बदहजमी/अम्ल/गैस
कारण
- खा
- चिंता ( anxiety )
- लगातार व्रत
- मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
- पीड़ा निरोधक एंटीबायोटिक्स ( antibiotics ) अम्लता ( खट्टापन ) का कारण बन सकते हैं
लक्षण
- ऊपरी आमाशय में आकुलता ( बेचैनी )
- आमाशय पीड़ा और परिपूर्णता की मनोवृत्ति
- उल्टी
- मतली के एपिसोड
- स्वेलिंग की अनुभूति
Name | Baidyanath Haritaki Khand (50g) |
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Brand | Baidyanath |
MRP | ₹ 105 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), चूर्ण, अवलेहा और पाकी |
Sizes | 50 ग्राम |
Prescription Required | No |
Length | 4 सेंटिमीटर |
Width | 4 सेंटिमीटर |
Height | 6 सेंटिमीटर |
Weight | 50 ग्राम |
Diseases | बदहजमी/अम्ल/गैस |
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About Baidyanath Haritaki Khand
बैद्यनाथ हरीतकी खंड एक आयुर्वेदिक और हर्बल दवा है। यह पाउडर के रूप में उपलब्ध है और इसे ओरल ( oral ) रूप से लिया जा सकता है। हरीतकी खंड बैद्यनाथ द्वारा निर्मित है। बैद्यनाथ हरीतकी खंड प्रमुख रूप से कोष्ठबद्धता ( constipation ), अम्लता ( खट्टापन ) और आमाशय फूलना जैसे हाज़मा विकृतियों के ट्रीटमेंट ( treatment ) के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस औषधि में रेचक (आंत की चाल को बढ़ाने वाले एजेंट) गुण होते हैं जिसका इस्तेमाल कोष्ठबद्धता ( constipation ) के ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है। बैद्यनाथ हरीतकी खंड बॉडी ( body ) से विषैले तत्त्व को बाहर निकालने में भी मददगार है।
यद्यपि, बैद्यनाथ हरीतकी खंड के पेशेन्ट्स ( patient ) द्वारा अब तक इस औषधि को लेते अवधि ( समय ) कोई दुष्प्रभाव ( side effect ) नहीं बताया गया है। आपको परामर्श दी जाती है कि अवधारित डोज़ से ज्यादा न लें और इस आयुर्वेदिक औषधि का इस्तेमाल करते अवधि ( समय ) अपने डॉक्टर को अवगत ( सूचित ) करें।
Ingredients of Baidyanath Haritaki Khand
बैद्यनाथ खंड में उपस्थित प्रधान प्रधान मूल तत्व हरीतकी हरड़, बहेड़ा, आंवला और नागरमोथा हैं । इनमें से हर एक के सेहत फायदा यहां दिए गए हैं:
- हरड़ में रेचक क्रिया होती है जो कोष्ठबद्धता ( constipation ) के ट्रीटमेंट ( treatment ) में मददगार होती है। इसमें कार्मिनेटिव (आमाशय से गैस को बाहर निकालने वाला) क्रिया भी होती है जिसके कारण यह बदहजमी, आमाशय फूलना और एसिडिटी ( acidity ) के ट्रीटमेंट ( treatment ) में मददगार होता है।
- बहेड़ा कफ, बलगम के साथ-साथ पित्त त्रुटि को बनाए रखने में मददगार है और यह भूख न लगना, आमाशय फूलना और बदहजमी के ट्रीटमेंट ( treatment ) के लिए भी प्रभावशाली है।
- आंवला में एंटासिड (एजेंट एसिडिटी ( acidity ) का उपचार करता है) क्रिया होती है जो आमाशय के एसिड के अलावा डिस्चार्ज को रोकने में मददगार होती है जिसके कारण यह एसिडिटी ( acidity ) के ट्रीटमेंट ( treatment ) में सहायता करती है।
- नागरमोथा में एंटीस्पास्मोडिक क्रिया होती है जो आमाशय पीड़ा के ट्रीटमेंट ( treatment ) के लिए मददगार होती है।
Benefits of Baidyanath Haritaki Khand
Dosage of Baidyanath Haritaki Khand
डोज़ को 5-10 ग्राम के रूप में दिन में दो बार हल्के गर्म जल के साथ या डॉक्टर के निर्देशानुसार लेना चाहिए।