Tresivac PFS Vaccine

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Tresivac PFS Vaccine

ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन का संक्षिप्त विवरण

यह दवा सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा बनाई गई है। इस दवा का इस्तेमाल इंजेक्शन ( injection ) पथ से किया जाता है। यह दवा इंजेक्शन ( injection ) के रूप में उपलब्ध है। यह दवा 0.5 मिली इंजेक्शन ( injection ) की प्रीफिल्ड सिरिंज में आती है। इस दवा के साल्ट कम्पोजीशन को देखें तो इसमें मिली है - खसरा वैक्सीन (लाइव) (1000ccid50) + मम्प्स वायरस वैक्सीन (5000ccid50) + रूबेला वैक्सीन (लाइव) (1000ccid50)। क्या इस दवा की आदत लग सकती है ? तो जवाब है - नहीं। यह दवा टीके से सम्बंधित रोग के इलाज के लिए दी जाती है। अगर यह दवा एलोपैथिक दवाखाना पर उपलब्ध न हो तो आप इसका Substitute भी ले सकते हैं। ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन का Substitute है - एमएमआर टीके।

Nameट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन
Manufacturerसीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया लिमिटेड
MRP₹ 600
Typeएलोपैथी
Administration Routeइंजेक्शन ( injection ) पथ
Dosage Formइंजेक्शन ( injection )
Non Proprietary Nameखसरा वैक्सीन (लाइव)+मम्प्स वायरस वैक्सीन+रूबेला वैक्सीन (लाइव) 1000ccid50+5000ccid50+1000ccid50 इंजेक्शन ( injection )
Pack Size0.5 मिली इंजेक्शन ( injection ) की प्रीफिल्ड सिरिंज
Proprietary Nameट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन
Quantity1 प्रीफिल्ड सिरिंज में 0.5 मिली
Salt Compositionखसरा वैक्सीन (लाइव) (1000ccid50) + मम्प्स वायरस वैक्सीन (5000ccid50) + रूबेला वैक्सीन (लाइव) (1000ccid50)
Habit Formingनहीं
Therapeutic Classटीके
Preservative
Related Lab Testरूबेला वायरस - आईजीजी, रूबेला वायरस - आईजीएम, रूबेला डीएनए पीसीआर - गुणात्मक, रूबेला डीएनए पीसीआर - मात्रात्मक
Substituteएमएमआर टीके

इंट्रोडक्शन

ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन एक प्रिस्क्रिप्शन ( prescription ) औषधि है। खसरा, कण्ठमाला और रूबेला को रोकने के लिए तीन टीकों के इस सम्मिश्रण का इस्तेमाल किया जाता है। यह ऐसे इनफ़ेक्शन को रोकने के लिए सूक्ष्मजीवों ( microorganism ) के विरुद्ध काम करने के लिए इम्युनिटी पद्धति को उत्तेजित ( excited ) करता है। ये इनफ़ेक्शन किसी भी उम्र वर्ग के लोगों में हो सकता है।

ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन एक सेहत देखरेख प्रोफेशनल द्वारा प्रबंधित किया जाना है। इससे इंजेक्शन ( injection ) वाली जगह पर लाली, पीड़ा और स्वेलिंग हो सकती है। तथापि, यह सामयिक है और आमतौर पर अपने आप हल हो जाता है। किसी भी डोज़ को न छोड़ें और ज़्यादा से ज़्यादा फायदा प्राप्त करने के लिए अपने डॉक्टर के निर्देशों का ध्यान लगाकर पालन करें।

ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन आमतौर पर न्यूनतम साइड इफेक्ट के साथ इस्तेमाल करने के लिए सुरक्षित है। तथापि, इसके कुछ दुष्प्रभाव ( side effect ) हो सकते हैं जैसे कि दाने और बुखार। कृपया ( kindly ) अपने डॉक्टर से सलाह करें यदि ये कम नहीं होते हैं या आपको चिंतित नहीं करते हैं। आपका चिकित्सक दुष्प्रभावों से निपटने के तरीके सुझाएगा।

इसे लेने से पहले, अपने डॉक्टर को अवगत ( सूचित ) करें कि क्या आप किसी यकृत ( liver ) या गुर्दे की प्रॉब्लम ( problem ) से दुःखित हैं। प्रेग्नेंट और स्तनपान ( breastfeeding ) कराने वाली माताओं को इसे लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लेनी चाहिए।

ट्रेसिवैक इन्जेक्शन कैसे काम करता है

ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन तीन टीकों से मिलकर बना है, जो खसरा, कण्ठमाला और रूबेला से बचाता है. यह एक हल्के इनफ़ेक्शन की प्रारंभ करके इम्युनिटी डिवेलप करने में सहायता करता है। इस तरह का इनफ़ेक्शन रोग का कारण नहीं बनता है, लेकिन भविष्य ( future ) में होने वाले किसी भी इनफ़ेक्शन से बचाने के लिए एंटीबॉडी (प्रोटीन) का उत्पत्ति करने के लिए बॉडी ( body ) की इम्युनिटी पद्धति को उत्तेजित ( excited ) करता है।

