Unjha Vatchintamani Ras Brihat (Swarna Moti Yukta) (2.5g)

  • Home
  • उंझा वचिन्तमणि रस बृहत (स्वर्ण मोती युक्ता) (2.5 ग्राम)
shape1
shape2
shape3
Unjha Vatchintamani Ras Brihat (Swarna Moti Yukta) (2.5g)

चिंता ( anxiety ) और डिप्रेशन

कारण

  • ज्यादा काम और तनाव
  • अपनों को खोने के कारण दुख और झटका या आघात
  • लंबे अवधि ( समय ) तक पीड़ा या विगत में बीमारी
  • मदिरा या बहुत सारी औषधियों का दुरुपयोग
  • सेहत समस्याएं या पुराना पीड़ा
  • अकेलापन या आर्थिक संकट
  • बेरोजगारी और आत्मविश्वास ( self-confidence ) की नुक्सान

लक्षण

  • आकुलता ( बेचैनी ) और चिड़चिड़ाहट
  • सरदर्द और हाज़मा डिसऑर्डर और बिना किसी कारण के पीड़ा
  • डेथ या आत्मघात के कल्पना
  • कम भूख और भार घटाने
  • निरन्तर निगेटिव कल्पना, बात करने की चाह न होना
  • कन्फ्यूज्ड मन से निर्णय नहीं ले सकते
  • उदासी की निरन्तर मनोवृत्ति
  • थकान और निर्बलता

Nameउंझा वचिन्तमणि जूस बृहत (स्वर्ण मोती युक्ता) (2.5 ग्राम)
Brandउंझा
MRP₹ 2736
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), रास और सिंदूर
Sizes1g, 2.5 ग्राम
Prescription RequiredNo
Length0 सेंटिमीटर
Width0 सेंटिमीटर
Height0 सेंटिमीटर
Weight0 ग्राम
Diseasesचिंता ( anxiety ) और डिप्रेशन

वचिन्तमणि जूस बृहत (स्वर्ण युक्त) के बारे में

बृहत वचिन्तमणि जूस टैबलेट ( tablet ) के रूप में एक आयुर्वेदिक दवा है। इसका इस्तेमाल वात त्रुटि इम्बैलेंस ( असंतुलन ) बिमारियों जैसे लकवा, हेमटेरेजिया, चेहरे का पक्षाघात, थरथराहट आदि के ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है। इस औषधि में वजनी धातु मूल तत्व होते हैं, इसलिए इसे केवल सख्त औषधीय निगरानी में ही लेना चाहिए।

वचिन्तामणि जूस बृहत की मटेरियल

  • स्वर्ण भस्म - सोने की भस्म (कैल्क्स)
  • रजत भस्म - सिवेर की भस्म (Calx)
  • अभ्रक भस्म - अभ्रक की भस्म (calx)
  • लोहा भस्म - लोहे की भस्म (कैल्क्स)
  • प्रवाल भस्म - कोरल की भस्म (कैल्क्स)
  • मुक्ता भस्म - मोती की भस्म (Calx)
  • सुता भस्म - शुद्ध ( pure ) और संसाधित पारा और शुद्ध ( pure ) सल्फर का एक यौगिक
  • कुमारी का जूस निकालने

वचिन्तामणि जूस बृहत (स्वर्ण युक्त) के इशारा

  • इसका इस्तेमाल पक्षाघात, चेहरे का पक्षाघात, मनोविकृति, मिरगी ( epilepsy ) आदि के ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है।
  • यह एक उत्कृष्ट कायाकल्प और बुढ़ापा रोधी आयुर्वेदिक दवा है।
  • यह पित्त विकृतियों जैसे अधकपारी, घुमेरी ( dizziness ), हाज़मा विकृतियों में भी प्रभावशाली है।
  • यह भिन्न-भिन्न बिमारियों में और औषधियों के साथ उत्प्रेरक और सह नुस्खे के रूप में उपयोग किया जाता है।

वचिन्तामणि जूस बृहत (स्वर्ण युक्त) की डोज़

एक से दो टेबलेट्स ( tablets ), दिन में एक या दो बार, आहार ( food ) से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार। इसे पारंपरिक रूप से मधु ( honey ), मुस्त कषाय के साथ दिया जाता है।

वचिन्तामणि जूस बृहत (स्वर्ण युक्त) की सतर्कता

  • इस औषधि के साथ स्व-औषधि जोखिमभरा साबित हो सकती है, क्योंकि इसमें एकोनिटम घटक के रूप में होता है।
  • इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
  • ज्यादा डोज़ से संजीदा जहरीला प्रभाव ( effect ) हो सकता है।
  • प्रेग्नेंसी ( pregnency ), स्तनपान ( breastfeeding ) और शिशुओं में इससे बचना सबसे बढ़िया है।
  • शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
  • सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।