Dabur Hingwashtak Churna (60g)

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Dabur Hingwashtak Churna (60g)

बदहजमी/अम्ल/गैस

कारण

  • खा
  • चिंता ( anxiety )
  • लगातार व्रत
  • मसालों से भरा आहार ( food ) का ज्यादा सेवन
  • पीड़ा निरोधक एंटीबायोटिक्स ( antibiotics ) अम्लता ( खट्टापन ) का कारण बन सकते हैं

लक्षण

  • ऊपरी आमाशय में आकुलता ( बेचैनी )
  • आमाशय पीड़ा और परिपूर्णता की मनोवृत्ति
  • उल्टी
  • मतली के एपिसोड
  • स्वेलिंग की अनुभूति

NameDabur Hingwashtak Churna (60g)
Other Namesहिंगवास्तक चूर्ण, मंथन तक, हिंगस्तक चूर्ण
Brandडाबर
MRP₹ 115
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), चूर्ण, अवलेहा और पाकी
Sizes60 ग्राम
Prescription RequiredNo
Length4.7 सेंटिमीटर
Width4.7 सेंटिमीटर
Height10.7 सेंटिमीटर
Weight79 ग्राम
Diseasesबदहजमी/अम्ल/गैस

डाबर हिंगवाष्टक चूर्ण के बारे में

डाबर हिंगवाष्टक चूर्ण आयुर्वेद ( ayurveda ) प्रशिक्षण में बदहजमी के ट्रीटमेंट ( treatment ) में इस्तेमाल किया जाने वाला बहुत सहायक हर्बल पाउडर मिश्रण ( mixture ) है। हिंगवाष्टक चूर्ण में प्रमुख रूप से सुरक्षित और सरलता से उपलब्ध हर्बल मसाले होते हैं।

डाबर हिंगवाष्टक चूर्ण की मटेरियल

  • त्रिकटु - काली मिर्च, लंबी मिर्च और जिंजर ( ginger )
  • Ajamoda – Ajowan
  • सैंधव लावण - काला लवण
  • श्वेता जीराका, कृष्णा जीराका - काला और श्वेत जीरा
  • हिंगु - आसा फोएटिडा
  • घी - साफ़ मक्खन

डाबर हिंगवाष्टक चूर्ण के फायदा

जठरांत्र पथ

हिंगवास्तका हाज़मा रिलेटिव खराबी के लिए एक शानदार इलाज है जिसमें नर्व घटक होता है। स्वेलिंग, आमाशय फूलना, बोरबोरीगमस, आमाशय के निम्न हिस्से में पीड़ा और कोष्ठबद्धता ( constipation ) जैसे लक्षण ( symptom ) अपान वायु के नित्य नहीं होने के लक्षण ( symptom ) हैं।

हाज़मा एनर्जी का अवतरण। और लक्षण ( symptom ) बार-बार डकार ( belching ) आना, हिचकी आना और बदहजमी हो सकते हैं। यह उन लोगों की सहायता कर सकता है जो 'नर्वस आमाशय' से ग्रस्त हैं, जो चलते-फिरते खाते हैं, और जिनका हाज़मा अनियमित ( irregular ) है। हिंग्वास्ताका आमाशय के बीच में काम कर रहे समान वायु को नियंत्रित करने में सहायता करता है और इससे अपान वायु सरलता से उतरती है। यह कैंडिडा एल्बीकैंस, एंटाअमीबा हिस्टोलिटिका और शिगेला एसपीपी जैसे रोगजनक जीवाणु को मिटाकर पुष्प इम्बैलेंस ( असंतुलन ) में भी सहायता कर सकता है। यह अमा, जिह्वा के पीछे एक गंदी परत और सांसों की दुर्गंध को दूर करने में सहायता करता है।

फेफड़े ( lungs )

वात के फ्लो को उचित करने पर इसका पॉजिटिव प्रभाव ( effect ) भिन्न-भिन्न श्वसन ( respiration ) विकृतियों में सहायता कर सकता है। फेफड़ों में श्लेष्मा को कम करके यह प्राण के स्वतंत्र रूप से बहने का रास्ता साफ करता है। इसे दमा, ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ) और सांस की कष्ट के उपचार के लिए सूत्रों में शामिल किया जा सकता है।

डाबर हिंगवाष्टक चूर्ण की डोज़

  • रोग के बुनियाद पर या डॉक्टर के निर्देशानुसार आहार ( food ) के पहले, साथ या बाद में 1 से 4 ग्राम लें।

डाबर हिंगवाष्टक चूर्ण की सतर्कता

  • कुछ पेशेन्ट्स ( patient ) में हिंगवाष्टक चूर्ण से आमाशय में दाह हो सकती है।
  • चूंकि इसमें लवण होता है, इसलिए हाई बी.पी. और गुर्दे रिलेटिव रोगों वाले लोगों को ध्यान रखना चाहिए।
  • बिना डॉक्टरी परामर्श के हिंगवाष्टक चूर्ण लेने की परामर्श नहीं दी जाती है।
  • इसे मां के स्तनपान ( breastfeeding ) के दौरान दिया जा सकता है।
  • यह शिशुओं को बहुत कम मात्रा ( quantity ) में दिया जा सकता है।