Baidyanath Mrigank Ras (Swarna Moti Yukta) (1g)

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Baidyanath Mrigank Ras (Swarna Moti Yukta) (1g)

एलर्जी ( allergy ) रिनिथिस

कारण

  • वसंत और पतझड़ के ऋतु में मौसमी एलर्जी ( allergy )
  • पराग की तरह बाहरी एलर्जेंस
  • दमा या एटोपिक एक्जिमा या दाद होने से आपका ख़तरा बढ़ जाता है
  • सिगरेट के धुएं के केमिकल
  • शीतल टेंपेरेचर ( temperature ) आर्द्र वायु
  • प्रदूषण और ताकतवर इत्र स्मेल

लक्षण

  • छींक ( sneeze ) आना
  • बहती नाक
  • बंद नाक
  • बेचैन नाक
  • कंठनली में खराश या खरोंच वाली खाँसी ( cough )
  • नेत्रों के नीचे काले घेरे के साथ खारिश वाली जल वाली आंखें
  • बार-बार सरदर्द
  • बहुत थकान

कफ

कारण

  • विषाणुजनित इनफ़ेक्शन
  • प्रदूषकों के कांटेक्ट और एलर्जी ( allergy ) की रिएक्शन
  • फेफड़ों के जीर्ण बीमारी
  • दाह या कंठनली में इनफ़ेक्शन
  • शीत और फ्लू ( flu )
  • एलर्जिक राइनाइटिस और साइनोसाइटिस
  • हृदय से रिलेटेड वेंट्रिकल या वाल्व की समस्या

लक्षण

  • कफ, बलगम के साथ खाँसी ( cough ) या सूखी खाँसी ( cough )
  • खांसते अवधि ( समय ) छाती में पीड़ा
  • दाह के साथ कंठनली का लाल होना
  • सांस लेने में कष्ट
  • निरन्तर गला साफ करना
  • खांसने के कारण आमाशय में पीड़ा

ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ )

कारण

  • स्मोकिंग
  • वायु प्रदूषकों की ब्रीथिंग लेना (धूल या जहरीली गैसें)
  • फेफड़ों का इनफ़ेक्शन
  • कम इम्युनिटी
  • ताकतवर एसिड के लिए व्यावसायिक ख़तरा

लक्षण

  • कफ, बलगम के साथ कफ
  • साँसों की अभाव
  • हल्का ज्वर और शीत लगना
  • हल्का सरदर्द या बॉडी ( body ) में पीड़ा
  • उत्पादक कफ जो महीनों ( कई माह ) तक रहती है
  • थकान और छाती में कष्ट

दमा

कारण

  • एक एलर्जेन, अड़चन के कांटेक्ट में। वायु में प्रदूषक
  • तनाव
  • बार-बार प्रतिश्याय ( जुकाम ) जो छाती में बस जाता है
  • बारम्बार होनेवाला शीत और कफ का हिस्ट्री एलर्जिक राइनाइटिस
  • आनुवंशिक पूर्व स्वभाव के साथ पारिवारिक हिस्ट्री

लक्षण

  • कसरत के दौरान लेटते अवधि ( समय ) या हंसते अवधि ( समय ) रात्रि में खाँसी ( cough )
  • छाती में अकड़न के साथ सांस लेने में कष्ट
  • साँसों की अभाव
  • सांस लेते अवधि ( समय ) आवाज के साथ घरघराहट
  • कफ, बलगम के साथ सूखी या खाँसी ( cough )

NameBaidyanath Mrigank Ras (Swarna Moti Yukta) (1g)
BrandBaidyanath
MRP₹ 1931
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), रास और सिंदूर
Sizes1g
Prescription RequiredNo
Length2.5 सेंटिमीटर
Width2.5 सेंटिमीटर
Height6.5 सेंटिमीटर
Weight11 ग्राम
Diseasesएलर्जी ( allergy ) रिनिथिस, कफ, ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ), दमा

मृगंक रासु के बारे में

मृगंक जूस टैबलेट ( tablet ) या पाउडर के रूप में एक आयुर्वेदिक औषधि है, इसका इस्तेमाल तपेदिक, क्षीणता, क्रोनिक सांस की रोगों आदि से आराम पाने के लिए किया जाता है। इस औषधि में वजनी धातु मूल तत्व होते हैं, इसलिए इसे केवल सख्त औषधीय निगरानी में ही लेना चाहिए। यह परिवर्तनकारी, टॉनिक और रक्तवर्धक है। फुफ्फुसीय बिमारियों, जीर्ण ज्वर, कफ, ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ), बदहजमी, पेचिश में इशारा दिया। यह हार्ट और फेफड़ों के लिए उत्तेजक है।

Ingredients of Mrigank Ras (Swarna Moti Yukta)

