Dhootapapeshwar Rasrajeshwar Ras (30tab)

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Dhootapapeshwar Rasrajeshwar Ras (30tab)

पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा

कारण

  • पीठ ( back ) या घुटने ( knee ) में चोट
  • आमवात
  • संगठित चोटें
  • रजोनिवृत्ति
  • शिराओं का संपीड़न
  • व्यवसाय उन्मुख: निरन्तर खड़े रहना या बैठना

लक्षण

  • बैठने/काम करने/चलने के दौरान पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) में तेज पीड़ा
  • स्थिति बदलने में मुसीबत
  • पीठ ( back ) में भारीपन
  • टांगों में सुन्नपन
  • सोने की गलत पोजीशन

आमवात और आमवात

कारण

  • पुष्टिकारक तत्वों की अभाव (कैल्शियम। विटामिन ( vitamin ) डी)
  • रजोनिवृत्ति
  • आयु बढ़ने
  • ज्यादा भार
  • आमवात का पारिवारिक हिस्ट्री

लक्षण

  • जॉइंट्स के पीड़ा के साथ थकान
  • जॉइंट्स की लालिमा और स्वेलिंग
  • जॉइंट्स का अकड़ना
  • कठिन चलना
  • मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता

NameDhootapapeshwar Rasrajeshwar Ras (30tab)
BrandDhootapapeshwar
MRP₹ 1235
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), रास और सिंदूर
Sizes30टैब
Prescription RequiredNo
Length10.5 सेंटिमीटर
Width8 सेंटिमीटर
Height1.5 सेंटिमीटर
Weight67 ग्राम
Diseasesपीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा, आमवात और आमवात

धूतपापेश्वर रासराजेश्वर रासी के बारे में

सुवर्णायुक्त रसराज जूस, शुद्ध ( pure ) विशमुष्टि, अश्वगंधा, रससिंदूर और दशमूल स्पेशल शोधित गुग्गुल का एक शानदार सम्मिश्रण, जो सब के सब तरह के नर्व तंत्र विकृतियों के लिए सबसे अच्छी औषधि के रूप में काम करता है। रसराजेश्वर जूस शिराओं की दाह, स्वेलिंग को कम करता है और एक उत्कृष्ट पीड़ा निरोधक है।

धूतपापेश्वर रसराजेश्वर रसो की मटेरियल

  •  Shuddha Vishamushti 
  • अश्वगंधा
  •  Rasa Sindoor 
  • गुग्गुल
  • Dashamoola (Vishesh Shodhit) 

का इशारा धूतपापेश्वर रासराजेश्वर रास  

यह औषधि कशेरुक स्तंभ और नर्व तंत्र से रिलेटेड बिमारियों में संकेतित है।

1. सरवाइकल स्पॉन्डिलाइटिस ( spondylitis )

2. काठ का स्पॉन्डिलाइटिस ( spondylitis )

3. साइटिका

4. संजीदा जॉइंट्स का पीड़ा

5. फ्रोजन शोल्डर

6. आमवात

रसराजेश्वर जूस में पीड़ा निरोधक, स्वेलिंग रोधी और नर्व दाह को कम करने वाले गुण होते हैं। यह स्वेलिंग और पीड़ा को कम करता है और बॉडी ( body ) की शिराओं को भी ताकतवर करता है।

धूतपेश्वर रसराजेश्वर जूस की डोज़

1 - 2 टैबलेट ( tablet ) दिन में एक या दो बार दशमूलारिष्ट, महारसनदि कड़ा, अश्वगंधारिष्ट या हल्के गर्म जल के साथ लें।

धूतपापेश्वर रसराजेश्वर रास में सतर्कता

  • इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
  • ज्यादा डोज़ से संजीदा जहरीला प्रभाव ( effect ) हो सकता है।
  • प्रेग्नेंसी ( pregnency ), स्तनपान ( breastfeeding ) और शिशुओं में इससे बचना सबसे बढ़िया है।
  • शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
  • सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।