Dhootapapeshwar Loha Bhasma (10g)

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Dhootapapeshwar Loha Bhasma (10g)

रक्त की अभाव

कारण

  • आयरन की पुष्टिकारक तत्वों की अभाव
  • आयरन का बुरा समावेश
  • वजनी औषधि पर आदमी
  • माहवार धर्म और बहुत ब्लीडिंग डिसऑर्डर
  • खून की कमी का पारिवारिक हिस्ट्री

लक्षण

  • निर्बलता और सुस्ती महसूस होना
  • हीमोग्लोबिन ( hemoglobin ) का निम्न स्तर
  • भूख में अभाव
  • बालों ( hair ) का झड़ना
  • पीलापन और भंगुर नाखून ( nails )
  • सरलता से थक जाता है
  • सहनशक्ति की अभाव
  • अनियमित ( irregular ) हृदय की हार्टबीट के साथ सरदर्द

NameDhootapapeshwar Loha Bhasma (10g)
BrandDhootapapeshwar
MRP₹ 103
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), Bhasm & Pishti
Sizes10 ग्राम, 250 ग्राम
Prescription RequiredNo
Length3.5 सेंटिमीटर
Width3.5 सेंटिमीटर
Height6.5 सेंटिमीटर
Weight21 ग्राम
Diseasesरक्त की अभाव

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 लोहा भस्म . के बारे में

लोहा भस्म (मैग्नेटिक आयरन कैल्क्स) आयरन ऑक्साइड से तैयार एक आयुर्वेदिक खनिज आधारित औषधि है। यह आयरन की अभाव से होने वाले खून की कमी, जॉन्डिस, इर्रिटेबल बोवेल सिंड्रोम ( syndrome ) और हेमोलिटिक खून की कमी के स्थितियों में इलाज रूप से सहायक है।

Ingredients of Loha Bhasma

  • लोहा (शुद्ध ( pure ))
  • Hingool churna
  • Ghrit kumari ras
  • Gomutra
  • छाछ
  • कुलथी (मैक्रोटिलोमा यूनिफ्लोरम) काढ़ा
  • एलोवेरा जूस
  • जंबुल ट्री बरकी

लोहा भस्म का इशारा

  • रक्तगुल्म
  • प्रदर
  • एन्टी आमवाती
  • आमवात
  • डायबिटीज
  • चिरकालीन
  • जॉन्डिस

लोहा भस्म में निम्नलिखित ट्रीटमेंट ( treatment ) गुण हैं।

  • हेमेटिनिक (हीमोग्लोबिन ( hemoglobin ) के स्तर को बढ़ाता है)
  • हेमटोजेनिक (लाल ब्लड कोशिकाओं के गठन में सहायता करता है)
  • बिलीरुबिन को कम करता है
  • चिकनाई दाहक

लोहा भस्म निम्नलिखित बिमारियों में सहायक है।

  • लोहे की अभाव से खून की कमी
  • हीमोलिटिक अरक्तता
  • साधारण कमजोरी
  • जॉन्डिस
  • सेंसिटिव आंत्र की रोग

लोहा भस्म की डोज़ और प्रशासन

लोहा भस्म की डोज़ करीब-करीब 50 मिलीग्राम ( mg ) से 250 मिलीग्राम ( mg ) दिन में दो बार है। लोहा भस्म की डोज़ प्रति दिन 500 मिलीग्राम ( mg ) से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।

लोहा भस्म की सतर्कता

  • यह औषधि केवल सख्त औषधीय निगरानी में ही ली जानी चाहिए।
  • इस औषधि के साथ स्व-औषधि जोखिमभरा साबित हो सकती है।
  • शिशुओं और प्रेग्नेंट और स्तनपान ( breastfeeding ) कराने वाली माताओं में इससे बचना चाहिए।
  • ज्यादा मात्रा ( quantity ) में गैस्ट्र्रिटिस के साथ अनेक दुष्प्रभाव ( side effect ) हो सकते हैं।
  • इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
  • शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
  • सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।