Unjha Shothari Lauh (200tab)

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Unjha Shothari Lauh (200tab)

रक्त की अभाव

कारण

  • आयरन की पुष्टिकारक तत्वों की अभाव
  • आयरन का बुरा समावेश
  • वजनी औषधि पर आदमी
  • माहवार धर्म और बहुत ब्लीडिंग डिसऑर्डर
  • खून की कमी का पारिवारिक हिस्ट्री

लक्षण

  • निर्बलता और सुस्ती महसूस होना
  • हीमोग्लोबिन ( hemoglobin ) का निम्न स्तर
  • भूख में अभाव
  • बालों ( hair ) का झड़ना
  • पीलापन और भंगुर नाखून ( nails )
  • सरलता से थक जाता है
  • सहनशक्ति की अभाव
  • अनियमित ( irregular ) हृदय की हार्टबीट के साथ सरदर्द

Nameउंझा शोठारी लौह (200टैब)
Brandउंझा
MRP₹ 371
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), लोहा और मंडूरी
Sizes200tab
Prescription RequiredNo
Length4.5 सेंटिमीटर
Width4.5 सेंटिमीटर
Height7.6 सेंटिमीटर
Weight82 ग्राम
Diseasesरक्त की अभाव

शोठारी लौहू के बारे में

शोठारी लौह एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसमें गोली ( tablet ) के रूप में हर्बल और खनिज मूल तत्व होते हैं। इसका इस्तेमाल स्वेलिंग की स्थिति के उपचार में किया जाता है। उत्तर इंडियन आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट ( treatment ) पद्धति में इस औषधि का ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। शोठारी लाह में त्रिकटु, जवाखर और लौहा भस्म शामिल हैं। त्रिकटु हाज़मा की निर्बलता और पुष्टिकारक तत्वों के बुरा समावेश को ठीक करने के लिए बहुत बढ़िया आयुर्वेदिक सूत्रीकरण है। इस फॉर्मूलेशन में अवयवों का सम्मिश्रण समस्त सेहत में इम्प्रूवमेंट करता है और अलावा द्रव तत्त्व को कम करता है।

इशारा

  • रक्तगुल्म
  • ड्रॉप्सी . में इशारा दिया गया है
  • रक्त की अभाव

इस्तेमाल

  • शोठारी लोह में हेमटिनिक (लाल ब्लड कोशिकाओं के उत्पत्ति को उत्तेजित ( excited ) करता है या ब्लड में हीमोग्लोबिन ( hemoglobin ) की मात्रा ( quantity ) बढ़ाता है) और कफ, बलगम कम करने वाले गुण होते हैं।
  • यह ड्रॉप्सी / सूजन / स्वेलिंग (गुहाओं या टिशू में जल के द्रव तत्त्व की अधिकता), खून की कमी, जॉन्डिस और सुजाक के ट्रीटमेंट ( treatment ) में इशारा दिया गया है।
  • यह औषधि हीमोग्लोबिन ( hemoglobin ) के स्तर को बढ़ाती है, हाज़मा शक्ति में इम्प्रूवमेंट करती है और पुष्टिकारक तत्वों को आत्मसात करती है।

प्रभाव ( effect )

वात, पित्त, कफ, बलगम को बैलेंस्ड करता है।

मात्रा ( quantity ) बनाने की पद्धति

  • 125 मिलीग्राम ( mg ) से 250 मिलीग्राम ( mg ) - 1 - 2 टेबलेट्स ( tablets ) दिन में एक या दो बार आहार ( food ) से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार।
  • यह औषधि पारंपरिक रूप से त्रिफला काढ़े के साथ अवधारित की जाती है।

दुष्प्रभाव ( side effect )

  • शिशुओं और प्रेग्नेंट स्त्रियों को इससे बचना चाहिए।
  • इस औषधि का चयन किसी अच्छी कंपनी से करना निश्चित रूप से करें।
  • बांझपन के उपचार के दौर से गुजर रहे वयस्क पुरुषों में इस औषधि को प्रबंधित करते अवधि ( समय ) स्पेशल देखरेख की जरूरत होती है, क्योंकि इसमें एक घटक के रूप में क्षार होता है।