ट्रेसिवैक इंजेक्शन ( injection ) के फायदा

खसरे की बचाव में

खसरा एक वायरल ( viral ) इनफ़ेक्शन है जो श्वसन ( respiration ) पद्धति में शुरू होता है। यह स्किन पर ददोड़े का कारण बनता है जो पूरे बॉडी ( body ) में फैल जाता है। यह सीधे कांटेक्ट के साथ-साथ वायु के साधन से एक आदमी से दूसरे आदमी में फैलता है। ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन का उपयोग खसरे की बचाव में किया जाता है. यह आपके बॉडी ( body ) को रोग के विरुद्ध अपनी सुरक्षा (एंटीबॉडी) बनाने के लिए प्रेरित करता है। टीकाकरण प्रोग्राम के बारे में पूरी जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह करने की परामर्श दी जाती है।

रूबेला की बचाव में

रूबेला एक वायरल ( viral ) इनफ़ेक्शन है जो बॉडी ( body ) पर लाल ददोड़े का कारण बनता है। यह इन्फेक्टेड लोगों के छींकने या खांसने पर हवाई ड्रॉप्स से फैलता है। यह अधिकतर शिशुओं और युवा वयस्कों में होता है। प्रेग्नेंट स्त्रियों में रूबेला इनफ़ेक्शन के फलतः गर्भपात, मृत जन्म या संजीदा जन्म त्रुटि हो सकते हैं। ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन इस इनफ़ेक्शन से बचाने में सहायता करती है।

कण्ठमाला की बचाव में

कण्ठमाला एक वायरल ( viral ) रोग है जो निकट कांटेक्ट के साधन से एक आदमी से दूसरे आदमी में फैलती है। सबसे ज्यादा ध्यान देने योग्य लक्षण ( symptom ) चेहरे पर स्वेलिंग है। यह चेहरे के दोनों किनारों के अंदर स्थित लार ग्रंथि की स्वेलिंग के कारण होता है। यह स्पेशल रूप से खाने या बात करने के दौरान भी संजीदा पीड़ा का कारण बनता है। कण्ठमाला की बचाव के लिए ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन दी जाती है. टीकाकरण प्रोग्राम के बारे में अच्छा मार्गदर्शन ( guidance ) करने के लिए आप अपने चिकित्सक से सलाह कर सकते हैं।

तेजी से सजेशन ( suggestion )

  • ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन खसरा, कण्ठमाला और रूबेला को रोकने में सहायता करता है।
  • यह आपके चिकित्सक द्वारा स्किन के नीचे या मांसपेशियों ( muscles ) में इंजेक्शन ( injection ) द्वारा दिया जाता है।
  • यह बड़े शिशुओं, किशोरों और वयस्कों को भी दिया जा सकता है, जिन्हें या तो बचपन में टीका नहीं लगाया गया था, या जिनके नजदीक टीके की दो डोज़ नहीं थी।
  • यदि आपको या आपके बच्चे को हाई टेंपेरेचर ( temperature ) का इनफ़ेक्शन है, तो अपने चिकित्सक को अवगत ( सूचित ) करें, क्योंकि ठीक होने तक टीकाकरण में देरी हो सकती है।
  • अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन न लें. यह टीका लगवाने के बाद एक माह तक प्रेग्नेंट होने से बचें।
  • इससे ज्वर हो सकता है। अपने डॉक्टर को अवगत ( सूचित ) करें यदि यह दूर नहीं होता है या यदि ज्वर बहुत ज्यादा हो जाता है (102 डिग्री फ़ारेनहाइट से ज्यादा)।
  • यह टीका हल्के खसरा या कण्ठमाला-तरह के लक्षण ( symptom ) पैदा कर सकता है। यद्यपि, यह संक्रामक नहीं है।

ट्रेसिवैक इन्जेक्शन का उपयोग कैसे करें

आपका चिकित्सक या उपचारिका आपको यह औषधि देंगे। कृपया ( kindly ) स्वयं प्रशासन न करें।

अगर आप ट्रेसिवैक इन्जेक्शन लेना भूल गए हैं तो क्या करें ?

अगर ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन का कोई डोज या डोज़ लेना भूल गए हैं तो चिकित्सक से तुरन्त परामर्श लें.

ट्रेसिवैक इंजेक्शन ( injection ) के दुष्प्रभाव ( side effect )

बहुसंख्यक साइड इफेक्ट्स के लिए किसी औषधीय ध्यान की जरूरत नहीं होती है और जैसे-जैसे आपका बॉडी ( body ) औषधि में समायोजित होता जाता है, वैसे-वैसे गायब हो जाते हैं। अपने डॉक्टर से सलाह करें यदि वे बने रहते हैं या यदि आप उनके बारे में चिंताशील हैं

ट्रेसिवैक के आम दुष्प्रभाव ( side effect )

साधारण
  • जल्दबाज
  • इंजेक्शन ( injection ) साइट पीड़ा
  • ज्वर

भण्डारण

एक रेफ्रिजरेटर (2 - 8 डिग्री सेल्सियस) में स्टोर ( store ) करें। अचल नहीं रहो।

ट्रेसिवैक इन्जेक्शन के प्रमुख उपयोग

ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन इसके लिए अवधारित है:

Tresivac PFS Vaccine खसरा की बचाव, रूबेला की बचाव और कण्ठमाला की बचाव के लिए उपयोग किया जाता है।

सुरक्षा परामर्श

मदिरा

अपने डॉक्टर से सलाह करें

यह ज्ञात नहीं है कि ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन के साथ मदिरा का सेवन करना सुरक्षित है या नहीं। कृपया ( kindly ) अपने डॉक्टर से सलाह करें।

प्रेग्नेंसी ( pregnency )

अपने डॉक्टर से सलाह करें

प्रेग्नेंसी ( pregnency ) के दौरान ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन का उपयोग करना असुरक्षित हो सकता है. यद्यपि मानवों में सीमित स्टडी हैं, पशुओं के स्टडी ने प्रगतिशील बच्चे पर हानिकर प्रभाव ( effect ) दिखाया है। आपका चिकित्सक आपको इसे अवधारित करने से पहले फायदा और किसी भी संभावित ख़तरा का भार करेगा। कृपया ( kindly ) अपने डॉक्टर से सलाह करें।

स्तनपान ( breastfeeding )

सुरक्षित अगर अवधारित है

ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन को स्तनपान ( breastfeeding ) के दौरान उपयोग करना कदाचित सुरक्षित है. सीमित ह्यूमन ( human ) डेटा से पता चलता है कि औषधि बच्चे के लिए किसी भी जरूरी ख़तरा का प्रतिनिधित्व नहीं करती है।

ड्राइविंग

अपने डॉक्टर से सलाह करें

यह पता नहीं है कि ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन का प्रभाव वाहन चलाने की योग्यता पर पड़ता है या नहीं. यदि आप किसी ऐसे लक्षण ( symptom ) का अनुभव करते हैं जो आपकी ध्यान केंद्रित करने और रिएक्शन करने की योग्यता को प्रभावित करता है तो वाहन न चलाएं।

गुर्दा ( kidney )

अपने डॉक्टर से सलाह करें

ऐसे रोगी जिन्हें गुर्दे से जुड़ी कोई रोग है, उनके ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन के उपयोग से जुड़ी जानकारी बहुत कम है. कृपया ( kindly ) अपने डॉक्टर से सलाह करें।

लीवर ( liver )

अपने डॉक्टर से सलाह करें

ऐसे रोगी जिन्हें जिगर ( liver ) से जुड़ी कोई रोग है, उनके ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन के उपयोग से जुड़ी जानकारी बहुत कम है. कृपया ( kindly ) अपने डॉक्टर से सलाह करें।

पूछे जाने वाले सवाल

🙋 Q. ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन के भण्डारण के लिए क्या सूचना हैं?

🗨 ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री सेल्सियस पर रेफ्रिजरेटर में संग्रहित किया जाना चाहिए। इस औषधि को पात्र ( container ) या पैक में रखें, कसकर बंद करें, पालतू पशुओं और शिशुओं की पहुंच से दूर।

🙋 Q. नवजात बच्चे का टीकाकरण करने का सबसे बढ़िया अवधि ( समय ) कौन सा है?

🗨 ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन की पहली डोज़ बच्चे को 12 माह का होने पर देनी चाहिए। दूसरी डोज़ 18 माह की आयु में और तीसरी डोज़ 4 से 6 वर्ष की आयु के बीच दी जानी चाहिए।

🙋 Q. क्या टीकाकरण के बाद भी बच्चे को इनफ़ेक्शन हो सकता है?

🗨 इनफ़ेक्शन की बचाव में ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन बहुत कारगर है। यद्यपि, टीका लगवाने के बाद भी इनफ़ेक्शन होने की अनुमान रहती है।

🙋 Q. ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन 12 माह की आयु में क्यों दी जाती है?

🗨 ट्रेसिवैक पीएफएस वैक्सीन आमतौर पर 12 माह की आयु में दी जाती है क्योंकि जब शिशु पैदा होता है तो उसे मां से एंटीबॉडी मिलती है। यद्यपि, ये एंटीबॉडी आयु के साथ कम हो जाती हैं, जिससे बच्चे में इनफ़ेक्शन का जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए, बच्चे को टीकाकरण की जरूरत होती है।

Brief description of Tresivac PFS Vaccine

This medicine is made by Serum Institute Of India Ltd. This medicine is used by Injection Route.This medicine is available in the form of Injection. This medicine comes in prefilled syringe of 0.5 ml Injection.If you look at the salt composition of this medicine, then such salt is found in it - Measles Vaccine (Live) (1000ccid50) + Mumps Virus Vaccine (5000ccid50) + Rubella vaccine (Live) (1000ccid50). Is this medicine habit-forming? So the answer is - No. This medicine is given for the treatment of diseases belonging to VACCINES. If this medicine is not available at the allopathic dispensary, then you can also take its substitute. Substitute of Tresivac PFS Vaccine is - Mmr Vaccine.