Himalaya Liv 52 Drops (For Infants) (60ml)

  • Home
  • हिमालय लिव 52 ड्रॉप्स (शिशुओं के लिए) (60 मिली)
shape1
shape2
shape3
Himalaya Liv 52 Drops (For Infants) (60ml)

बदहजमी/अम्ल/गैस

कारण

  • खा
  • चिंता ( anxiety )
  • लगातार व्रत
  • मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
  • पीड़ा निरोधक एंटीबायोटिक्स ( antibiotics ) अम्लता ( खट्टापन ) का कारण बन सकते हैं

लक्षण

  • ऊपरी आमाशय में आकुलता ( बेचैनी )
  • आमाशय पीड़ा और परिपूर्णता की मनोवृत्ति
  • उल्टी
  • मतली के एपिसोड
  • स्वेलिंग की अनुभूति

Nameहिमालय लिव 52 ड्रॉप्स (बच्चों के लिए) (60 मिली)
Brandहिमालय
MRP₹ 85
Categoryबच्चे ट्रीटमेंट ( treatment ) देखरेख, बेबी दवाएं, बच्चे के देखरेख
Sizes60 मिली
Prescription RequiredNo
Length5.3 सेंटिमीटर
Width5.3 सेंटिमीटर
Height9.6 सेंटिमीटर
Weight104 ग्राम
Diseasesबदहजमी/अम्ल/गैस
Formड्रॉप
Ideal Forबच्चे और बच्चे

लिव 52 ड्रॉप्स . के बारे में

लिव 52 ड्रॉप्स सिरप गोली ( tablet ) एक हेपेटोप्रोटेक्टिव हर्बल-खनिज ट्रीटमेंट ( treatment ) है जो जिगर ( liver ) की रोगों में लाभदायक है और जिगर ( liver ) के काम में इम्प्रूवमेंट करता है। इसमें क्षुधावर्धक जड़ी-बूटियाँ होती हैं, जो हाज़मा और भूख को दोषनिवृत्ति में सहायता करती हैं। यह करीब-करीब सब के सब तरह के यकृत ( liver ) के विषाक्त पदार्थों के विरुद्ध सुरक्षात्मक क्रिया भी करता है और मदिरा लेने वाले लोगों के यकृत ( liver ) की बचाव करता है।

लिव 52 ड्रॉप सिरप गोली ( tablet ) दुनिया में एकमात्र हर्बल उत्पाद ( product ) है जिस पर सैकड़ों शोध स्टडी और निदानकारी ​​परीक्षण किए जाते हैं। करीब-करीब सब के सब अध्ययनों में, यह प्रभावशाली हेपाटो-सुरक्षात्मक और लीवर ( liver ) कार्यों में इम्प्रूवमेंट के लिए लाभदायक पाया गया है।

लिव 52 ड्रॉप्स की संरचना

  • काॅपर बुश (हिमसरा) - कैपारिस स्पिनोसा एक्सट्रेक्ट
  • जंगली चिकोरी (कसानी) - सिचोरियम इंटिबस
  • ब्लैक नाइटशेड (काकामाची) - सोलनम निगरु
  • अर्जुन - टर्मिनलिया अर्जुन
  • नीग्रो कॉफी ( coffee ) (कसमर्दा) - कैसिया ऑक्सिडेंटलिस
  • यारो (बिरंजसिफा) - अकिलिया मिलेफोलियम
  • इमली (झावुका) – इमली गैलिका

लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप के मेडिसिनल गुण

  • शक्तिशाली हेपेटोप्रोटेक्टिव
  • क्षुधावर्धक
  • हाज़मा उत्तेजक
  • एंटी वाइरल
  • सूजनरोधी
  • इम्यूनोमॉड्यूलेटरी
  • हेपैटोसेलुलर पुनर्जनन प्रमोटर
  • एंटीऑक्सिडेंट
  • हेमेटिनिक (हीमोग्लोबिन ( hemoglobin ) के स्तर को बढ़ाता है)

लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप के इलाज इशारा

लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप निम्नलिखित सेहत परिस्थितियों में मददगार है।

