Jiva Ayurveda Chyawanprasha Sugar Free (1000g)

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Jiva Ayurveda Chyawanprasha Sugar Free (1000g)

कफ

कारण

  • विषाणुजनित इनफ़ेक्शन
  • प्रदूषकों के कांटेक्ट और एलर्जी ( allergy ) की रिएक्शन
  • फेफड़ों के जीर्ण बीमारी
  • दाह या कंठनली में इनफ़ेक्शन
  • शीत और फ्लू ( flu )
  • एलर्जिक राइनाइटिस और साइनोसाइटिस
  • हृदय से रिलेटेड वेंट्रिकल या वाल्व की समस्या

लक्षण

  • कफ, बलगम के साथ खाँसी ( cough ) या सूखी खाँसी ( cough )
  • खांसते अवधि ( समय ) छाती में पीड़ा
  • दाह के साथ कंठनली का लाल होना
  • सांस लेने में कष्ट
  • निरन्तर गला साफ करना
  • खांसने के कारण आमाशय में पीड़ा

Nameजीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) च्यवनप्राशा शुगर फ्री (1000 ग्राम)
Brandजीवा आयुर्वेद ( ayurveda )
MRP₹ 350
Categoryसेहत खाद्य और पेय, Chyawanprash, आहार-पोषण और अनुपूरक
Sizes500 ग्राम, 1000 ग्राम
Prescription RequiredNo
Length8.5 सेंटिमीटर
Width8.5 सेंटिमीटर
Height15.5 सेंटिमीटर
Weight1070 ग्राम
Diseasesकफ

जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) च्यवनप्राशा शुगर फ्री के बारे में

जीवा शुगर-फ्री च्यवनप्राशा, विटामिन ( vitamin )-सी से ज्यादा, बिना शुगर के स्पेशल रूप से तैयार किया जाता है जो आपको ताकत और शक्ति प्रोवाइड करता है और आपकी इम्युनिटी को बढ़ाता है। अगर आप शुगर के प्रति जागरूक हैं या फैमिली में कोई आदमी डायबिटीज से दुःखित है, तो वे इसे बिना किसी चिंता ( anxiety ) के खा सकते हैं। यह सबसे बढ़िया कायाकल्प टॉनिक है जो बॉडी ( body ) में सब के सब पुष्टिकारक तत्वों की अभाव को पूरा करता है। यह बॉडी ( body ) के बचाव तंत्र को पुनर्स्थापित करता है और सब के सब अंगों को पुनर्जीवित करता है। दिन में दो बार एक चम्मच ( spoon ) आपके दोषों को बैलेंस्ड करेगा और मौसमी के साथ-साथ शीत, कफ और दमा जैसी क्रोनिक सेहत प्रॉब्लम्स को रोकने में सहायता करेगा।

जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) च्यवनप्राश आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का एक उत्तम मिश्रण ( mixture ) है।

जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) च्यवनप्राश शुगर फ्री के सेहत फायदा

1. मौसमी इनफ़ेक्शन से बचाता है:

जब शीत शुरू होती है या मानसून शुरू होता है, तो ऋतु में वजनी बदलाव आता है, जिससे नए जीवाणु, कीटाणु और जीवित जीव वायु में आ जाते हैं। कुछ लोग इन महीनों ( कई माह ) में इनफ़ेक्शन और ज्वर के शिकार हो जाते हैं। जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) च्यवनप्राश लेने से आपके बॉडी ( body ) को ऐसे फंगल ( fungal ) और जीवाणु के इनफ़ेक्शन से लड़ने में सहायता मिलती है।

2 . हाज़मा तंत्र को बढ़ाता है:

यदि आपका हाज़मा तंत्र दुर्बल है, तो जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) च्यवनप्राश का नित्य रूप से सेवन करने से आपको इसे बढ़ाने में सहायता मिल सकती है। यह पाखाना त्याग और खाद्य पदार्थों के हाज़मा को सुव्यवस्थित करने में सहायता करता है। इस फॉर्मूलेशन में दालचीनी और आंवला में कार्मिनेटिव गुण होते हैं, और ये आमाशय फूलने को रोकने में सहायता करते हैं। यह भी कोष्ठबद्धता ( constipation ) को रोकने में सहायता करता है , एक ऐसी स्थिति जो ह्यूमन ( human ) आबादी के एक बड़े हिस्से को प्रभावित करती है।

3. श्वसन ( respiration ) रिलेटिव प्रॉब्लम्स से लड़ने में सहायता करता है:

इस प्राचीन फॉर्मूलेशन में उपस्थित जड़ी-बूटियां लंबी अवधि और क्रोनिक सांस की रोगों से दुःखित लोगों की सहायता कर सकती हैं।

