बदहजमी/अम्ल/गैस
कारण
- खा
- चिंता ( anxiety )
- लगातार व्रत
- मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
- पीड़ा निरोधक एंटीबायोटिक्स ( antibiotics ) अम्लता ( खट्टापन ) का कारण बन सकते हैं
लक्षण
- ऊपरी आमाशय में आकुलता ( बेचैनी )
- आमाशय पीड़ा और परिपूर्णता की मनोवृत्ति
- उल्टी
- मतली के एपिसोड
- स्वेलिंग की अनुभूति
Name | न्यू शमा जवारिश मेदा (125 ग्राम) |
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Brand | न्यू शामा |
MRP | ₹ 101 |
Category | यूनानी ट्रीटमेंट ( treatment ), माजुन और जवारीशो |
Sizes | 125g |
Prescription Required | No |
Length | 6 सेंटिमीटर |
Width | 5 सेंटिमीटर |
Height | 5 सेंटिमीटर |
Weight | 166 ग्राम |
Diseases | बदहजमी/अम्ल/गैस |
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Jawarish Meda . के बारे में
जवारिश मेदा भिन्न-भिन्न गैस्ट्रिक ( gastric ) प्रॉब्लम्स में बहुत सहायक है। मेदा का मतलब है पेट। गैस्ट्रिक ( gastric ) प्रॉब्लम्स के भिन्न-भिन्न कारण होते हैं। यह लंबी रोग के कारण होता है, नर्व रिलेटिव निर्बलता और बहुत औषधियों के इस्तेमाल से गैस्ट्राइटिस और हेपेटाइटिस होता है, जिससे आमाशय की निर्बलता होती है। मरीज को भूख लगती है और वह ठीक से खाना पसंद नहीं करता है।
जवारिश मेदा के इशारा
- आमाशय को ताकतवर करता है
- हाज़मा में सहायता करता है
- आंतों के क्रमाकुंचन आंदोलनों को साधारण करता है
- आमाशय, जिगर ( liver ) और आंतों को दें सुरक्षा
जवारिश मेदा की मटेरियल
- आंवला बिरयान (Emblica officinalisFrt.)
- Bekh karafs(Apium graveolensRt.)
- बलछार (नारदोस्तचिस जटामांसी)
- Badiyan (Foeniculum vulgareSds)
- दारचिनी (दालचीनी ज़ीलेनिकम ब्रक।)
- दाना एड़ी खुर्द (एलेटारिया इलायची एसडी।)
- वील एड़ी आराम (एमोमम सबुलाटम एसडी।)
- फिल्फिल सियाह (पाइपर नाइग्रम लिननफ्रट।)
- लौंग
- नरकाचूर
- नगर ग्रेटर (साइपरस स्कारियोसस आरटी।)
- Pipal kalan (Piper chaba linnFrt.)
- पेपरमिंट खुश्क
- पोस्ट संगदाना मुर्ग (गिजार्ड ऑफ कॉक)
- Satar farsi
- क्राउन पेंसिल
- टेप
- ज़ांजाबील
- क्योंकि काला
- Zira safed
- सत पेपरमिंट
- सत- अजवाइन
- Shahad
- शुगर श्वेत
जवारिश मेदा की डोज़
प्रातः और संध्या या आहार ( food ) के बाद 5 ग्राम जल की थोड़ी मात्रा ( quantity ) के साथ लेना चाहिए।
जवारिश मेदा की सतर्कता
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
- स्व-औषधि की सिफारिश नहीं की जाती है।
- सूखी और ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।
- हर इस्तेमाल के बाद औषधि की टोपी को कसकर बंद कर दें।
- औषधि को मूल पैकेज और पात्र ( container ) में रखें।