Name | Nagarjun Ashmarihar Kashaya (200ml) |
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Brand | Nagarjun |
MRP | ₹ 125 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), आसव अरिष्ट और कढाई |
Sizes | 200 |
Prescription Required | No |
Length | 5 सेंटिमीटर |
Width | 5 सेंटिमीटर |
Height | 13 सेंटिमीटर |
Weight | 330 ग्राम |
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अश्मरिहार कषाय के बारे में
अश्मरीहर कषाय एक बहु-हर्बल आयुर्वेदिक दवा है। Kashaya या kashayam मेडिसिनल जड़ी बूटियों से तैयार एक मेडिसिनल काढ़ा है। अश्मरीहर कषाय अशमारी की बचाव और ट्रीटमेंट ( treatment ) में सहायक है। अश्मरीहर का शाब्दिक मतलब पत्थरों को रिमूव वाला होता है।
आयुर्वेद ( ayurveda ) गुर्दे की पथरी या यूरोलिथियासिस को अशमारी के रूप में संदर्भित करता है। पथरी मिनरल्स से गुर्दे और यूरिनरी ब्लैडर में बनने वाले ठोस संघनन या क्रिस्टल एकत्रीकरण हैं। बॉडी ( body ) के अंदर पथरी बनने से रोकने के लिए
पर्याप्त जल पीना और चावल, जौ, कुल्थी, जिंजर ( ginger ) जैसे उचित खाद्य तत्त्व खाना जरूरी है। कुल्टी का इस्तेमाल भारत में लोक ट्रीटमेंट ( treatment ) में गुर्दे की पथरी के उपचार के लिए किया गया है। कुछ ऐसे कारक हैं जो पथरी बनने के ख़तरा को बढ़ाते हैं। इनमें सूखा आहार ( food ) खाना, ग्रेन ( grain ) का आटा बहुत कसैले आहार ( food ) का सेवन, वजनी कसरत शामिल हैं
नेचुरल आग्रहों का दमन, धूप में बहुत काम करना इत्यादि
अश्मरिहार कषाय की प्रमुख मटेरियल
- पाशनभेदा (बर्गेनिया लिगुलाटा)
- Sagauna fruit
- पपीते की जड़ अपलोड करें
- शतावरी रेसमोसस (शतावरी जड़)
- ट्रिब्युलस टेरेस्ट्रिस (गोखशुरु)
- वरुण छाल
- कुश रूट
- कासा जड़
- Kakdi ke beej
- Jatamansi
- Punarnava
- गिलोय
- Apamarga
- खुरासानी यावानी
अश्मरिहार कषाय के इस्तेमाल
अश्मरीहर कषाय गुर्दे और पेशाब पथरी को रोकने और उपचार के लिए अनेक मेडिसिनल जड़ी बूटियों का काढ़ा है। यह गुर्दे और आमाशय पीड़ा में भी आराम देता है।
अश्मरिहर कषाय की डोज़
10 - 20 मिली, दिन में एक या दो बार आहार ( food ) से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार। यह आमतौर पर शिलाजीत गोली ( tablet ) / क्षार परपाती / यवक्षरा के साथ दिया जाता है।
अश्मरीहर कषाय के दुष्प्रभाव ( side effect )
- इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
- ज्यादा डोज़ गैस्ट्र्रिटिस का कारण बन सकता है।
- प्रेग्नेंट स्त्रियों, स्तनपान ( breastfeeding ) कराने वाली माताओं और शिशुओं को इस औषधि को औषधीय निगरानी में सख्ती से लेना चाहिए।
- शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
- सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।