  • स्वर्ण भस्म - स्वर्ण भस्म (जिसे स्वर्ण भस्म, स्वर्ण भस्म और सुवर्ण भस्म भी कहा जाता है) एक आयुर्वेदिक दवा है जिसका इस्तेमाल इम्युनिटी बढ़ाने और बिमारियों की एक व्यापक समूह में किया जाता है। यह भिन्न-भिन्न औषधियों और जड़ी-बूटियों के लिए मददगार के रूप में भी काम करता है और उनके कार्यों को बढ़ाता है और उनकी प्रभावकारिता को बढ़ाता है। आयुर्वेद ( ayurveda ) के अनुरूप ( accordingly ), यह एक बढ़िया नर्व टॉनिक है और समस्त सेहत में इम्प्रूवमेंट करता है। यह आयु, बुद्धि, याददाश्त, स्किन की चमक बढ़ाता है और अनेक रोगों से बचाता है। इसके अतिरिक्त, यह ताकत और सहनशक्ति को बढ़ाता है और दिमाग़ी और दैहिक प्रदर्शन में इम्प्रूवमेंट करता है। स्वर्ण भस्म यक्ष्मा, क्षय बीमारी, जीर्ण ज्वर, जीवन शक्ति की नुक्सान, दमा, कफ, दाह, अम्लता ( खट्टापन ), सूक्ष्म बैक्टीरिया इनफ़ेक्शन, गंभीर विषाक्तता, बांझपन आदि में मददगार है। इसका इस्तेमाल भिन्न-भिन्न मददगार या और औषधियों या जड़ी-बूटियों के साथ सब के सब बिमारियों में किया जा सकता है। रेकवरी प्रोसेस में तेजी लाने और बिमारियों के लिए बॉडी ( body ) के प्रतिक्रिया को बढ़ाने के लिए।
  • मोती भस्म - मोती भस्म मोती से तैयार की जाने वाली एक आयुर्वेदिक दवा है। आयुर्वेद ( ayurveda ) में इसका इस्तेमाल कफ, शीत, दमा, हाज़मा डिसऑर्डर आदि के लक्षणों पर काबू पाने के लिए किया जाता है। इस औषधि को केवल औषधीय निगरानी में ही लेना चाहिए। इसे मुक्ता भस्म भी कहते हैं। मोती भस्म नेचुरल कैल्शियम ( calcium ) अनुपूरक के रूप में भी व्यावहारिक है। इसका कैल्शियम ( calcium ) बहुत सूक्ष्म सूक्ष्म है और आंत्र में अवशोषित होता है। यह अस्थियों, जॉइंट्स और मांसपेशियों ( muscles ) को ताकत प्रोवाइड करता है। कैल्शियम ( calcium ) कोशिकाओं, मांसपेशियों ( muscles ) की कोशिकाओं, शिराओं और अस्थियों के इष्टतम कार्य के लिए जरूरी योगदान निभाता है। इसलिए, मोती भस्म ह्यूमन ( human ) बॉडी ( body ) में जरूरी जरूरी कार्यों में मदद प्रोवाइड करती है।
  • पारद (शुद्ध ( pure )) - शुद्ध ( pure ) और संसाधित पारा - इम्युनिटी पद्धति को प्रोत्साहन देने के लिए, शक्ति में इम्प्रूवमेंट के लिए, हार्ट बिमारियों में, आमाशय का पीड़ा, पेशाब पथ से रिलेटेड बिमारियों, एनो में फिस्टुला, स्वेलिंग की स्थिति, तपेदिक, क्रोनिक सांस की स्थिति, दमा, खून की कमी में इस्तेमाल किया जाता है। मोटापा, ज़ख्म न भरने और हाज़मा रिलेटिव समस्याएं।
  • गंधक (सुधा) - शुद्ध ( pure ) और संसाधित सल्फर - यह हर्बल मटेरियल में शुद्ध ( pure ) सल्फर को संसाधित करके तैयार किया जाता है। सल्फर/सल्फर को संस्कृत और हिंदी में गंधक के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इसकी तेज अजीबोगरीब सड़े हुए अंडे जैसी स्मेल होती है। यह प्रकृति में पाया जाने वाला एक अधात्विक मूल तत्व है। सल्फर की चार किस्में होती हैं। लाल, पीला, श्वेत और काला। इनमें से लाल और काला अब उपलब्ध नहीं हैं। पीली किस्म का इस्तेमाल अंदरूनी इस्तेमाल के लिए किया जाता है और श्वेत कलर का इस्तेमाल सामयिक अनुप्रयोग के लिए किया जाता है।

Indications of Mrigank Ras (Swarna Yukta)

इसका इस्तेमाल आराम देने में किया जाता है

यक्ष्मा

कमजोरी

पुराने ( chronic ) ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ )

फुफ्फुसीय बीमारी

पुराना ज्वर

कफ

तेज़ ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ )

खट्टी ( sour ) डकार ( belching )

पेचिश

यह हार्ट और फेफड़ों के लिए उत्तेजक है।

Dosage of Mrigank Ras (Swarna Yukta)

एक से दो टेबलेट्स ( tablets ), दिन में एक या दो बार, आहार ( food ) से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार। यह पारंपरिक रूप से 10 लंबी काली मिर्च के फल और मधु ( honey ), काली मिर्च, घी के साथ दिया जाता है।

Precautions of Mrigank Ras (Swarna Yukta)

  • इस औषधि के साथ स्व-औषधि जोखिमभरा साबित हो सकती है, क्योंकि इसमें आर्सेनिक घटक होता है।
  • इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
  • ज्यादा डोज़ से संजीदा जहरीला प्रभाव ( effect ) हो सकता है।
  • ठण्डे एवं सूखी जगह पर भंडारित करें।
  • प्रेग्नेंसी ( pregnency ), स्तनपान ( breastfeeding ) और शिशुओं में इससे बचना सबसे बढ़िया है।
  • शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
  • सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।