कफ
कारण
- विषाणुजनित इनफ़ेक्शन
- प्रदूषकों के कांटेक्ट और एलर्जी ( allergy ) की रिएक्शन
- फेफड़ों के जीर्ण बीमारी
- दाह या कंठनली में इनफ़ेक्शन
- शीत और फ्लू ( flu )
- एलर्जिक राइनाइटिस और साइनोसाइटिस
- हृदय से रिलेटेड वेंट्रिकल या वाल्व की समस्या
लक्षण
- कफ, बलगम के साथ खाँसी ( cough ) या सूखी खाँसी ( cough )
- खांसते अवधि ( समय ) छाती में पीड़ा
- दाह के साथ कंठनली का लाल होना
- सांस लेने में कष्ट
- निरन्तर गला साफ करना
- खांसने के कारण आमाशय में पीड़ा
ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ )
कारण
- स्मोकिंग
- वायु प्रदूषकों की ब्रीथिंग लेना (धूल या जहरीली गैसें)
- फेफड़ों का इनफ़ेक्शन
- कम इम्युनिटी
- ताकतवर एसिड के लिए व्यावसायिक ख़तरा
लक्षण
- कफ, बलगम के साथ कफ
- साँसों की अभाव
- हल्का ज्वर और शीत लगना
- हल्का सरदर्द या बॉडी ( body ) में पीड़ा
- उत्पादक कफ जो महीनों ( कई माह ) तक रहती है
- थकान और छाती में कष्ट
Name | Baidyanath Shringarabhra Ras (40tab) |
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Other Names | Shirangrabhra Ras |
Brand | Baidyanath |
MRP | ₹ 110 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), रास और सिंदूर |
Sizes | 20टैब, 40टैब |
Prescription Required | No |
Length | 3.7 सेंटिमीटर |
Width | 3.7 सेंटिमीटर |
Height | 7.6 सेंटिमीटर |
Weight | 23 ग्राम |
Diseases | कफ, ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ) |
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About Shringarabhra Ras
श्रृंगाराभरा जूस जड़ी-बूटी-खनिज आयुर्वेदिक दवा है। यह औषधि श्वसन ( respiration ) और फेफड़ों के इनफ़ेक्शन के उपचार में सहायक है। यह कफ, बलगम, खाँसी ( cough ), स्वेलिंग आदि के ट्रीटमेंट ( treatment ) में इशारा दिया जाता है। इस दवा का प्रमुख घटक अभ्रक भस्म है, इसलिए यह दवा अति अम्लता ( खट्टापन ), रक्ताल्पता और अमावता में भी सहायक है। यह सहनशक्ति में इम्प्रूवमेंट करता है और निर्बलता को दूर करता है।
Ingredients of Shringarabhra Ras
- कृष्णभ्रक भस्म
- कर्पूरी
- Jaatipatra
- उशीर
- गजपिप्पली
- टेपेस्ट्री
- लवांगी
- Jatamansi
- ऐसा है आपका देश
- Dalchini
- नागकेशरो
- कुथु
- Dhai phul
- अमलाकिक
- Bibhitak
- Shunthi
- Pippali
- मारीचो
- क्या यह वहां है
- Jaatiphal
- Shudh Parad
- Shudh Gandhak
Indications of Shringarabhra Ras
- इसका इस्तेमाल ज्वर, बदहजमी, जलोदर, तपेदिक, कफ, दमा, मोटापा, मतली, गैस्ट्राइटिस, रक्ताल्पता, तृष्णा, ब्लीडिंग विकृतियों के आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है।
- यह नेचुरल कामोद्दीपक के रूप में काम करता है
- बुढ़ापा रोधी मेडिसिन
- इस दवा को लेते अवधि ( समय ) मिश्री, घी, घी और गाय का मिल्क लेने की परामर्श दी जाती है।
Dosage of Shringarabhra Ras
125 - 250 मिलीग्राम ( mg ) प्रातः ताजा जिंजर ( ginger ) के जूस के साथ, आहार ( food ) से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार।
Precautions of Shringarabhra Ras
- इस औषधि के साथ स्व-औषधि जोखिमभरा साबित हो सकती है, क्योंकि इसमें वजनी धातु मटेरियल होती है।
- इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
- ज्यादा डोज़ से संजीदा जहरीला प्रभाव ( effect ) हो सकता है।
- प्रेग्नेंसी ( pregnency ), स्तनपान ( breastfeeding ) और शिशुओं में इससे बचना सबसे बढ़िया है।
- शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
- सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।
- हरी पत्तेदार सब्जियों और खट्टे ( sour ) खाद्य पदार्थों से बचने की परामर्श दी जाती है।