एडी का पीड़ा
कारण
- ज्यादा भार के कारण एड़ी पर दबाव ( चाप ) पड़ता है
- बुरा फिटिंग या घिसे-पिटे जूते पहनना
- एड़ी में चोट
- कैल्केनियम स्पर
- काम करने की स्थिति जहां लंबे अवधि ( समय ) तक खड़े रहने की जरूरत होती है
लक्षण
- एड़ी में तेज पीड़ा
- एड़ी की स्वेलिंग के साथ चलने और खड़े होने में मुसीबत
- एड़ी का सुन्न होना
- एड़ी की हार्डनेस
- ऊँची एड़ी के जूते उठाने में मुसीबत
पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा
कारण
- पीठ ( back ) या घुटने ( knee ) में चोट
- आमवात
- संगठित चोटें
- रजोनिवृत्ति
- शिराओं का संपीड़न
- व्यवसाय उन्मुख: निरन्तर खड़े रहना या बैठना
लक्षण
- बैठने/काम करने/चलने के दौरान पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) में तेज पीड़ा
- स्थिति बदलने में मुसीबत
- पीठ ( back ) में भारीपन
- टांगों में सुन्नपन
- सोने की गलत पोजीशन
आमवात और आमवात
कारण
- पुष्टिकारक तत्वों की अभाव (कैल्शियम। विटामिन ( vitamin ) डी)
- रजोनिवृत्ति
- आयु बढ़ने
- ज्यादा भार
- आमवात का पारिवारिक हिस्ट्री
लक्षण
- जॉइंट्स के पीड़ा के साथ थकान
- जॉइंट्स की लालिमा और स्वेलिंग
- जॉइंट्स का अकड़ना
- कठिन चलना
- मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता
Name | Baidyanath Prasarini Tail (50ml) |
---|---|
Other Names | प्रसारिणी तेली |
Brand | Baidyanath |
MRP | ₹ 125 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), तैलम और घृत |
Sizes | 50 मिलीलीटर ( ml ) |
Prescription Required | No |
Length | 3.5 सेंटिमीटर |
Width | 3.5 सेंटिमीटर |
Height | 9 सेंटिमीटर |
Weight | 58 ग्राम |
Diseases | एडी का पीड़ा, पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा, आमवात और आमवात |
You might also like:
About Baidyanath Prasarini Tail
प्रसारिणी थायलम एक आयुर्वेदिक तेल है, जिसका इस्तेमाल जोड़ों का प्रदाह, कटिस्नायुशूल, गर्दन ( neck ) के पीड़ा, अकड़न आदि के आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है। इसका इस्तेमाल बाहरी अनुप्रयोगों के लिए किया जाता है।
प्रसारिणी तेल इस्तेमाल और फायदा
- इसका इस्तेमाल बंद जबड़े, पीठ ( back ) के निम्न हिस्से में अकड़न, कटिस्नायुशूल, लंगड़ापन, कफोसिस, पैरापलेजिया, चेहरे का पक्षाघात, मस्तिष्क और गर्दन ( neck ) में अकड़न के उपचार के लिए किया जाता है।
- यह स्त्रियों के लिए गर्भ ग्रहण करने और वजाइना बिमारियों को दूर करने के लिए सहायक है। और वयस्क पुरुषों के लिए शुक्राणु अशुद्धियों को ठीक करने के लिए।
बैद्यनाथ प्रसारिणी तेल का प्रभाव ( effect )
वात और कफ, बलगम को बैलेंस्ड करता है।
Features of Baidyanath Prasarini Tail
- आयुर्वेदिक उत्पाद ( product )
- रूप: तेल
- के लिए आदर्श: पुरुष ( male ) और स्त्री
- साधारण नाम: बॉडी ( body ) पीड़ा से आराम
How to use Baidyanath Prasarini Tail
- इसका इस्तेमाल बाहरी रूप से मालिश और आयुर्वेदिक उपचारों जैसे कटिवस्ति, ग्रीवबस्ती, बस्ती, अभ्यंग, आदि के लिए किया जाता है।
- इसका इस्तेमाल अंदरूनी रूप से भी किया जाता है।
कब तक इस्तेमाल करना है?
बाहरी इस्तेमाल के लिए, इसका इस्तेमाल लंबे अवधि ( समय ) तक किया जा सकता है।
Precaution for Baidyanath Prasarini oil
- यदि कोई एलर्जी ( allergy ) रिएक्शन होती है तो औषधीय परामर्श लें