बदहजमी/अम्ल/गैस
कारण
- खा
- चिंता ( anxiety )
- लगातार व्रत
- मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
- पीड़ा निरोधक एंटीबायोटिक्स ( antibiotics ) अम्लता ( खट्टापन ) का कारण बन सकते हैं
लक्षण
- ऊपरी आमाशय में आकुलता ( बेचैनी )
- आमाशय पीड़ा और परिपूर्णता की मनोवृत्ति
- उल्टी
- मतली के एपिसोड
- स्वेलिंग की अनुभूति
Name | New Shama Mamta Ghutti (60ml) |
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Brand | न्यू शामा |
MRP | ₹ 37 |
Category | यूनानी ट्रीटमेंट ( treatment ), औषधियां |
Sizes | 60 मिली |
Prescription Required | No |
Length | 0 सेंटिमीटर |
Width | 0 सेंटिमीटर |
Height | 0 सेंटिमीटर |
Weight | 0 ग्राम |
Diseases | बदहजमी/अम्ल/गैस |
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About New Shama Mamta Ghutti
अपने जीवन के शुरुआती पड़ावों में, बच्चे अपने मुँह में सब कुछ डाल देते हैं, उन्हें संभावित संदूषण के बारे में पता नहीं होता है। इसके कारण अधिकतर बच्चे भिन्न-भिन्न तरह की गैस्ट्रिक ( gastric ) प्रॉब्लम्स और भूख न लगने से दुःखित होते हैं। इन प्रॉब्लम्स को दूर करने के लिए न्यू शमा लैब ने न्यू शमा ममता घुट्टी नाम से एक अद्वितीय यूनानी हर्बल फॉर्मूलेशन तैयार किया है।
Indications of New Shama Mamta Ghutti
- शिशुओं के दांत निकलने के दौरान डायरिया, आमाशय फूलना, मतली और बदहजमी में लाभकारी
Ingredients of Mamta Ghutti
- अमलतास कैसिया फिस्टुलाFrt
- अजवाईन पाइचोटिस अजवायन एसडीएस।
- हर खुर्द टर्मिनलिया बेलेरिकाFrt
- बहेरा टर्मिनलिया बेलरिकाFrt
- आंवला एम्बेलिका ऑफिसिनैलिस Frt।
- जीरा जीरा
- मुलैठी ग्लाइसिराइजा ग्लबरा आरटी।
- बाओ बदांग एम्बेलिया रिब्स एसडीएस।
- सौंफ फेओनिकुलम वल्गारे एसडीएस। और दूसरे
Dosage of New Shama Mamta Ghutti
- 6 माह तक शिशुओं को 10 बूंद पिलाई जाए।
- शिशुओं को 12 माह तक 15 ड्रॉप्स पिलाई जानी चाहिए।
- 24 माह तक शिशुओं को 20 बूँदें पिलाई जाएँ।
- शिशुओं को 3 वर्ष तक 20 बूंद या 1 चम्मच ( spoon ) पिलाएं।
Precautions of New Shama Mamta Ghutti
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
- स्व-औषधि की सिफारिश नहीं की जाती है।
- सूखी और ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।
- हर इस्तेमाल के बाद औषधि की टोपी को कसकर बंद कर दें।
- औषधि को मूल पैकेज और पात्र ( container ) में रखें।