डायबिटीज
कारण
- डायबिटीज का पारिवारिक हिस्ट्री
- ज्यादा भार या मोटापा
- अग्नाशयशोथ
- आनुवंशिक कारक
- पॉलीसिस्टिक अंडाशय बिमारियों वाली स्त्रियों में हार्मोनल ( hormonal ) इम्बैलेंस ( असंतुलन )
लक्षण
- बढ़ी हुई भूख और तृष्णा
- मूत्र करने की बेकाबू चाह
- थकान और धुंधली नजर
- टांगों या हाथों में सुन्नपन / सनसनाहट
- थकान और निर्बलता
- ज़ख्म जो सरलता से नहीं भरते
Name | जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) आंवला जूस (500 मिली) |
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Brand | जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) |
MRP | ₹ 120 |
Category | सेहत खाद्य और पेय, हर्बल जूस, आहार-पोषण और अनुपूरक |
Sizes | 1लीटर, 500 मिली |
Prescription Required | No |
Length | 5.5 सेंटिमीटर |
Width | 5.5 सेंटिमीटर |
Height | 23 सेंटिमीटर |
Weight | 577 ग्राम |
Diseases | डायबिटीज |
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जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) आंवला जूस के बारे में
आंवला विटामिन ( vitamin ) सी का एक नेचुरल साधन है, जो नीरोग बालों ( hair ) और नेत्रों की रोशनी के लिए जरूरी है। यह नजर को साफ रखता है और बालों ( hair ) को झड़ने से रोकता है। आंवला का जूस भी एक प्रभावशाली हार्ट और लीवर ( liver ) टॉनिक है जो बॉडी ( body ) को विषहरण और शुद्ध ( pure ) करने में सहायता करता है। यह कोलेस्ट्रॉल ( cholesterol ), ब्लड ग्लूकोज के स्तर को साधारण करता है, और जोश और जीवन शक्ति को बहाल करने में सहायता करता है। आंवले के जूस से मुँह धोने से मुँह साफ होता है और सांसों की दुर्गंध दूर होती है।
जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) आंवला जूस के इस्तेमाल
- बालों ( hair ) की प्रॉब्लम ( problem )
- स्किन रिलेटिव समस्याएं
- नेत्रों की प्रॉब्लम ( problem )
- दांतों की प्रॉब्लम ( problem )
- कब्जियत की कष्ट
- अल्सर ( ulcer ) और दुर्बल प्रतिरक्षा।
जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) आंवला जूस की मटेरियल
- आंवला-इंडियन करौदा
जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) आंवला जूस के लाभ
- इसका इस्तेमाल एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट और इम्युनिटी प्रमोटर के रूप में किया जा सकता है।
- यह हार्ट बिमारियों के ख़तरा को रोकने में सहायता करता है।
- यह आदमी को ज्यादा एक्टिव और सावधान बनाता है।
- यह सांस की कष्ट से दुःखित लोगों के लिए सहायक है।
- आंवला बॉडी ( body ) के सब के सब टिशू का कायाकल्प करता है।
- यह ओजस बनाता है - इम्युनिटी और यौवन का सार।
जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) आंवला जूस का इस्तेमाल कैसे करें
- 20-30 मिलीलीटर ( ml ) आंवले का जूस दिन में दो बार खाली आमाशय या डॉक्टर की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) लें।
जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) आंवला जूस की सतर्कता
- इस औषधि की स्व-औषधि की परामर्श नहीं दी जाती है।
- ज्यादा डोज़ विपरीत प्रभाव ( effect ) पैदा कर सकता है।
- इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) ही लें।
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
- प्रेग्नेंट और स्तनपान ( breastfeeding ) कराने वाली माताओं को इस औषधि को लेने से पहले सलाह लेना चाहिए।