Baidyanath Vidangasava (450ml)

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Baidyanath Vidangasava (450ml)

सोरायसिस और रूखी स्किन

कारण

  • फैमिली के हिस्ट्री
  • वायरल ( viral ) / बैक्टीरियल ( bacterial ) इनफ़ेक्शन
  • तनाव
  • मोटापा
  • दबा बीमारी प्रतिरोधक योग्यता
  • चिंता ( anxiety ) रिलेटिव डिसऑर्डर

लक्षण

  • स्किन के लाल धब्बे
  • खारिश
  • स्किन में दाह या पीड़ा होना
  • जॉइंट्स का पीड़ा
  • अस्थियों में अकड़न
  • किनारों से स्किन का कसाव

NameBaidyanath Vidangasava (450ml)
Other Namesविदांगरिष्ट, विदंगारिष्टम, विदांगरिस्ता
BrandBaidyanath
MRP₹ 150
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), आसव अरिष्ट और कढाई
Sizes450 मिलीलीटर ( ml )
Prescription RequiredNo
Length6.5 सेंटिमीटर
Width6.5 सेंटिमीटर
Height19 सेंटिमीटर
Weight518 ग्राम
Diseasesसोरायसिस और रूखी स्किन

विदंगावास के बारे में

विदंगासव पॉली-हर्बल आयुर्वेदिक दवा है। विदंगासव को परजीवी ( parasite ) कृमियों के ट्रीटमेंट ( treatment ) और बार-बार होने वाले इनफ़ेक्शन को रोकने के लिए इशारा दिया जाता है। विदंगा (एम्बेलिया रिब्स) को आयुर्वेद ( ayurveda ) में कृमिघ्न, कृमिहार के नाम से भी जाना जाता है। यह इस औषधि के प्रमुख घटक में से एक है। विदंगा में कृमिनाशक क्रिया होती है और यह बॉडी ( body ) से कीड़ों को बाहर निकालने में उत्कृष्ट है। यह ई.कोली और एस्कारियासिस को बाहर निकालने के लिए एक सिद्ध जड़ी बूटी है।

आसव आयुर्वेदिक पद्धति की किण्वित मेडिसिन हैं जिनमें शराब होता है। आसव मेडिसिनल जड़ी बूटियों के काढ़े / कषाय / कड़ा को गुड़ / मधु ( honey ) / शुगर और महुआ फूल, ढाई फूल या बबुल की छाल को जल में मिलाकर किण्वन से गुजरने की इजाज़त देकर तैयार किया जाता है। आसव में मात्रा ( quantity ) के हिसाब से 12% तक शराब हो सकता है।

सब के सब आसवों में हाज़मा शक्ति में इम्प्रूवमेंट करने के लिए साधारण गुण होते हैं जिसका मतलब है अच्छा हाज़मा और पुष्टिकारक तत्वों का आत्मसात करना। यह बॉडी ( body ) के समस्त सेहत में इम्प्रूवमेंट करता है। साथ ही आसव आमाशय की गैस को भी दूर करता है और मूत्र की रुकावट को भी दूर करता है

विदंगासव मटेरियल

  • विदांग
  • Granthika
  • जातीय
  • उल्लेख
  • पाठ:
  • इलावालुका
  • Dhatri
  • काढ़े के लिए जल,
  • क्षौद्रा-मधु ( honey )
  • प्रकाशक द्रव्य:
  • Dhataki
  • पत्र
  • क्या यह वहां है
  • तवाकी
  • प्रियक:
  • kanchanara
  • लोधरा
  • शुंटी
  • मारीच
  • pippali

विदंगासव इशारा

  • आंत्र के कीड़े
  • पेटदर्द
  • हाज़मा बीमारी
  • उदरीय स्वेलिंग
  • भूख में अभाव
  • स्किन की खारिश से रिलेटेड स्किन डिसऑर्डर

विदंगासव फायदा

  • परंपरागत रूप से आंतों से वात (वायु) को साफ करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
  • यह स्पेशल रूप से जीवाणु, कवक और कृमि इनफ़ेक्शन (गोल-, धागा- और टेप-) को मारता है और बचपन के कीड़ों के उपचार के लिए पर्याप्त नरम माना जाता है।
  • मरे हुए कीड़ों को बाहर निकालता है।
  • विदंगासव हाज़मा अग्नि को बहुत प्रभावशाली शैली से ताकतवर करता है और इसलिए परजीवी ( parasite ) इनफ़ेक्शन के अंतर्निहित कारण का उपचार करता है।
  • यह शूल और आमाशय फूलने को ठीक करने में सहायता करता है।
  • चूंकि यह स्किन से कफ, बलगम को साफ करता है, यह खारिश को रोकता है।
  • यह एक बढ़िया परिवर्तनकारी है और अमा विषाक्त पदार्थों के ब्लड और लसीका को साफ करता है जिससे सूजी हुई ग्रंथियां और स्किन रिलेटिव समस्याएं होती हैं।

विदंगासव डोज़

  • 12 - 24 मिली। दिन में एक या दो बार, आमतौर पर आहार ( food ) के बाद परामर्श दी जाती है।
  • यदि अनिवार्य हो, तो इसे बराबर मात्रा ( quantity ) में जल के साथ मिला हुआ किया जा सकता है।

असमानता

प्रेग्नेंसी ( pregnency ) के दौरान इस फॉर्मूलेशन से बचना चाहिए, लेकिन स्तनपान ( breastfeeding ) के दौरान औषधीय निगरानी में इसका सेवन किया जा सकता है। डायबिटीज के पेशेन्ट्स ( patient ) को भी इस औषधि को लेने से पहले चिकित्सक से परामर्श लेनी चाहिए। ज्यादा डोज़ से बचना चाहिए।

भण्डारण

कसकर बंद एम्बर कलर की बोतल में ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें, प्रकाश और नमी से बचाएं।