पाइल्स और फिशर्स
कारण
- कोष्ठबद्धता ( constipation )
- संजीदा आमाशय का दबाव ( चाप )
- अपर्याप्त जल का सेवन कोष्ठबद्धता ( constipation ) का कारण बनता है
- मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
लक्षण
- गुदा से तेज, लाल ब्लीडिंग
- पाखाना त्याग करते अवधि ( समय ) पीड़ा और रक्त बहना
- पाखाना त्याग के दौरान सॉफ्टनेस या पीड़ा
- कष्टदायक स्वेलिंग या गुदा के नजदीक एक गांठ
- श्लेष्मा गुदा डिस्चार्ज के साथ गुदा खारिश
Name | जॉली वसीर एंटी पाइल्स जेल (30caps, Pack of 2) |
---|---|
Brand | विनोदी |
MRP | ₹ 258 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), औषधियां |
Sizes | 30 ग्राम, 2x30कैप्स, 3x30g, 5x30g, 7x30g |
Prescription Required | No |
Length | 0 सेंटिमीटर |
Width | 0 सेंटिमीटर |
Height | 0 सेंटिमीटर |
Weight | 0 ग्राम |
Diseases | पाइल्स और फिशर्स |
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वसीर एंटी पाइल्स जेल के बारे में
जॉली वसीर कैप्सूल (एंटी-पाइल्स) तेजी से काम करने वाला फॉर्मूला है जो सब के सब तरह के पाईल्स ( बवासीर ) को तेजी से ठीक करता है और इसे रीठा, नागा केसर, काकमाची, मजूफल, त्रिफला किल्मोरा, घृत कुमारी, निशोथ, हीराबोल, शुद्ध ( pure ), फिटकारी जैसे विवेकपूर्ण तरीके से चुनी गई जड़ी-बूटियों से तैयार किया जाता है। जॉली वसीर कैप्सूल में जड़ी-बूटियाँ शामिल हैं जो बिना किसी दुष्प्रभाव ( side effect ) के 100% आयुर्वेदिक हैं।
पाइल एक कष्टदायक बीमारी है। आयुर्वेदिक पौराणिक कथाओं के अनुरूप ( accordingly ) पाईल्स ( बवासीर ) का कारण जंक फूड, मसालों से भरा आहार ( food ) और कोष्ठबद्धता ( constipation ) है। आमतौर पर पीड़ा, दाह, गुदा में खारिश और बाहर निकलने के बाद रक्त बहना पाईल्स ( बवासीर ) के लक्षण ( symptom ) हैं। अगर इस प्रॉब्लम ( problem ) का उचित उपचार न किया जाए तो पाईल्स ( बवासीर ) बनने लगती है जो बहुत ही कष्टदायक हो जाती है।
आधुनिक ट्रीटमेंट ( treatment ) के अनुरूप ( accordingly ) इस प्रॉब्लम ( problem ) का उपाय संभवतया आयुर्वेदिक में ऑपरेशन है, इस प्रॉब्लम ( problem ) का उपचार हर्बल औषधि से मुमकिन है, जॉली हेल्थ केयर ने आयुर्वेदिक विशेषज्ञों की सहायता से पाईल्स ( बवासीर ) की औषधि बनाई है।
जॉली वसीर कैप्सूल तेजी से काम करने वाला फॉर्मूला है जो सब के सब तरह के पाईल्स ( बवासीर ) को तेजी से ठीक करता है और इसे रीठा, नागा केसर, काकमची, मजूफल, त्रिफला किल्मोरा, घृत कुमारी, निशोथ, हीराबोल, शुद्ध ( pure ), फिटकरी जैसी विवेकपूर्ण जड़ी-बूटियों से तैयार किया जाता है। जॉली वसीर कैप्सूल में जड़ी-बूटियां शामिल हैं जो बिना किसी साइड इफेक्ट के 100% आयुर्वेदिक हैं। जॉली वसीर कैप्सूल खाने से कुछ ही दिनों में रक्त बहना बंद हो जाता है और पाईल्स ( बवासीर ) धीरे-धीरे कम हो जाती है।
वसीर ऑइंटमेंट की मटेरियल
- लज्जलु
- Bhringraj
- Daruharidra
- मुलेथिस
- Apamargakshar
- करपुरा तेल
- पूंछ के लिए
- निम्बा
वसीर ऑइंटमेंट का इस्तेमाल
- निकासी के बाद अर्जी करें।
- सोने से पहले।
- आवश्यकतानुसार दिन में दो या तीन बार लगाएं।
- अच्छा नतीजा के लिए जॉली वसीर जेल को 10-15 हफ्ते तक लगाएं।
वसीर ऑइंटमेंट के लिए टिप्स
- दालें और हरी पत्तेदार सब्जियां ( vegetables ) खाएं।
- ताजा दही, लाल कलर का, पपीता और अमरूद खाएं।
- 10-12 गिलास जल पिएं।
- सिट्ज़ बाथ लें। (मरीज को पोटैशियम परमैंगनेट के कुछ क्रिस्टल उष्ण जल वाले टब में डालना चाहिए और टब में रोजाना 10-15 मिनट तक बैठना चाहिए)।