Rex Tonsirex (50ml)

  • Home
  • रेक्स टोंसाइरेक्स (50 मिली)
shape1
shape2
shape3
Rex Tonsirex (50ml)

टॉन्सिलाइटिस और कंठनली में पीड़ा

कारण

  • बैक्टीरियल ( bacterial ) और वायरल ( viral ) इनफ़ेक्शन
  • ऊपरी श्वसन ( respiration ) पथ के इनफ़ेक्शन
  • भीड़भाड़ के साथ साइनोसाइटिस

लक्षण

  • टॉन्सिल की लालिमा के साथ कंठनली में खराश
  • गर्दन ( neck ) प्रदेश में सॉफ्टनेस या पीड़ा
  • आहार ( food ) गटकने ( निगलने ) में मुसीबत
  • शीत लगना और कान ( ear ) में पीड़ा
  • श्वेत धब्बे वाले टॉन्सिल से आवाज कर्कश हो जाती है

ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ )

कारण

  • स्मोकिंग
  • वायु प्रदूषकों की ब्रीथिंग लेना (धूल या जहरीली गैसें)
  • फेफड़ों का इनफ़ेक्शन
  • कम इम्युनिटी
  • ताकतवर एसिड के लिए व्यावसायिक ख़तरा

लक्षण

  • कफ, बलगम के साथ कफ
  • साँसों की अभाव
  • हल्का ज्वर और शीत लगना
  • हल्का सरदर्द या बॉडी ( body ) में पीड़ा
  • उत्पादक कफ जो महीनों ( कई माह ) तक रहती है
  • थकान और छाती में कष्ट

Nameरेक्स टोंसाइरेक्स (50 मिली)
Brandरेक्स
MRP₹ 95
Categoryयूनानी ट्रीटमेंट ( treatment ), औषधियां
Sizes50 मिलीलीटर ( ml )
Prescription RequiredNo
Length4 सेंटिमीटर
Width4 सेंटिमीटर
Height9.7 सेंटिमीटर
Weight94 ग्राम
Diseasesटॉन्सिलाइटिस और कंठनली में पीड़ा, ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ )

Tosirex . के बारे में

यह मिला हुआ हर्बल औषधियों का सम्मिश्रण है जो कंठनली में खराश, दाह, स्वेलिंग, ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ), टॉन्सिलिटिस और लैरींगाइटिस के लिए बहुत प्रभावशाली है।

टोसिरेक्स के इशारा

  • कंठनली में खरास
  • कंठनली में दाह
  • स्वेलिंग, ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ), टॉन्सिलिटिस और लैरींगाइटिस।

टोसिरेक्स की मटेरियल

  • Phitkari, (Alum)
  • माज़ू (Quercut intectoria)
  • Kattha Safaid (Araca Leucophloeo)
  • ग्लिसरीन
  • सोडियम बेंजोएट

टोसिरेक्स की डोज़

टोंसाइरेक्स को दिन में दो या तीन बार रुई के टुकड़े के साथ कंठनली के प्रभावशाली भागों पर लगाने से या आधा ( half ) चम्मच ( spoon ) टोंसाइरेक्स को मिलाकर एक गिलास हल्के गर्म जल से गला धो लें। क्रोनिक स्थिति में सबसे पहले 5 ग्राम लवण मिलाकर एक गिलास हल्के गर्म जल से गला साफ करें, फिर टोंसाइरेक्स लगाएं। तेल, अम्लपित्त, उष्ण और तीखे आहारों के उपयोग से बचना चाहिए।

टोरिरेक्स की सतर्कता

  • शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
  • स्व-औषधि की सिफारिश नहीं की जाती है।
  • सूखी और ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।
  • हर इस्तेमाल के बाद औषधि की टोपी को कसकर बंद कर दें।
  • औषधि को मूल पैकेज और पात्र ( container ) में रखें।