  • जॉन्डिस
  • हेपेटाइटिस ए (संक्रामक हेपेटाइटिस)
  • हेपेटाइटिस बी
  • हेपेटाइटस सी
  • हेपेटाइटिस डी
  • हेपेटाइटिस ई
  • शराबी हेपेटाइटिस
  • भूख में अभाव
  • एनोरेक्सिया नर्वोसा
  • बुरा हाज़मा
  • आरंभिक सिरोसिस या पूर्व सिरोसिस की स्थिति
  • फैटी ( fatty ) जिगर ( liver ) बीमारी या स्टीटोहेपेटाइटिस (स्टीटोसिस)
  • हल्का कोष्ठबद्धता ( constipation ) (श्लेष्मा डिस्चार्ज और चिपचिपा पाखाना के साथ)
  • पित्ताशय की थैली की स्वेलिंग
  • प्रोटीन-एनर्जी कुपोषण
  • आरंभिक सिरोसिस या पूर्व सिरोसिस की स्थिति
  • रसायनों, विकिरणों, औषधियों या कीमोथेरेपी ( chemotherapy ) द्वारा प्रेरित हेपेटोटॉक्सिसिटी

लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप के फायदा और मेडिसिनल इस्तेमाल

लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप एचबी को छोड़कर लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप के सब के सब प्रकारों के समान फायदा और मेडिसिनल इस्तेमाल हैं। लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप एचबी का हेपेटाइटिस बी में अलावा फायदा है और यह जिगर ( liver ) में वायरल ( viral ) लोड को कम करने में सहायता करता है। तथापि, इसमें और ट्रीटमेंट ( treatment ) गुण भी होते हैं जैसे क्षुधावर्धक, हाज़मा, लीवर ( liver ) उत्तेजक, एंटीऑक्सिडेंट और हेपेटोप्रोटेक्टिव इत्यादि

एलिवेटेड जिगर एंजाइम

ऊंचा या रूपान्तरित जिगर ( liver ) प्रोफाइल (एलेनिन ट्रांसमिनेज या एएलटी / एसजीपीटी और एस्पेरेट ट्रांसमिनेज या एएसटी / एसजीओटी) लीवर ( liver ) की स्वेलिंग या लीवर ( liver ) कोशिकाओं को हानि का इशारा दे सकता है। लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप स्वेलिंग को कम करने और इस तरह कुछ रसायनों के डिस्चार्ज को कम करने में सहायता करता है, जो स्वेलिंग वाली कोशिकाओं से रक्तप्रवाह में लीक हो जाते हैं।

अनेक स्थितियों में, लीवर ( liver ) एंजाइम हल्के या सामयिक रूप से बढ़ सकते हैं। इन स्थितियों में, मरीज को इसके लिए ट्रीटमेंट ( treatment ) की जरूरत नहीं हो सकती है क्योंकि कोई अंतर्निहित क्रोनिक या संजीदा यकृत ( liver ) की रोग नहीं है। लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप का उपयोग करने से जिगर ( liver ) को और हानि होने से रोका जा सकता है और जिगर की स्वेलिंग कम होती है. इसलिए, ऐसे स्थितियों में भी लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप का इस्तेमाल करने की परामर्श दी जा सकती है। आम तौर पर, लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप 2 गोलियों की डोज़ में दो बार डेली या लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप डीएस 1 गोली ( tablet ) की डोज़ में एक से दो माह के लिए दो बार डेली रूप से जिगर ( liver ) एंजाइम को साधारण करने के लिए पर्याप्त है।

जॉन्डिस

करीब-करीब सब के सब तरह के लीवर ( liver ) विकृतियों में जॉन्डिस एक अनूठी विशेषता है। लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप के सब के सब तरह ऊंचे सीरम बिलीरुबिन स्तर को कम करने और जॉन्डिस के उपचार में अच्छी तरह से काम करते हैं। लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप जिगर के बढ़े हुए एंजाइम्स को भी कम करता है.

लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप प्रतिरोधी ( resistant ) जॉन्डिस (पित्त नलिकाओं में रुकावट) में काम नहीं करती। ऑब्सट्रक्टिव जॉन्डिस के अनेक और कारण हैं जिनमें पित्त पथरी या ट्यूमर के कारण पित्त नलिकाओं का अवरुद्ध होना शामिल है।

हेपेटाइटिस ए (संक्रामक हेपेटाइटिस)

हेपेटाइटिस ए वायरस हेपेटाइटिस ए (संक्रामक हेपेटाइटिस) का मूल कारण है। यह यकृत ( liver ) की स्वेलिंग का कारण बनता है और लीवर ( liver ) के कार्यों को कम करता है।