4. स्किन को चमकदार और नीरोग रखने में सहायता करता है:

बहुत से लोग जो सोचते हैं उसके विपरीत, स्किन पर बाहरी रूप से सौंदर्य प्रोडक्ट्स को लागू करना युवा और आकर्षक दिखने के लिए पर्याप्त नहीं है। आप जो खाते हैं वह आपकी स्किन पर भी दिखता है। जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) च्यवनप्राश में आंवला के साथ अनेक जड़ी-बूटियाँ शामिल हैं जिनमें विटामिन ( vitamin ) सी अच्छी मात्रा ( quantity ) में होता है। उन जड़ी-बूटियों को जब अंदरूनी रूप से लिया जाता है, तो स्किन को नीरोग और चमकदार रहने में सहायता मिलती है। तो, एक तरह से च्यवनप्राश खाने से आपको आयु बढ़ने के इशारों को प्रयाप्त हद तक दूर करने में सहायता मिलती है। इस अमृत में उपस्थित केसर आपकी रंगत को निखारने में सहायता कर सकता है।

5. ब्लड शुद्ध ( pure ) करने में मददगार:

जो लोग व्यस्त जीवन जीते हैं, कम निद्रा लेते हैं या जंक फूड का सेवन तत्त्व करते हैं, उनके बॉडी ( body ) में बार बार विषाक्त ज्यादा हो जाते हैं। ये विषाक्त तत्त्व, जब बॉडी ( body ) में जमा हो जाते हैं, तो अनेक समस्याओं और रोगों की प्रारंभ हो जाती है। वे आपके बॉडी ( body ) में नेचुरल ब्लड शोधन प्रोसेस में भी बाधा डालते हैं। जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) च्यवनप्राश खाने से रक्त को शुद्ध ( pure ) करने में सहायता मिलती है और बॉडी ( body ) से उन अलावा जहरीले तत्वों को समाप्त किया जाता है।

6. लैंगिक ( genital ) शक्ति को बढ़ाता है:

यद्यपि यह अच्छी तरह से ज्ञात नहीं है, जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) च्यवनप्राश खाने से लैंगिक ( genital ) शक्ति को प्रोत्साहन देने और लैंगिक ( genital ) प्रॉब्लम्स से अच्छा तरीके से निपटने में सहायता मिल सकती है। मिसाल के लिए, इस फॉर्मूलेशन में उपस्थित जड़ी-बूटियां माहवार धर्म चक्र को आकृति में रखने में सहायता करती हैं।

7. तनाव से निपटने में मदद करें:

इस आयुर्वेदिक फॉर्मूलेशन में उपस्थित जड़ी-बूटियाँ असली में आपके नर्व तंत्र पर शांत प्रभाव ( effect ) डालती हैं। इसलिए, इसे खाने से आपको तनाव से अच्छा तरीके से निपटने में सहायता मिल सकती है।

8. याददाश्त तेज करता है और ब्रेन फंक्शन ( function ) में सहायता करता है:

आपको अपने जीवन और करियर में बहुत सी चीजों पर नज़र रखनी होगी। छोटी आयु में भी कभी-कभी चीजों को भूल जाना किसी के लिए भी असाधारण नहीं है। जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) च्यवनप्राश खाने से आपका बॉडी ( body ) जड़ी-बूटियों से ताकतवर होता है जो ब्रेन के कार्यों को बढ़ाने और याददाश्त को तेज करने में मदद करता है। वयस्कों के अतिरिक्त, बच्चे भी इस आयुर्वेदिक अमृत को खाने से अपनी पढ़ाई पर अच्छा ध्यान केंद्रित कर सकते हैं और भिन्न-भिन्न गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।

9. डेली कार्यों के लिए एनर्जी प्रोवाइड करता है:

काम के बोझ, निरन्तर मल्टीटास्किंग और तनाव के कारण, बहुत से लोग डेली कामों के साथ काम करने में एनर्जी की अभाव महसूस करते हैं। जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) च्यवनप्राश में बहुत सारे हर्बल अर्क होते हैं जो आपके बॉडी ( body ) को बिना थकान या घिसे-पिटे डेली कार्यों को पूरा करने के लिए पर्याप्त एनर्जी प्रोवाइड करते हैं।

10. भार घटाने में सहायता करता है:

बहुत से मोटे आदमी अपना अलावा भार कम करने में विफल रहते हैं क्योंकि उनका चयापचय इष्टतम स्तर पर नहीं होता है। जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) च्यवनप्राश खाने को करने में सहायता मिलती है करने में मदद मिलती है से चयापचय उत्तेजित ( excited ) और इस तरह भार कम ।

डोज़:

1 चम्मच ( spoon ) दिन में दो बार, या डॉक्टर के निर्देशानुसार।