Baidyanath Lilavilas Ras (40tab)

  • Home
  • Baidyanath Lilavilas Ras (40tab)
shape1
shape2
shape3
Baidyanath Lilavilas Ras (40tab)

बदहजमी/अम्ल/गैस

कारण

  • खा
  • चिंता ( anxiety )
  • लगातार व्रत
  • मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
  • पीड़ा निरोधक एंटीबायोटिक्स ( antibiotics ) अम्लता ( खट्टापन ) का कारण बन सकते हैं

लक्षण

  • ऊपरी आमाशय में आकुलता ( बेचैनी )
  • आमाशय पीड़ा और परिपूर्णता की मनोवृत्ति
  • उल्टी
  • मतली के एपिसोड
  • स्वेलिंग की अनुभूति

NameBaidyanath Lilavilas Ras (40tab)
Other Namesलीला विलास रसो
BrandBaidyanath
MRP₹ 171
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), रास और सिंदूर
Sizes40टैब
Prescription RequiredNo
Length3.7 सेंटिमीटर
Width3.7 सेंटिमीटर
Height7.6 सेंटिमीटर
Weight23 ग्राम
Diseasesबदहजमी/अम्ल/गैस

लीलाविलास रासु के बारे में

लीलाविलास जूस एक जड़ी-बूटी युक्त आयुर्वेदिक दवा है। यह अमलपित्त के ट्रीटमेंट ( treatment ) में सहायक है। आंवला पित्त पित्तविकार है। यह बॉडी ( body ) के अंदर अलावा पित्त की स्थिति है जिससे दाह, एसिड भाटा बदहजमी, स्वेलिंग, डकार ( belching ) आदि होता है। लीलाविलास जूस अम्लता ( खट्टापन ) और रिलेटेड रोगों में आराम देता है। इसका इस्तेमाल जठरशोथ और ब्लीडिंग बिमारियों के ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है।

लीलाविलास रसो की मटेरियल

  • शुद्ध ( pure ) सूता (शुद्ध ( pure ) परदा)
  • Gandhak (Shuddha Gandhaka)
  • तमरा (भस्म)
  • Abhrak (Abhraka bhasma)
  • रोकाना (वंश)
  • बिभीटक:
  • Dhatri (Amalaki)
  • हरीतकी
  • जल
  • Bhringaja drava (Bhringaraja svarasa)

लीलाविलास रसो के इशारा

  • आमाशय पीड़ा से मुक्ति
  • छाती में दाह से बचाता है
  • छाती के पीड़ा से आराम
  • हिचकी के लिए सहायक
  • बदहजमी की प्रॉब्लम ( problem ) का उपचार करता है
  • उल्टी के उपचार के लिए बढ़िया है
  • यह औषधि मतली को नियंत्रित करने में सहायता करती है
  • आमाशय फूलना और उससे रिलेटेड प्रॉब्लम ( problem ) में मददगार
  • आमाशय की सॉफ्टनेस का उपचार करता है,
  • गटकने ( निगलने ) में मुसीबत में मददगार
  • भूख कम करने में सहायक
  • सॉफ्टनेस आचरण करता है
  • कंठनली के पिछले हिस्से में खट्टे ( sour ) स्वाद ( taste ) के लिए सहायक
  • आहार ( food ) के कंठनली में फंसने की मनोवृत्ति को नियंत्रित करता है।
  • अति अम्लता ( खट्टापन ) का उपचार करता है
  • पेप्टिक अल्सर ( ulcer ) के ट्रीटमेंट ( treatment ) में सहायक
  • उत्कृष्ट जिगर ( liver ) टॉनिक
  • मूत्र करने में पीड़ा से आराम दिलाएं

लीलाविलास रसो की डोज़

एक या दो टैबलेट ( tablet ) दिन में दो बार, आहार ( food ) से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार। इसे मधु ( honey ) के साथ लेने की परामर्श दी जाती है।

लीलाविलास रसो की सतर्कता

  • इस औषधि के साथ स्व-औषधि जोखिमभरा साबित हो सकती है, क्योंकि इसमें वजनी धातु मटेरियल होती है।
  • इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
  • ज्यादा डोज़ से संजीदा जहरीला प्रभाव ( effect ) हो सकता है।
  • प्रेग्नेंसी ( pregnency ), स्तनपान ( breastfeeding ) और शिशुओं में इससे बचना सबसे बढ़िया है।
  • शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
  • सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।