पाइल्स और फिशर्स
कारण
- कोष्ठबद्धता ( constipation )
- संजीदा आमाशय का दबाव ( चाप )
- अपर्याप्त जल का सेवन कोष्ठबद्धता ( constipation ) का कारण बनता है
- मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
लक्षण
- गुदा से तेज, लाल ब्लीडिंग
- पाखाना त्याग करते अवधि ( समय ) पीड़ा और रक्त बहना
- पाखाना त्याग के दौरान सॉफ्टनेस या पीड़ा
- कष्टदायक स्वेलिंग या गुदा के नजदीक एक गांठ
- श्लेष्मा गुदा डिस्चार्ज के साथ गुदा खारिश
Name | Baidyanath Arshoghani Bati (40tab) |
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Other Names | अर्शोघनी बाती |
Brand | Baidyanath |
MRP | ₹ 171 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), वटी, गुटिका और गुग्गुलु |
Sizes | 20टैब, 40टैब |
Prescription Required | No |
Length | 3.7 सेंटिमीटर |
Width | 3.7 सेंटिमीटर |
Height | 7.6 सेंटिमीटर |
Weight | 23 ग्राम |
Diseases | पाइल्स और फिशर्स |
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About Baidyanath Arshoghni Vati
अर्शोघनी बाटी पाईल्स ( बवासीर ) के लिए सहायक आयुर्वेदिक दवा है। यह दोनों तरह के पाईल्स ( बवासीर ) के लक्षणों को कम करने के लिए सहायक है। इसका इस्तेमाल कोष्ठबद्धता ( constipation ) को नियंत्रित करने के लिए भी किया जाता है।
Baidyanath Arshoghni Vati Useful in
- कोष्ठबद्धता ( constipation ) को नियंत्रित करना
- पाईल्स ( बवासीर ) को नियंत्रित करना
बैद्यनाथ अर्शोघनी वटी की प्रमुख मटेरियल
- नीम के बीज
- Khunakharaba
- Bakayan ke beej
- त्रिनकान्त पिष्टी
- रसुत (बर्बेरिस अरिस्टाटा की तैयारी)
Benefits of Baidyanath Arshoghni Vati
- ब्लीडिंग पाइल्स
- रक्त बह रहा पाईल्स ( बवासीर )
- पाईल्स ( बवासीर ) के मास साइज को कम करने के लिए
- कोष्ठबद्धता ( constipation ) को नियंत्रित करता है
बैद्यनाथ अर्शोघनी वाटिक की डोज़ के लिए साधारण रिपोर्ट
पाईल्स ( बवासीर ) से रक्त आने पर एक टैबलेट ( tablet ) छाछ या शीतल जल के साथ दिन में तीन बार लें। पाईल्स ( बवासीर ) से रक्त आने पर इसे गुलकंद के साथ लें।
Precautions of Baidyanath Arshoghni Vati
- डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को यह औषधि औषधीय निगरानी में लेनी चाहिए।
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
- ठंडी और सूखी जगह पर रखें।
- स्तनपान ( breastfeeding ) कराने वाली स्त्रियों को औषधि नहीं लेनी चाहिए।
अस्वीकरण
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