पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा
कारण
- पीठ ( back ) या घुटने ( knee ) में चोट
- आमवात
- संगठित चोटें
- रजोनिवृत्ति
- शिराओं का संपीड़न
- व्यवसाय उन्मुख: निरन्तर खड़े रहना या बैठना
लक्षण
- बैठने/काम करने/चलने के दौरान पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) में तेज पीड़ा
- स्थिति बदलने में मुसीबत
- पीठ ( back ) में भारीपन
- टांगों में सुन्नपन
- सोने की गलत पोजीशन
Name | दवा लेबोरेटरी हलवा घीकवार (500 ग्राम) |
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Brand | ड्रग्स लैब |
MRP | ₹ 300 |
Category | यूनानी ट्रीटमेंट ( treatment ), औषधियां |
Sizes | 1 किलोग्राम, 250 ग्राम, 500 ग्राम |
Prescription Required | No |
Length | 0 सेंटिमीटर |
Width | 0 सेंटिमीटर |
Height | 0 सेंटिमीटर |
Weight | 0 ग्राम |
Diseases | पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा |
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हलवा घीकवार के बारे में
हलवा घीकवार हर्बल यूनानी तैयारी है। हलवा घीकवार शीत के ऋतु में स्पेशल रूप से सहायक होता है क्योंकि इसमें दमा एन्टी, ब्रोन्कियल एन्टी और कफ में आराम मिलती है। हलवा घीकवार में स्वेलिंग-रोधी प्रभाव ( effect ) होता है और यह जॉइंट्स की स्वेलिंग को कम करता है। यह आमवात में भी सहायक है और एक्टिव मूल तत्व ब्लड परिसंचरण में इम्प्रूवमेंट करते हैं और आमवात के कारण होने वाले पीड़ा को कम करते हैं। यह साइटिका बीमारी को प्रयाप्त हद तक नियंत्रित करता है।
हलवा घीकवार के इशारा
- सहायक में आमवात और पीड़ा की कारण से आमवात
- कम करें जॉइंट्स पर स्वेलिंग
- नियंत्रित करें साइटिका बीमारी को
- कम करें लकड़ी के में पीड़ा प्रदेश
- निर्बलता, कोष्ठबद्धता ( constipation ) और हाज़मा क्रिया n
हलवा घीकवार की मटेरियल
- असगंध नागोरी: अश्वगंधा का इस्तेमाल ब्लड में चिकनाई और ग्लूकोज के स्तर को कम करने के लिए किया जाता है। अश्वगंधा का इस्तेमाल साधारण टॉनिक के रूप में भी किया जाता है और तनाव को कम करने में मददगार होता है।
- घीकवार सब्ज़ : इसमें वायुनाशक, पाचक, मूत्रवर्द्धक, उबकाई रोधी, मरोड़ रोधी, कामोत्तेजक और कफ, बलगम निस्सारक प्रभाव ( effect ) होता है। यह पीड़ा से आराम प्रोवाइड करने में भी मददगार है, एन्टी भड़काऊ है और हार्ट सेहत में इम्प्रूवमेंट करता है। आयुर्वेदिक और यूनानी ट्रीटमेंट ( treatment ) पद्धतियों में इसका उपयोग अनेक बिमारियों में किया जाता है।
- Elaichi Khurd
- आंबा हल्दी
- Talmakhana
- ताज
- मिस्र सलाबी
- Khulanjan
- दारचिनी
- जंजाबील
- सतावरी
- मिस्र का काम
- गहरे लाल कलर
- कस्ट प्लान
- Malkangni
- मजीठो
- माघज़ अक्रोटो
- Maghz Badam Shirin
- माघज नरजील
- Musli Safaid
- सैंभल मुस्ली
- घी
- Shakar Safaid
- खोया
- Khajoor
- मैदा गंडुम
- अर्क केओरा
- शनि लोबान
- शनि लीमुन
हलवा घीकवार की डोज़
- 12 से 25 ग्राम मिल्क के साथ दिन में दो बार सेवन करें।
हलवा घीकवार की सतर्कता
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
- स्व-औषधि की सिफारिश नहीं की जाती है।
- सूखी और ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।
- हर इस्तेमाल के बाद औषधि की टोपी को कसकर बंद कर दें।
- औषधि को मूल पैकेज और पात्र ( container ) में रखें।
- शुगर मटेरियल के कारण डायबिटीज के आदमी के लिए सही नहीं है।