टॉन्सिलाइटिस और कंठनली में पीड़ा
कारण
- बैक्टीरियल ( bacterial ) और वायरल ( viral ) इनफ़ेक्शन
- ऊपरी श्वसन ( respiration ) पथ के इनफ़ेक्शन
- भीड़भाड़ के साथ साइनोसाइटिस
लक्षण
- टॉन्सिल की लालिमा के साथ कंठनली में खराश
- गर्दन ( neck ) प्रदेश में सॉफ्टनेस या पीड़ा
- आहार ( food ) गटकने ( निगलने ) में मुसीबत
- शीत लगना और कान ( ear ) में पीड़ा
- श्वेत धब्बे वाले टॉन्सिल से आवाज कर्कश हो जाती है
Name | प्रवीक रजतप्राश (400 ग्राम) |
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Brand | प्रवेकी |
MRP | ₹ 400 |
Category | सेहत खाद्य और पेय, Chyawanprash, आहार-पोषण और अनुपूरक |
Sizes | 400 ग्राम, 800g |
Prescription Required | No |
Length | 9.5 सेंटिमीटर |
Width | 9.5 सेंटिमीटर |
Height | 8.7 सेंटिमीटर |
Weight | 500 ग्राम |
Diseases | टॉन्सिलाइटिस और कंठनली में पीड़ा |
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प्रवीक रजतप्राशी
प्रवीक रजतप्राशी के बारे में
रजतप्राश एक प्रवीक का मालिकाना आयुर्वेदिक फॉर्मूलेशन है जहां पारंपरिक च्यवनप्राश (हर्बल डाइटरी सप्लीमेंट) को केसर और 100% शाकाहारी सिल्वर वारक मिलाकर ताकतवर किया गया है। रजतप्राश स्पेशल रूप से इम्युनिटी को बढ़ाता है, साधारण निर्बलता को ठीक करता है और एनर्जी को बढ़ाता है। प्रभावशाली जड़ी बूटियों और मिनरल्स के इस ताकतवर और कायाकल्प मिश्रण ( mixture ) का डेली सेवन बॉडी ( body ) की इम्युनिटी को ताकतवर करता है, बॉडी ( body ) में विमुक्त कणों या ऑक्सीडेंट को ऑफसेट करता है, और साधारण कमजोरी में सहायक होता है। यह मिश्रण ( mixture ) फेफड़ों और श्वसन ( respiration ) पद्धति के लिए बढ़िया है और इसलिए तपेदिक, कफ और शीत में मददगार है।
प्रवीक रजतप्राशी की मटेरियल
• केसर: केसर एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो मूड में इम्प्रूवमेंट कर सकता है और अवसादग्रस्त लक्षणों का उपचार करने में सहायता करता है। यह एक कामोद्दीपक के रूप में भी काम कर सकता है।
• लाउंज: लाउंज में अनेक यौगिक शामिल होते हैं जो स्वेलिंग-रोधी गुणों से जुड़े होते हैं। इन यौगिकों में यूजेनॉल सबसे जरूरी है। यूजेनॉल को बॉडी ( body ) में स्वेलिंग रिएक्शन को कम करने, आमवात जैसे बिमारियों के ख़तरा को कम करने और लक्षणों को प्रशासित करने में सहायता करने के लिए दिखाया गया है।
• आंवला: आंवला बेरी एंटीऑक्सिडेंट से ज्यादा होता है, जो हार्ट बीमारी, डायबिटीज जैसी क्रोनिक सेहत परिस्थितियों के ख़तरा को कम करता है। यह एक कायाकल्प और विटामिन ( vitamin ) सी का एक समृद्ध साधन के रूप में काम करता है।
• मधु ( honey ): मधु ( honey ) कंठनली के इनफ़ेक्शन, दमा, तपेदिक, तृष्णा, नेत्रों के बीमारी, घुमेरी ( dizziness ) आना, कोष्ठबद्धता ( constipation ) में सहायक है और पुष्टिकारक अनुपूरक के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।
• इलाइची: इलाइची में एंटीऑक्सिडेंट और मूत्रवर्धक, पेशाब बढ़ाने वाला गुण होते हैं जो ब्लड प्रेशर को कम कर सकते हैं और इसके एन्टी भड़काऊ प्रभाव ( effect ) के कारण क्रोनिक रोगों से बचा सकते हैं।
• दालचीनी: दालचीनी जिसे दालचीनी के रूप में भी जाना जाता है, एंटीऑक्सिडेंट से भरी हुई है और इसमें स्वेलिंग-रोधी गुण होते हैं।
प्रवीक रजतप्राश के फायदा
- दृढ, सर्द, एन्टी भड़काऊ, आमाशय के गुण
- कंठनली के इनफ़ेक्शन, ब्रोन्कियल दमा और तपेदिक में सहायक
प्रवीक रजतप्राशी का उपयोग कैसे करें
- वयस्कों के लिए: प्रातः और संध्या 10 ग्राम।
- शिशुओं के लिए: प्रातः और संध्या 5 ग्राम।
- या डॉक्टर के निर्देशानुसार।
- इसे मिल्क में मिलाकर भी सेवन किया जा सकता है।
- सुझाए गए उम्र ग्रुप: बच्चे (6 साल से ऊपर) और वयस्क
प्रवीक रजतप्राशी की सतर्कता
- इस्तेमाल करने से पहले लेबल और निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।
- जब तक एक प्रशिक्षण करने वाले डॉक्टर द्वारा सजेशन ( suggestion ) नहीं दिया जाता है, तब तक लेबल पर निर्दिष्ट डोज़ से ज्यादा न करें।
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
- हर एक इस्तेमाल के बाद टोपी को बंद कर दें।