Kerala Ayurveda Rasnerandadi Kwath (200ml)

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Kerala Ayurveda Rasnerandadi Kwath (200ml)

साइटिका

कारण

  • कटिस्नायुशूल नर्व का संपीड़न
  • काठ का स्पोंडिलोसिस नर्व दबाव ( चाप ) का कारण बनता है
  • अंदरूनी ब्लीडिंग जो स्थानीय दबाव ( चाप ) का कारण बनता है
  • स्लिप डिस्क के कारण दबाव ( चाप )
  • पोस्ट ऑपरेटिव शिकायतें

लक्षण

  • निचली कटि ( कमर ) का पीड़ा
  • टांगों में सुन्नपन और सनसनाहट
  • बछड़े की मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता के साथ टाँगों में पीड़ा
  • पांव और पांव की अंगुली की मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता
  • प्रभावित पांव में निरन्तर पीड़ा
  • चलते अवधि ( समय ) पीड़ा

पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा

कारण

  • पीठ ( back ) या घुटने ( knee ) में चोट
  • आमवात
  • संगठित चोटें
  • रजोनिवृत्ति
  • शिराओं का संपीड़न
  • व्यवसाय उन्मुख: निरन्तर खड़े रहना या बैठना

लक्षण

  • बैठने/काम करने/चलने के दौरान पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) में तेज पीड़ा
  • स्थिति बदलने में मुसीबत
  • पीठ ( back ) में भारीपन
  • टांगों में सुन्नपन
  • सोने की गलत पोजीशन

आमवात और आमवात

कारण

  • पुष्टिकारक तत्वों की अभाव (कैल्शियम। विटामिन ( vitamin ) डी)
  • रजोनिवृत्ति
  • आयु बढ़ने
  • ज्यादा भार
  • आमवात का पारिवारिक हिस्ट्री

लक्षण

  • जॉइंट्स के पीड़ा के साथ थकान
  • जॉइंट्स की लालिमा और स्वेलिंग
  • जॉइंट्स का अकड़ना
  • कठिन चलना
  • मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता

Nameकेरल आयुर्वेद ( ayurveda ) रसनेरंदादि क्वाथ (200 मिली)
Brandकेरल आयुर्वेद ( ayurveda )
MRP₹ 195
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), आसव अरिष्ट और कढाई
Sizes200
Prescription RequiredNo
Length0 सेंटिमीटर
Width0 सेंटिमीटर
Height0 सेंटिमीटर
Weight0 ग्राम
Diseasesसाइटिका, पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा, आमवात और आमवात

 

केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) के बारे में

रसनेरंदादि क्वाथ द्रव रूप में एक बहुत ही प्रसिद्ध आयुर्वेदिक दवा है। इसे रसनादि क्वाथ, कषाय, क्वाथ आदि के नाम से भी जाना जाता है। इसमें शक्तिशाली स्वेलिंग-रोधी फायदा होते हैं।

मटेरियल केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) रसनेरंदादि क्वाथ

  • रसना - प्लुचिया लांसोलता
  • धनवायस - अल्हागी स्यूदलहगी
  • बुलेट - सीडा कॉर्डिफोलिया
  • एरंडमूल - अरंडी की जड़
  • देवदरु - सेड्रस देवदर:
  • शती - हेडिचियम स्पाइकेटम
  • वाचा - एकोरस कैलामुस
  • वासा - अधातोदा गांव
  • नागरा - जिंजर
  • पथ्या - टर्मिनलिया चेबुला
  • छव्य - पाइपर चबा
  • मुस्टा - साइपरस रोटंडस
  • Punarnava – Boerhaavia diffusa
  • गुडुची - टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया
  • वृद्धदरु - अर्गिरिया विशिष्टता
  • Shatapushpa – Anethum sowa
  • गोक्षुरा - ट्रिबुलस टेरेस्ट्रिस
  • अश्वगंधा - विथानिया सोम्निफेरा
  • प्रतिविशा - एकोनिटम हेटरोफिलम
  • कृतमाला - कैसिया फिस्टुला
  • शतावरी - शतावरी रेसमोसस
  • कृष्णा - लंबी मिर्च
  • सहचारा - बारलेरिया प्रियोनाइटिस
  • कंटकारी - सोलनम ज़ैंथोकार्पुम
  • धान्यका - धनिया बीज
  • बृहती - सोलनम इशारा

केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) रसनेरंदादि क्वाथ के इशारा

  • जीर्ण ऑस्टियोआर्थराइटिस ( osteoarthritis )
  • रूमेटाइड आमवात
  • साइटिका
  • निचला कटि ( कमर ) पीड़ा
  • झटका या आघात
  • नीचे के अंगों का पक्षाघात
  • बॉडी ( body ) के अपक्षयी परिवर्तन।

केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) के फायदा रसनेरंदादि क्वाथ

  • पीड़ा और स्वेलिंग को कम करता है
  • प्रभावित हिस्से की कार्यात्मक दक्षता में इम्प्रूवमेंट करता है
  • ताकत शिराओं
  • जॉइंट्स की हार्डनेस को कम करता है
  • भूख में इम्प्रूवमेंट
  • सुरक्षित, भले ही लंबी अवधि के लिए लिया जाए

डोज़ केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) रसनेरंदादि क्वाथ

  • डोज़ 12 - 24 मिली, आहार ( food ) से पहले या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार है।
  • आमतौर पर कषाय में बराबर मात्रा ( quantity ) में जल मिलाने की परामर्श दी जाती है।
  • प्रशासन करते अवधि ( समय ), यह आमतौर पर एक ग्राम जिंजर ( ginger ), लंबी काली मिर्च, अजवायन या अरंडी के तेल के साथ दिया जाता है।

केरल आयुर्वेद ( ayurveda ) के लिए सतर्कता

  • इस औषधि के कोई ज्ञात दुष्प्रभाव ( side effect ) नहीं हैं।
  • यद्यपि इस उत्पाद ( product ) का इस्तेमाल औषधीय निगरानी में करना सबसे बढ़िया है। इस औषधि के साथ स्व-औषधि को हतोत्साहित किया जाता है।
  • एक रोगी ने "पित्त रिलेटिव समस्याएं जैसे जी मिचलाना, मस्तिष्क घूमना आदि" की कष्ट की। 2 चम्मच ( spoon ) की डोज़ के साथ, 4 चम्मच ( spoon ) जल के साथ मिलाकर