फ्लू ( flu ) और ज्वर
कारण
- विषाणु इनफ़ेक्शन
- बैक्टीरिया इनफ़ेक्शन
- यकायक ठंडी सूखा हवाओं के कांटेक्ट में आना
- कम इम्युनिटी
लक्षण
- बॉडी ( body ) में पीड़ा और शीत लगना
- बहुत थकान/निर्बलता
- भूख में अभाव
- घुमेरी ( dizziness ) आना
- मांसपेशियों ( muscles ) और जॉइंट्स का पीड़ा
- कफ, बलगम के साथ कफ
- कंठनली में खरास
- सरदर्द
बदहजमी/अम्ल/गैस
कारण
- खा
- चिंता ( anxiety )
- लगातार व्रत
- मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
- पीड़ा निरोधक एंटीबायोटिक्स ( antibiotics ) अम्लता ( खट्टापन ) का कारण बन सकते हैं
लक्षण
- ऊपरी आमाशय में आकुलता ( बेचैनी )
- आमाशय पीड़ा और परिपूर्णता की मनोवृत्ति
- उल्टी
- मतली के एपिसोड
- स्वेलिंग की अनुभूति
Name | त्रिफल नागकेसर रोज चेस्टनट (400 ग्राम) |
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Brand | त्रिफला |
MRP | ₹ 1100 |
Category | ऑर्गनिक उत्पाद ( product ), जड़ी बूटी मसाले, आहार-पोषण और अनुपूरक |
Sizes | 100 ग्राम, 200 ग्राम, 400 ग्राम |
Prescription Required | No |
Length | 20 सेंटिमीटर |
Width | 14.2 सेंटिमीटर |
Height | 9.5 सेंटिमीटर |
Weight | 550 ग्राम |
Diseases | फ्लू ( flu ) और ज्वर, बदहजमी/अम्ल/गैस |
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त्रिफल नागकेसर रोज चेस्टनट
त्रिफल नागकेसर रोज चेस्टनट के बारे में
त्रिफल में उपलब्ध नागकेसर या ओक्रोकार्पस लॉन्गिफोलियस 100% मूल है। त्रिफल जिया पोटा को प्रशिक्षित पेशेवरों द्वारा साफ किया जाता है, क्वालिटी की परिक्षण की जाती है और पैक किया जाता है। नाग केसर अपने बड़ी गिनती में सेहत फायदों के लिए जाना जाता है और आयुर्वेद ( ayurveda ) में इसका इस्तेमाल सदियों से किया जाता रहा है।
नागकेसर रोज चेस्टनट में कसैले, रोगाणुरोधी, एन्टी भड़काऊ, ज्वरनाशक और कृमिनाशक चाल-चलन होती है। इसका उपयोग ज्वर, खारिश, जी मिचलाना, चर्म बीमारी, विसर्प, पाईल्स ( बवासीर ), रक्तस्त्राव, अतिसार, अतिरज, बहुत तृष्णा और पसीने में किया जाता है।
नागकेसर अपने उष्ना (उष्ण), दीपन (पेटाइज़र), पचन (हाज़मा), और वात, पित्त, कफ, बलगम बैलेंस गुणों के कारण बदहजमी, ब्लीडिंग पाईल्स ( बवासीर ), दमा और जॉइंट्स के पीड़ा जैसी परिस्थितियों को प्रशासित करने में सहायता करता है। यह बढ़िया हाज़मा को प्रोत्साहन देने और आपकी भूख को बढ़ाने में सहायता करता है।
नागकेसर रोज चेस्टनट की मटेरियल
- मेसुआ फेरिया लिनन: मेसुआ फेरिया लिनन (नागकेसर) एक विरला ( rare ) पौधा है जिसका इस्तेमाल पारंपरिक रूप से इसके एंटीसेप्टिक, एन्टी भड़काऊ, ब्लड शोधक, कृमिनाशक, कार्डियोटोनिक, मूत्रवर्धक, पेशाब बढ़ाने वाला, कफ, बलगम निस्सारक, ज्वरनाशक, रेचक, दमारोधी, एंटी-एलर्जिक ( anti allergic ) और अनेक और परिणामों के लिए किया जाता है। . नागकेसर अपने उष्ना (उष्ण), दीपन (पेटाइज़र), पचन (हाज़मा), और वात, पित्त, कफ, बलगम बैलेंस गुणों के कारण बदहजमी, ब्लीडिंग पाईल्स ( बवासीर ), दमा और जॉइंट्स के पीड़ा जैसी परिस्थितियों को प्रशासित करने में सहायता करता है। यह बढ़िया हाज़मा को प्रोत्साहन देने और आपकी भूख को बढ़ाने में सहायता करता है।
त्रिफला नागकेसर के लाभ गुलाब की मूँगफली
- नागकेसर बदहजमी को प्रशासित करने में सहायता करता है।
- नागकेसर ज्वर और इसके लक्षणों को कम करने में सहायता कर सकता है।
- नागकेसर दमा के लक्षणों को नियंत्रित करने में सहायता करता है और सांस फूलने की स्थिति में आराम देता है।
त्रिफल नागकेसर रोज चेस्टनट का इस्तेमाल कैसे करें
- आयुर्वेदिक डॉक्टर की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) हल्के गर्म मिल्क या जल के साथ लें।
त्रिफल नागकेसर रोज चेस्टनट की सतर्कता
- स्व-औषधि की सिफारिश नहीं की जाती है।
- सूखी और ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।
- हर इस्तेमाल के बाद औषधि की टोपी को कसकर बंद कर दें।
- औषधि को मूल पैकेज और पात्र ( container ) में रखें।