साइटिका
कारण
- कटिस्नायुशूल नर्व का संपीड़न
- काठ का स्पोंडिलोसिस नर्व दबाव ( चाप ) का कारण बनता है
- अंदरूनी ब्लीडिंग जो स्थानीय दबाव ( चाप ) का कारण बनता है
- स्लिप डिस्क के कारण दबाव ( चाप )
- पोस्ट ऑपरेटिव शिकायतें
लक्षण
- निचली कटि ( कमर ) का पीड़ा
- टांगों में सुन्नपन और सनसनाहट
- बछड़े की मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता के साथ टाँगों में पीड़ा
- पांव और पांव की अंगुली की मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता
- प्रभावित पांव में निरन्तर पीड़ा
- चलते अवधि ( समय ) पीड़ा
पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा
कारण
- पीठ ( back ) या घुटने ( knee ) में चोट
- आमवात
- संगठित चोटें
- रजोनिवृत्ति
- शिराओं का संपीड़न
- व्यवसाय उन्मुख: निरन्तर खड़े रहना या बैठना
लक्षण
- बैठने/काम करने/चलने के दौरान पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) में तेज पीड़ा
- स्थिति बदलने में मुसीबत
- पीठ ( back ) में भारीपन
- टांगों में सुन्नपन
- सोने की गलत पोजीशन
आमवात और आमवात
कारण
- पुष्टिकारक तत्वों की अभाव (कैल्शियम। विटामिन ( vitamin ) डी)
- रजोनिवृत्ति
- आयु बढ़ने
- ज्यादा भार
- आमवात का पारिवारिक हिस्ट्री
लक्षण
- जॉइंट्स के पीड़ा के साथ थकान
- जॉइंट्स की लालिमा और स्वेलिंग
- जॉइंट्स का अकड़ना
- कठिन चलना
- मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता
Name | Unjha Mahayograj Guggulu (30tab, Pack of 2) |
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Other Names | योगराज गुग्गुलु |
Brand | उंझा |
MRP | ₹ 320 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु |
Sizes | 2x30टैब, 60tab |
Prescription Required | No |
Length | 6 सेंटिमीटर |
Width | 4 सेंटिमीटर |
Height | 4 सेंटिमीटर |
Weight | 60 ग्राम |
Diseases | साइटिका, पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा, आमवात और आमवात |
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महायोगराज गुग्गुलु के बारे में
महायोगराज गुग्गुल (महा योगराज गुग्गुल के रूप में भी लिखा जाता है) एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी-खनिज तैयारी है। यह जॉइंट्स और मांसपेशियों ( muscles ) के पीड़ा, पीठ ( back ) पीड़ा, साइटिका पीड़ा और स्वेलिंग रिलेटिव रोगों में लाभदायक है। महायोगराज गुग्गुलु सबसे सुरक्षित और नेचुरल प्रणाली है जिसका इस्तेमाल लंबे अवधि ( समय ) तक बिना किसी स्टेरायडल उत्पाद ( product ) के वांछित नतीजा प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है। आज की रहन-सहन और तेज जीवन में मोच में खिंचाव, मांसपेशियों ( muscles ) में अकड़न जैसी अनेक परिस्थितियां हैं और नीरोग बॉडी ( body ) पाने के लिए महायोगराज गुग्गुलु सबसे अच्छी लाभकारी औषधि है।
महायोगराज गुग्गुलु की मटेरियल
- सुधा गुग्गुलु
- त्रिफला चूर्ण
- सूखा जिंजर ( ginger )
- पिपली (लंबी मिर्च या पीपर लोंगम) – फल
- पिपली (लंबी मिर्च या पीपर लोंगम) - जड़ें
- छव्य (पाइपर क्यूबबा)
- चित्रक (प्लंबगो ज़ेलेनिका)
- तली हुई हिंग (हींग)
- अजमोद (अपियम ग्रेवोलेंस) अजवाइन के बीज
- सरसों के बीज
- काला जीरा
- श्वेत जीरा
- निर्गुंडी बीज
- इंदरजो (होलरहेना एंटीडिसेंटरिका बीज)
- पाठा (सीसाम्पेलोस परेरा)
- विदंगा (एम्बेलिया रिब्स)
- गजपीपल (जावा लॉन्ग पेपर)
- कुटकी
- अतीस या अतिविशा (एकोनिटम हेटरोफिलम)
- भरंगी (क्लेरोडेंड्रम सेराटम)
- वाचा (एकोरस कैलमस)
- मुस्तक (साइपरस रोटंडस)
- अरंडी का तेल (अरंड तेल)
- महायोगराज गुग्गुल में खनिज और भस्म
- खनिज मात्रा ( quantity )
- रजत भस्म (चांडी या चांदी कैलक्लाइंड कण)
- वांग भस्म
- नागा भस्म
- Loha Bhasma
- Abhrak Bhasma
- Mandur bhasma
- रास सिंदूर
इशारा
महायोगराज गुग्गुल में निम्नलिखित ट्रीटमेंट ( treatment ) गुण हैं।
प्राथमिक क्रियाएं
- एंटीह्यूमेटिक
- सूजनरोधी
- एन्टी आमवात
- एनाल्जेसिक
- एंटीस्पास्मोडिक (एंटीस्पास्मोडिक)
- मांसपेशियों ( muscles ) को आराम
- जोड़ो का अकड़ जाना
- पीठ ( back ) पीड़ा
- कटिस्नायुशूल या ग्रीवा पीड़ा
माध्यमिक क्रियाएं
- चिकनाई दाहक
- एन्टी स्वाद ( taste )
- एंटीऑक्सिडेंट
- कष्टदायक माहवार धर्म
मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम में महायोगराज गुग्गुल सहायक है। इसकी प्रमुख क्रिया AMAA (कुअवशोषण और अपचित आहार ( food ) के कारण बॉडी ( body ) में डिवेलप टॉक्सिन्स) पर होती है। यह एएमएए को पचाता है और हाज़मा में इम्प्रूवमेंट करके आगे के आयोजन को रोकता है।
महा योगराज गुग्गुल अकड़न और पीठ ( back ) पीड़ा को कम करता है। कटि ( कमर ) पीड़ा में दशमूलारिस्ता से ज्यादा फायदा होता है।
मैग्नीशियम आधारित अभ्रक भस्म के कारण महायोगराज गुग्गुल में मरोड़-रोधी क्रिया होती है। इसमें गुग्गुल, रजत भस्म और त्रिफला जैसे और मूल तत्व भी होते हैं, जो सॉफ्टनेस, मांसपेशियों ( muscles ) में पीड़ा और थकान को कम करने में सहायता करते हैं। अश्वगंधा पाउडर या अश्वगंधारिष्ट के साथ उपयोग करने पर यह ज्यादा प्रभावशाली होता है।
महायोगराज गुग्गुलु की डोज़
1 - 2 टैबलेट ( tablet ) दिन में दो बार आहार ( food ) के बाद हल्के गर्म जल के साथ लें।
महायोगराज गुग्गुलु के साथ सतर्कता
- यह औषधि केवल सख्त औषधीय निगरानी में ही ली जानी चाहिए।
- इस औषधि के साथ स्व-औषधि जोखिमभरा साबित हो सकती है।
- शिशुओं और प्रेग्नेंट स्त्रियों को इससे बचना चाहिए।
- इस औषधि का चयन किसी अच्छी कंपनी से करना निश्चित रूप से करें।
- हाई डोज़ में, यह गैस्ट्र्रिटिस का कारण या बुरा हो सकता है।