Name | Shree Divya Ayurved Ekangvir Ras (30tab) |
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Brand | Shree Divya Ayurved |
MRP | ₹ 275 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), रास और सिंदूर |
Sizes | 30टैब |
Prescription Required | No |
Length | 6 सेंटिमीटर |
Width | 3 सेंटिमीटर |
Height | 3 सेंटिमीटर |
Weight | 30 ग्राम |
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श्री दिव्या आयुर्वेद ( ayurveda ) एकांगवीर रासो के बारे में
एकांगवीर जूस एक आयुर्वेदिक दवा टैबलेट ( tablet ) के रूप में है। इसका इस्तेमाल लकवा, कटिस्नायुशूल, चेहरे का पक्षाघात आदि के ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है। इस औषधि में वजनी धातु मूल तत्व होते हैं, इसलिए इसे केवल सख्त औषधीय निगरानी में ही लेना चाहिए।
श्री दिव्या एकांगवीर रसो की मटेरियल
- Shuddha Gandhak
- रससिंदूर
- त्रिफला क्वाठी
- Kantaloha Bhasma
- त्रिकटु क्वाथो
- वंगा भस्म
- निर्गुंडी क्वाथो
- नागा भस्म
- चित्रकमूल क्वाथो
- ताम्र भस्म
- अर्द्रक स्वरस
- Abhrak Bhasma
- शिग्रु क्वाथो
- Teekshna Loha Bhasma
- कुष्ठ क्वाथी
- Shunthi
- अमलाकी क्वाथो
- मिरी
- कुचाला बीज क्वाठी
- Pippali
- अकरकराभ क्वाथी
श्री दिव्य आयुर्वेद ( ayurveda ) एकांगवीर जूस के इस्तेमाल / फायदा
- पक्षाघात में लाभकारी।
- इसका इस्तेमाल बदहजमी, आमाशय फूलना और भूख न लगना में किया जाता है।
- चेहरे के पक्षाघात में भी एकंगवीरा बहुत लाभदायक होता है।
- इससे बॉडी ( body ) में दिमाग़ी मजबूती भी आती है।
- एकंगवीरा वात से उत्पन्न भिन्न-भिन्न बिमारियों में सहायता करता है।
- एकंगवीरा एक ताकतवर इम्युनिटी पद्धति के गठन में भी सहायता करता है।
- भिन्न-भिन्न तरह के बुखारों के ट्रीटमेंट ( treatment ) में काम करता है।
- एकंगवीरा बॉडी ( body ) के लिए कायाकल्प का काम करता है।
श्री दिव्य आयुर्वेद ( ayurveda ) एकांगवीर जूस की डोज़/इस्तेमाल कैसे करें
- आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार
श्री दिव्य आयुर्वेद ( ayurveda ) एकांगवीर रासो की सतर्कता
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
- स्व-औषधि की सिफारिश नहीं की जाती है।
- ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर ( store ) करें।
- बोतल के ढक्कन को कसकर बंद करके रखें।
- औषधि को मूल पैकेज और पात्र ( container ) में रखें।