Name | बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) उशीरसव (450ml) |
---|---|
Brand | बुनियादी आयुर्वेद ( ayurveda ) |
MRP | ₹ 165 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), आसव अरिष्ट और कढाई |
Sizes | 450 मिलीलीटर ( ml ) |
Prescription Required | No |
Length | 0 सेंटिमीटर |
Width | 0 सेंटिमीटर |
Height | 0 सेंटिमीटर |
Weight | 0 ग्राम |
You might also like:
बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) उशीरसाव के बारे में
बेसिक आयुर्वेद ( ayurveda ) उशीरसव एक आयुर्वेदिक हेमोस्टेटिक और हल्के मूत्रवर्धक, पेशाब बढ़ाने वाला औषधि है। यह ब्लीडिंग विकृतियों और पेशाब रिलेटिव प्रॉब्लम्स के ट्रीटमेंट ( treatment ) में लाभकारी है। यह ब्लड परिसंचरण, मूत्राधिक्य और ब्लड वाहिकाओं के सेहत में इम्प्रूवमेंट करता है। इसके अतिरिक्त, यह दाह को कम करता है, जो मूत्र के दौरान हो सकता है। मूल आयुर्वेद ( ayurveda ) उशीरसव का इस्तेमाल रक्तमेह, ब्लीडिंग और मेट्रोरहागिया के ट्रीटमेंट ( treatment ) के लिए किया जाता है। इनके अतिरिक्त, इसका इस्तेमाल स्किन बिमारियों, कृमि इनफ़ेक्शन, ब्लड डिसऑर्डर, शुक्राणुशोथ, यूरीमिया और पित्त त्रुटि के बढ़ने से जुड़े भिन्न-भिन्न अंगों के शोष में भी किया जाता है। यह दवा ब्लड शोधन और सब के सब तरह के ब्लीडिंग विकृतियों (मलाशय से रक्त बहना, प्रसव के बाद बहुत ब्लीडिंग, नाक से रक्त बहना। यह औषधि प्रकृति में ठंडी है और बॉडी ( body ) के अंदर बहुत गरमी के कारण होने वाले बिमारियों में भी संकेतित है। चूंकि यह औषधि शक्ति में ठंडी है) यह अवधि ( समय ) से पहले प्रसव या गर्भपात के ख़तरा के केस में प्रेग्नेंसी ( pregnency ) में भी इशारा दिया जाता है।
इशारा
1. रक्तपित्त (नाक, कान ( ear ), नेत्र और पेशाब पथ से ब्लीडिंग)।
2. पांडु बीमारी (खून की कमी)
3. Prameha rog
4. स्किन बीमारी
5. आंतों के कीड़े
6. वजनी माहवार धर्म ब्लीडिंग
7. पाइल्स
8. आमाशय पीड़ा
9. स्त्री रिलेटिव बीमारी
10. कृमि रिलेटिव बीमारी
डोज़:
3-6 चम्मच ( spoon ) बराबर मात्रा ( quantity ) में जल के साथ आहार ( food ) के बाद दो बार या डॉक्टर के निर्देशानुसार।
एहतियात:
ट्रीटमेंट ( treatment ) देखरेख / सेहत पेशेवरों के अंतर्गत लिया जाना है।