भारत में, हेपेटाइटिस ए के लिए उपयोग की जाने वाली सबसे आम औषधि लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप है। आधुनिक और साथ ही आयुर्वेदिक डॉक्टर इसे जिगर ( liver ) के कार्यों में इम्प्रूवमेंट और ठीक होने के अवधि ( समय ) को बढ़ाने के लिए लिखते हैं। यद्यपि, मरीज को हल्के हेपेटाइटिस ए इनफ़ेक्शन के उपचार की जरूरत नहीं हो सकती है, लेकिन गंभीर विषाक्तता और नुक़सान को कम करने के लिए लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप लेना अच्छा है क्योंकि हेपेटाइटिस ए वायरस से होने वाले हानि से जिगर ( liver ) को स्वत: को ठीक होने में छह माह लगते हैं।

इसके अतिरिक्त, लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप जी मिचलाना, मतली, आमाशय की समस्या और भूख न लगने जैसी प्रॉब्लम्स से निपटने में सहायता करता है। यह ऊंचा सीरम बिलीरुबिन स्तर को भी कम करता है और लीवर ( liver ) एंजाइमों को साधारण करता है।

हेपेटाइटिस बी

हेपेटाइटिस बी इनफ़ेक्शन के पेशेन्ट्स ( patient ) के लिए लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप एचबी के साथ न्यूनतम छह माह की ट्रीटमेंट ( treatment ) की सिफारिश की जाती है। हेपेटाइटिस बी का मूल कारण हेपेटाइटिस बी वायरस (एचबीवी) है। लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप एचबी का हेपेटाइटिस बी सतह प्रतिजन (एचबीएसएजी) पर प्रभाव ( effect ) पड़ता है। यह रिवर्स ट्रांसक्रिपटेस को रोकता है, जो हेपेटाइटिस बी वायरस को साफ करने में सहायता करता है। निदानकारी ​​अध्ययनों ने निष्कर्ष निकाला है कि लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप एचबी हेपेटाइटिस में वायरल ( viral ) लोड को प्रयाप्त कम करता है।

हिमालय द्वारा लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप एचबी का जिगर ( liver ) में जिगर ( liver ) एंजाइम और ग्लाइकोजन स्तर पर भी प्रभाव ( effect ) पड़ता है। यह लीवर ( liver ) में ग्लाइकोजन के स्तर को पुनर्स्थापित करता है और ऊंचा लीवर ( liver ) एंजाइमों को साधारण करने में सहायता करता है।

शराबी हेपेटाइटिस

मदिरा के सेवन से जिगर ( liver ) में स्वेलिंग आ जाती है, जिसे अल्कोहलिक हेपेटाइटिस कहा जाता है। लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप स्वेलिंग को कम करता है और जिगर ( liver ) के कार्यों में इम्प्रूवमेंट करता है। यह भूख में अभाव, मतली की मनोवृत्ति और मदिरा के कारण भार घटाने में भी सहायता करता है।

बुरा हाज़मा, भूख न लगना और एनोरेक्सिया नर्वोसा

लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप में उपस्थित सब के सब मूल तत्व हाज़मा उत्तेजक क्रिया करते हैं और भूख बढ़ाते हैं। यह बॉडी ( body ) में भूख और तृप्ति की मूल लय को ठीक करता है। यह भूख को प्रोत्साहन देता है, शिशुओं में वृद्धि में इम्प्रूवमेंट करता है, आंत की स्वभाओं ( आदतों ) में इम्प्रूवमेंट करता है, प्रेग्नेंसी ( pregnency ) में भूख कम करने में सहायता करता है और बॉडी ( body ) के भार को बढ़ा सकता है।

हल्का कोष्ठबद्धता ( constipation ) (श्लेष्मा डिस्चार्ज और चिपचिपा पाखाना के साथ)

लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप चिकनाई के हाज़मा में सहायता करता है। अनेक बच्चे और वयस्क श्लेष्मा के निर्वहन के साथ कोष्ठबद्धता ( constipation ) से दुःखित होते हैं और उनका पाखाना चिपचिपा होता है। हमने ऐसे स्थितियों में शिशुओं और वयस्कों दोनों में हल्के कोष्ठबद्धता ( constipation ) के प्रबंधन के लिए इसे ज्यादा प्रभावशाली पाया। नतीजा वयस्कों की तुलना ( comparison ) में शिशुओं में देखे जा सकते हैं। लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप ड्रॉप्स बच्चों में पाखाना त्याग की स्वभाओं ( आदतों ) को दोषनिवृत्ति में सहायता करता है।

