Name | Baidyanath Shatavaryadi Churna (60g) |
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Brand | Baidyanath |
MRP | ₹ 77 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), चूर्ण, अवलेहा और पाकी |
Sizes | 60 ग्राम |
Prescription Required | No |
Length | 5.9 सेंटिमीटर |
Width | 5.9 सेंटिमीटर |
Height | 10 सेंटिमीटर |
Weight | 82 ग्राम |
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About Shatavaryadi Churna
शतावर्यदि चूर्ण हर्बल आयुर्वेदिक दवा है। यह औषधि पांच मेडिसिनल जड़ी बूटियों से तैयार की जाती है। शतावर (शतावरी रेसमोसस कंद), असगंध (विथानिया सोम्निफेरा जड़ें), गोखरू (ट्रिबुलस टेरेस्ट्रिस फ्रूट्स), मुसली (क्लोरोफाइटम ट्यूबरोसम) और कौंच (मुकुना प्रुरीन्स)। सब के सब जड़ी-बूटियों में इम्युनोमोड्यूलेटर, गैलेक्टागॉग (ब्रेस्ट के मिल्क को उत्तेजित ( excited ) करता है), कामोद्दीपक और कायाकल्प गुण होते हैं।
Ingredients of Shatavaryadi Churna
- शतावरी रेसमोसस कंद, ट्रिब्युलस टेरेस्ट्रिस फल, मुकुना प्रुरीएन्स बीज, विथानिया सोम्निफेरा जड़ें, क्लोरोफाइटम ट्यूबरोसम।
- शतावरी रेसमोसस की सूखी जड़ का चूर्ण स्तनपान ( breastfeeding ) कराने वाली माताओं में ब्रेस्ट के मिल्क को बढ़ाने में मददगार होता है। यह रिप्रोडक्शन योग्यता को भी बढ़ाता है। यह स्त्री में हार्मोनल ( hormonal ) डिस्चार्ज को नियंत्रित करने में मददगार है। शतावरी की जड़ का चूर्ण वयस्क पुरुषों द्वारा रात्रि के उत्सर्जन को ठीक करने और रिप्रोडक्शन योग्यता बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
- अश्वगंधा (विथानिया सोम्निफेरा) रूट पाउडर रिप्रोडक्शन पद्धति के लिए एक बढ़िया कायाकल्प टॉनिक है, विशेषकर वयस्क पुरुषों के लिए। इसे इंडियन जिनसेंग के नाम से भी जाना जाता है। यह शुक्राणु की गतिशीलता में इम्प्रूवमेंट करता है। यह ओलिगोस्पर्मिया (शुक्राणुओं की गिनती में वृद्धि), बुरा लैंगिक ( genital ) प्रदर्शन में भी सहायक है और बांझपन को कम करने में सहायता करता है। अश्वगंधा लैंगिक ( genital ) शक्ति और शुक्राणु उत्पत्ति में इम्प्रूवमेंट करता है।
- गोखरू फल का इस्तेमाल भिन्न-भिन्न निदानकारी स्थितियों जैसे वयस्क पुरुषों में लैंगिक ( genital ) निर्बलता, गुर्दे की शिथिलता, पेशाब की प्रॉब्लम ( problem ), डिसुरिया, ल्यूकोरिया (श्वेता प्रदर) आदि के उपचार के लिए किया जाता है। यह बॉडी ( body ) से गुर्दे की पथरी को तोड़ने और रिमूव में सहायता करता है। यह बारम्बार होनेवाला पत्थर के आयोजन को भी रोकता है। गोखरू बॉडी ( body ) में हॉर्मोन के डिस्चार्ज को भी बढ़ाता है। यह टेस्टोस्टेरोन उत्पत्ति और मांसपेशियों ( muscles ) के गठन का समर्थन ( support ) करता है।
- मुस्ली (क्लोरोफाइटम ट्यूबरोसम) एक महान टॉनिक है और पुरुष ( male ) रिप्रोडक्शन पद्धति से रिलेटेड भिन्न-भिन्न प्रॉब्लम्स जैसे कम शुक्राणुओं की गिनती, स्तंभन ( इरेक्शन ) त्रुटि, निर्बलता, शीघ्रपतन आदि को ठीक करने में मददगार है। यह उत्तेजना में इम्प्रूवमेंट करता है और लगातार सही गठन में सहायता करता है। मूसली को वियाग्रा का ऑप्शन ( option ) कहा जा सकता है।
- Mucuna pruriens पार्किंसंस बीमारी के लिए सबसे अच्छी हर्बल औषधि है, यह तनाव, चिंता ( anxiety ) को कम करती है और सहनशक्ति और कामेच्छा को बढ़ाती है, स्त्रियों में ओव्यूलेशन को नित्य करती है। यह शुक्राणुओं की गिनती बढ़ाता है और पुरुष ( male ) रिप्रोडक्शन योग्यता के लिए बहुत बढ़िया है।
Uses of Shatavaryadi Churna
यह फॉर्म्युलेशन पूरी तरह से मेडिसिनल जड़ी-बूटी पर आधारित है। इसमें शतावर और अश्वगंधा की जड़ का चूर्ण, कौंच और गोखरू के बीज और श्वेत मुसली शामिल हैं। सब के सब सामग्रियां प्रसिद्ध कामोत्तेजक और टॉनिक हैं। ये मिला हुआ और चूर्ण होते हैं। यह महीन मिला हुआ चूर्ण बहुत ही पौष्टिक होता है। यह बॉडी ( body ) का कायाकल्प करता है। वयस्क पुरुषों के लिए, यह लैंगिक ( genital ) सेहत और शुक्राणु की क्वालिटी में इम्प्रूवमेंट करता है। शतावर्यदि चूर्ण वीर्य की प्रॉब्लम ( problem ), शीघ्रपतन, लैंगिक ( genital ) अंग की निर्बलता, कम सहनशक्ति आदि को ठीक करने में सहायक है।
Dosage of Shatavaryadi Churna
1 - 2 ग्राम मधु ( honey ) के साथ दिन में एक या दो बार आहार ( food ) से पहले या बाद में या अपने डॉक्टर के निर्देशानुसार दें।
शतावर्यदि चूर्ण के दुष्प्रभाव ( side effect )
इस औषधि के कोई ज्ञात दुष्प्रभाव ( side effect ) नहीं हैं।