Name | नागार्जुन लशुनादि वटी (1200टैब) |
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Brand | Nagarjun |
MRP | ₹ 1145 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु |
Sizes | 30टैब, 60tab, 1200टैब |
Prescription Required | No |
Length | 0 सेंटिमीटर |
Width | 0 सेंटिमीटर |
Height | 0 सेंटिमीटर |
Weight | 0 ग्राम |
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Lashunadi Vati . के बारे में
लशुनादि वटी गोली ( tablet ) के रूप में पॉलीहर्बल आयुर्वेदिक औषधि है जिसका इस्तेमाल बदहजमी, डायरिया और गैस्ट्रोएंटेराइटिस के उपचार के लिए किया जाता है। लशुनादि वटी में वातहर, रेचक, जठर और उत्तेजक गुण होते हैं। यह औषधि अनेक इंडियन कंपनियों जैसे डाबर, जीवा और अनेक और द्वारा निर्मित है।
घटक
- एलियम सैटिवम (लहसुन)
- जीरा सायमिनम (सफ़ेद जीरा)
- Rock salt (Saindhav lavan)
- शुद्ध ( pure ) गंधक (शुद्ध ( pure ) गंधक)
- जिंजीबर ऑफिसिनेल (सुंथी)
- मुरलीवाला नाइग्रम (काली मारीचा)
- Piper longum (Chhoti pippali)
- शुद्ध ( pure ) फेरुला हींग (शुद्ध ( pure ) हिंग)
- जलीय अर्क में संसाधित (सूखा बुनियाद पर) साइट्रस लिमोन (निम्बू स्वर)
इस्तेमाल
- बदहजमी
- आमाशय फूलना
- आमाशय में पीड़ा
- आंत्रशोथ (आमाशय और छोटी आंत्र में स्वेलिंग के साथ संक्रामक डायरिया)
- खट्टी ( sour ) डकार ( belching )
मात्रा ( quantity ) बनाने की पद्धति
1 टैबलेट ( tablet ) दिन में दो बार आहार ( food ) से पहले हल्के गर्म जल के साथ या डॉक्टर के परामर्शानुसार।
एहतियात
- ज्यादा मात्रा ( quantity ) में सेवन करने से आमाशय में हल्की दाह हो सकती है।
- हाई बी.पी. वाले लोगों को इस औषधि को एहतियात से लेना चाहिए क्योंकि इसमें एक घटक के रूप में लवण होता है।
- शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
- शीतल और सूखे जगह में रखें।