साइटिका
कारण
- कटिस्नायुशूल नर्व का संपीड़न
- काठ का स्पोंडिलोसिस नर्व दबाव ( चाप ) का कारण बनता है
- अंदरूनी ब्लीडिंग जो स्थानीय दबाव ( चाप ) का कारण बनता है
- स्लिप डिस्क के कारण दबाव ( चाप )
- पोस्ट ऑपरेटिव शिकायतें
लक्षण
- निचली कटि ( कमर ) का पीड़ा
- टांगों में सुन्नपन और सनसनाहट
- बछड़े की मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता के साथ टाँगों में पीड़ा
- पांव और पांव की अंगुली की मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता
- प्रभावित पांव में निरन्तर पीड़ा
- चलते अवधि ( समय ) पीड़ा
Name | Hamdard Rogan Surkh (50ml) |
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Brand | Hamdard |
MRP | ₹ 40 |
Category | यूनानी ट्रीटमेंट ( treatment ), रोगन और तेल |
Sizes | 25 मिली, 50 मिलीलीटर ( ml ) |
Prescription Required | No |
Length | 3.4 सेंटिमीटर |
Width | 3.4 सेंटिमीटर |
Height | 10.5 सेंटिमीटर |
Weight | 108 ग्राम |
Diseases | साइटिका |
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About Hamdard Roghan Surkh
हमदर्द रोगन सुरख एक यूनानी व्यंजन है जो हर तरह की मांसपेशियों ( muscles ) और जॉइंट्स के पीड़ा में बहुत मददगार होता है। यह पूरी तरह से हर्बल तैयारी है जिसके लंबे अवधि ( समय ) तक उपयोग से कोई साइड इफेक्ट नहीं हो सकता है।
Indications of Hamdard Roghan Surkh
- रोगन सुरख एक नेचुरल पीड़ा निरोधक है।
- Roghan Surkh का उपयोग मस्तिष्क पीड़ा, बदन पीड़ा, जॉइंट्स का पीड़ा, कान ( ear ) का पीड़ा, शिशुओं के टांगों में निर्बलता, चोट और मोच, स्वेलिंग आदि के लिये किया जाता है। केवल बाहरी उपयोग के लिये।
Ingredients of Hamdard Roghan Surkh
- उष्ना: हार्डनेस और तनाव के लिए प्रयुक्त।
- बुरादा चंदन सुरख / श्वेत चंदन की लकड़ी: कसैले और कीटाणुनाशक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
- हब-उल-ग़ुरब: पीड़ा के लिए उपयोग किया जाता है।
- दरहल्ड/रूट/बेरीज: जॉइंट्स के पीड़ा, साधारण निर्बलता आदि के लिए उपयोग किया जाता है।
- कैफल / मायरिका नागी: बॉडी ( body ) के टेंपेरेचर ( temperature ) में वृद्धि के लिए उपयोग किया जाता है।
- नरकचूर/ज़ेडोअरी: इसका इस्तेमाल ज़ख्म, पीड़ा, स्वेलिंग, स्किन की प्रॉब्लम्स के उपचार के लिए किया जाता है।
- हल्दी/हल्दी: आमवात और जॉइंट्स के पीड़ा के लिए उपयोग किया जाता है।
- बर्ग आख ताजा; स्वेलिंग में उपयोग किया जाता है।
- Lahsun/लहसुन: ब्लड परिसंचरण, बैक्टीरिया और कवक इनफ़ेक्शन के लिए प्रयुक्त।
- सरसों/सरसों: कसैले के रूप में प्रयुक्त।
- दालचीनी/दालचीनी: स्थानीय संक्रमण।
- लौंग/लौंग; मांसपेशियों ( muscles ) में मरोड़ में उपयोग किया जाता है।
- Surkh Roghani Rang: Used for colouring.
Dosage of Hamdard Roghan Surkh
- संगठित या प्रभावित प्रदेश पर या डॉक्टर द्वारा कहें अनुरूप ( accordingly ) लागू करें।
- मस्तिष्क पीड़ा के लिए : माथे पर अल्प सा रोगन सुरख मलें।
- बॉडी ( body ) में पीड़ा के लिए: प्रभावित हिस्से पर लगाएं।
- कीड़ों के काटने : काटने की जगह पर उपयोग करें।
- जॉइंट्स के पीड़ा के लिए: प्रभावित जोड़ पर लगाएं।
- कफ, प्रतिश्याय ( जुकाम ) और इन्फ्लुएंजा : तेल को हल्का उष्ण करके चेस्ट और कंठनली पर मालिश करें।
- कान ( ear ) का पीड़ा : तेल को हल्का उष्ण करके पीड़ा वाले कान ( ear ) में 2-3 बूंद डालें।
- चोट और मोच : इसे हल्का उष्ण करें, प्रभावित हिस्से पर लगाएं और पट्टी बांधें।
- स्वेलिंग : तेल को हल्का उष्ण करें, स्वेलिंग पर लगाएं, इसे उष्ण पान के पत्ते या "पीपल" के पत्ते से ढक दें और रुई की पट्टी से बांध दें।
Precautions of Hamdard Roghan Surkh
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
- स्व-औषधि की सिफारिश नहीं की जाती है।
- सूखी और ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।
- हर इस्तेमाल के बाद औषधि की टोपी को कसकर बंद कर दें।
- औषधि को मूल पैकेज और पात्र ( container ) में रखें।
- केवल बाहरी इस्तेमाल के लिए।