- तनाव
- बार-बार प्रतिश्याय ( जुकाम ) जो छाती में बस जाता है
- बारम्बार होनेवाला शीत और कफ का हिस्ट्री एलर्जिक राइनाइटिस
- आनुवंशिक पूर्व स्वभाव के साथ पारिवारिक हिस्ट्री
लक्षण
- कसरत के दौरान लेटते अवधि ( समय ) या हंसते अवधि ( समय ) रात्रि में खाँसी ( cough )
- छाती में अकड़न के साथ सांस लेने में कष्ट
- साँसों की अभाव
- सांस लेते अवधि ( समय ) आवाज के साथ घरघराहट
- कफ, बलगम के साथ सूखी या खाँसी ( cough )
डायबिटीज
कारण
- डायबिटीज का पारिवारिक हिस्ट्री
- ज्यादा भार या मोटापा
- अग्नाशयशोथ
- आनुवंशिक कारक
- पॉलीसिस्टिक अंडाशय बिमारियों वाली स्त्रियों में हार्मोनल ( hormonal ) इम्बैलेंस ( असंतुलन )
लक्षण
- बढ़ी हुई भूख और तृष्णा
- मूत्र करने की बेकाबू चाह
- थकान और धुंधली नजर
- टांगों या हाथों में सुन्नपन / सनसनाहट
- थकान और निर्बलता
- ज़ख्म जो सरलता से नहीं भरते
मोटापा
कारण
- पारिवारिक जीवन शैली और आनुवंशिक कारण
- थायरॉइड ( thyroid ) से रिलेटेड प्रोब्लेम्स
- स्त्रियों में पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि बीमारी
- गतिहीन लत ( habit ) जैसे पर्यावरणीय कारक
- बहुत आहार ( food ) (बुलिमिया)
लक्षण
- सांस लेने में मुसीबत
- ज्यादा भार के कारण चलने में मुसीबत
- मांसपेशियों ( muscles ) और सब के सब जॉइंट्स के पीड़ा
- भार बढ़ने से हृदय की समस्या
रक्त की अभाव
कारण
- आयरन की पुष्टिकारक तत्वों की अभाव
- आयरन का बुरा समावेश
- वजनी औषधि पर आदमी
- माहवार धर्म और बहुत ब्लीडिंग डिसऑर्डर
- खून की कमी का पारिवारिक हिस्ट्री
लक्षण
- निर्बलता और सुस्ती महसूस होना
- हीमोग्लोबिन ( hemoglobin ) का निम्न स्तर
- भूख में अभाव
- बालों ( hair ) का झड़ना
- पीलापन और भंगुर नाखून ( nails )
- सरलता से थक जाता है
- सहनशक्ति की अभाव
- अनियमित ( irregular ) हृदय की हार्टबीट के साथ सरदर्द
Name | Dehlvi Amber Habbe Salajit (20tab) |
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Brand | देहलवी एम्बर |
MRP | ₹ 160 |
Category | लैंगिक ( genital ) कल्याण, प्रदर्शन बढ़ाने वाले |
Sizes | 20टैब |
Prescription Required | No |
Length | 0 सेंटिमीटर |
Width | 0 सेंटिमीटर |
Height | 0 सेंटिमीटर |
Weight | 0 ग्राम |
Diseases | पित्त पथरी, बदहजमी/अम्ल/गैस, पाइल्स और फिशर्स, ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ), दमा, डायबिटीज, मोटापा, रक्त की अभाव |
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हबी सालजीत के बारे में
प्रसिद्ध इंडियन वैद चरक (पहली शताब्दी ई.) द्वारा कही गई शिलाजीत की मदद से संभवतया ही कोई उपचार योग्य रोग है जिसे नियंत्रित नहीं किया जा सकता है। हकीमों और वैद्यों द्वारा अनेक तरह के बिमारियों में इसका उपयोग किया जाता है। यह स्पेशल रूप से जननांग बिमारियों, हाई ब्लड ग्लूकोज, जॉन्डिस, कष्टदायक और ब्लीडिंग पाईल्स ( बवासीर ), बढ़े हुए यकृत ( liver ) और प्लीहा, किण्वक बदहजमी, हाज़मा डिसऑर्डर, कीड़े, गुर्दे और यूरिनरी ब्लैडर की पथरी, घबराहट या बेचैनी, लैंगिक ( genital ) न्यूरस्थेनिया, हिस्टीरिया, खून की कमी और में एक साधारण टॉनिक के रूप में कार्यरत है। बोन ( bone ) टूटने में। यह पित्त की जनसमूह, यक्ष्मा, तेज़ और क्रोनिक ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ), ब्रोन्किइक्टेसिस और दमा में मददगार हो सकता है। यह एल्बुमिनुरिया, बहुत तृष्णा, बहुमूत्रता, दाह और थकावट ( exhaustion ) के स्थितियों में मूल्यवान है। यह पित्तशामक और रेचक और ब्लड शोधक भी है। यह इम्युनिटी पद्धति को भी उत्तेजित ( excited ) करता है। यह बुढ़ापे में शक्ति और जीवन शक्ति प्रोवाइड करता है। यह कोलेस्ट्रॉल ( cholesterol ) संयम और मोटापे के लिए उत्कृष्ट है।
हब्बे सालजीत की मटेरियल
एस्फाल्टम शुद्ध ( pure ) (2.5% फ्लुविक एसिड) (शिलाजीत) 500 मिलीग्राम ( mg )
हब्बे सलजीतो के इशारा
खून की कमी, एनोरेक्सिया, जलोदर, पित्त की जनसमूह, ब्लड की अशुद्धियाँ, ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ), चेस्ट में दाह, कोष्ठबद्धता ( constipation ), डायबिटीज, बदहजमी, लीवर ( liver ) और प्लीहा का बढ़ना, मिरगी ( epilepsy ), बहुत तृष्णा, थकान, अस्थियों का फ्रैक्चर ( fracture ), साधारण कमजोरी, हाइपरलिपीमिया, जॉन्डिस नर्व रिलेटिव कमजोरी, मोटापा, कम इम्युनिटी के कारण निरन्तर इनफ़ेक्शन, यक्ष्मा, बहुमूत्रता, पाईल्स ( बवासीर ), वृक्क और यूरिनरी ब्लैडर की पथरी, लैंगिक ( genital ) कमजोरी, लैंगिक ( genital ) न्यूरस्थेनिया, बुजुर्गों में लैंगिक ( genital ) निर्बलता, स्किन डिसऑर्डर और सुस्त पाचन।
हब्बे सालजीत की डोज़
1 कैप दिन में दो बार लें।
हब्बे सलजीत की सतर्कता
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
- औषधि की ज्यादा डोज़ न लें।
- स्व-औषधि की सिफारिश नहीं की जाती है।
- सूखी और ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।
- हर इस्तेमाल के बाद औषधि की टोपी को कसकर बंद कर दें।
- औषधि को मूल पैकेज और पात्र ( container ) में रखें।