पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा
कारण
- पीठ ( back ) या घुटने ( knee ) में चोट
- आमवात
- संगठित चोटें
- रजोनिवृत्ति
- शिराओं का संपीड़न
- व्यवसाय उन्मुख: निरन्तर खड़े रहना या बैठना
लक्षण
- बैठने/काम करने/चलने के दौरान पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) में तेज पीड़ा
- स्थिति बदलने में मुसीबत
- पीठ ( back ) में भारीपन
- टांगों में सुन्नपन
- सोने की गलत पोजीशन
आमवात और आमवात
कारण
- पुष्टिकारक तत्वों की अभाव (कैल्शियम। विटामिन ( vitamin ) डी)
- रजोनिवृत्ति
- आयु बढ़ने
- ज्यादा भार
- आमवात का पारिवारिक हिस्ट्री
लक्षण
- जॉइंट्स के पीड़ा के साथ थकान
- जॉइंट्स की लालिमा और स्वेलिंग
- जॉइंट्स का अकड़ना
- कठिन चलना
- मांसपेशियों ( muscles ) में निर्बलता
Name | Baidyanath Vatchintamani Ras Vrihat (Swarna Moti Yukta) (25tab) |
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Brand | Baidyanath |
MRP | ₹ 3400 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), रास और सिंदूर |
Sizes | 10टैब, 25 टैब |
Prescription Required | No |
Length | 2.6 सेंटिमीटर |
Width | 2.6 सेंटिमीटर |
Height | 6.5 सेंटिमीटर |
Weight | 14 ग्राम |
Diseases | पीठ ( back ) और घुटने ( knee ) का पीड़ा, आमवात और आमवात |
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बैद्यनाथ वचिन्तमणि जूस (स्वर्ण मोती युक्ता) के बारे में
वचिन्तमणि जूस टैबलेट ( tablet ) के रूप में एक आयुर्वेदिक दवा है। इसका इस्तेमाल वात त्रुटि इम्बैलेंस ( असंतुलन ) बिमारियों जैसे पक्षाघात, अर्धांगघात, चेहरे का पक्षाघात, थरथराहट आदि के ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है।
वचिन्तामणि जूस (स्वर्ण युक्त) की मटेरियल:
- स्वर्ण भस्म - सोने की भस्म (कैल्क्स)
- रजत भस्म - सिवेर की भस्म (Calx)
- अभ्रक भस्म - अभ्रक की भस्म (calx)
- लोहा भस्म - लोहे की भस्म (कैल्क्स)
- प्रवाल भस्म - कोरल की भस्म (कैल्क्स)
- मुक्ता भस्म - मोती की भस्म (Calx)
- सुता भस्म - शुद्ध ( pure ) और संसाधित पारा और शुद्ध ( pure ) सल्फर का एक यौगिक
- कुमारी का जूस निकालने
वचिन्तामणि जूस (स्वर्ण युक्त) के इशारा
- इसका इस्तेमाल पक्षाघात, चेहरे का पक्षाघात, मनोविकृति, मिरगी ( epilepsy ) आदि के ट्रीटमेंट ( treatment ) में किया जाता है।
- यह एक उत्कृष्ट कायाकल्प और बुढ़ापा रोधी आयुर्वेदिक दवा है।
- यह पित्त विकृतियों जैसे अधकपारी, घुमेरी ( dizziness ), हाज़मा विकृतियों में भी प्रभावशाली है।
- यह भिन्न-भिन्न बिमारियों में और औषधियों के साथ उत्प्रेरक और सह नुस्खे के रूप में उपयोग किया जाता है।
बैद्यनाथ वचिन्तमणि जूस (स्वर्ण मोती युक्ता) की विशेषताएं
- इस औषधि में वजनी धातु मूल तत्व होते हैं
बैद्यनाथ वचिन्तमणि जूस (स्वर्ण मोती युक्ता) की डोज़
एक से दो टेबलेट्स ( tablets ), दिन में एक या दो बार, आहार ( food ) से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार।
इसे पारंपरिक रूप से मधु ( honey ), मुस्त कषाय के साथ दिया जाता है।
Precautions for Baidyanath Vatchintamani Ras (Swarna Moti Yukta)
- इस औषधि के साथ स्व-औषधि जोखिमभरा साबित हो सकती है, क्योंकि इसमें एकोनिटम घटक के रूप में होता है।
- इस औषधि को चिकित्सक की परामर्श के अनुरूप ( accordingly ) सटीक ( exact ) मात्रा ( quantity ) में और सीमित अवधि ( समय ) के लिए ही लें।
- ज्यादा डोज़ से संजीदा जहरीला प्रभाव ( effect ) हो सकता है।
- प्रेग्नेंसी ( pregnency ), स्तनपान ( breastfeeding ) और शिशुओं में इससे बचना सबसे बढ़िया है।
- शिशुओं की पहुंच और नजर से दूर रखें।
- सूखी ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।