हेपटोटोक्सिसिटी

हेपेटोटॉक्सिसिटी के अनेक कारण हो सकते हैं जैसे कि केमिकल, विकिरण, मेडिसिन या कीमोथेरेपी। लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप के सब के सब तरह हेपेटोटॉक्सिसिटी को कम करने में सहायता करते हैं और इनके कारण बॉडी ( body ) में उत्पादित सब के सब विषाक्त पदार्थों से जिगर ( liver ) की बचाव करते हैं।

फैटी ( fatty ) जिगर ( liver ) बीमारी या स्टीटोहेपेटाइटिस (स्टीटोसिस)

फैटी ( fatty ) जिगर ( liver ) डिजीज ( disease ) या स्टीटोहेपेटाइटिस वह स्थिति है जिसमें जिगर ( liver ) में फैट का गठन 5 से 10 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ जाता है। गैर-मादक चिकनाईदार लीवर ( liver ) बीमारी (NAFLD) फैटी ( fatty ) जिगर ( liver ) का सबसे आम कारण है।

लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप में ऐसे मूल तत्व होते हैं, जो जिगर ( liver ) में चिकनाई को कम करते हैं और जिगर ( liver ) के कार्यों को साधारण करते हैं। लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप थेरेपी ( therapy ) के साथ ज्यादा फल और सब्जियां ( vegetables ) लेने से फैटी ( fatty ) जिगर ( liver ) की रोग कम अवधि (1 से 3 माह) में ठीक हो जाती है। सर्वश्रेष्ठ नतीजों के लिए, इसका इस्तेमाल इंदुकांतम कश्यम के साथ किया जा सकता है।

भूख में अभाव

लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप में मटेरियल भूख बढ़ाने और हाज़मा में इम्प्रूवमेंट की अनुमान है। करीब-करीब सब के सब अवयवों में एक क्षुधावर्धक और हाज़मा क्रिया होती है, जो भूख को नियंत्रित करने में सहायता करती है। दूसरे, बुरा भूख जिगर ( liver ) की रोगों का एक साधारण लक्षण ( symptom ) है और यह जिगर ( liver ) के बुरा काम को इंगित करता है। लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप जिगर ( liver ) के सेहत में इम्प्रूवमेंट करता है और हाज़मा तंत्र में पित्त के फ्लो में इम्प्रूवमेंट करता है, जो चिकनाई के अणुओं के हाज़मा को उत्तेजित ( excited ) करता है।

सुस्त जिगर ( liver )

सुस्त जिगर ( liver ) का मतलब है अपने कार्यों को इष्टतम स्तर पर करने के लिए जिगर ( liver ) की कम दक्षता। निम्नलिखित लक्षण ( symptom ) बताते हैं कि आपका जिगर ( liver ) सुस्त है।

  • उदरीय स्वेलिंग
  • यकृत ( liver ) पर आकुलता ( बेचैनी )
  • यकृत ( liver ) का पीड़ा
  • चिकनाईदार खाद्य पदार्थों की असहिष्णुता
  • बॉडी ( body ) की दुर्गंध
  • बदबूदार सांस
  • लेपित जिह्वा
  • बहुत ज़्यादा पसीना ( sweat ) आना
  • हाई कोलेस्ट्रॉल ( cholesterol ) और ट्राइग्लिसराइड्स
  • टांगों के तलवों में दाह
  • पाखाना में श्लेष्मा का निकलना

लिव 52 बूँदें डोज़

बच्चे (0 से 6 माह) - 5 बूंद - दिन में तीन बार

बच्चे (7 से 12 माह) - 10 बूंद - दिन में तीन बार

बच्चे (12 से 18 माह) - 15 बूँदें - दिन में तीन बार

बच्चे (18 से 24 माह) - 20 बूँदें - तीन बार डेली

लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप साइड इफेक्ट

अधिकतर लोगों में, लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप कदाचित सुरक्षित और अच्छी तरह से सहन किया जाता है। बच्चों में, कुछ लोगों ने पहली बार लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप ड्रॉप्स का इस्तेमाल करने के बाद ढीले पाखाना की इनफार्मेशन ( information ) दी है।

प्रेग्नेंसी ( pregnency ) और स्तनपान ( breastfeeding )

लिव 52 ड्रॉप्स डीएस सिरप के सब के सब तरह प्रेग्नेंट स्त्रियों और स्तनपान ( breastfeeding ) कराने वाली माताओं के लिए कदाचित सुरक्षित हैं।