चिंता ( anxiety ) और डिप्रेशन
कारण
- ज्यादा काम और तनाव
- अपनों को खोने के कारण दुख और झटका या आघात
- लंबे अवधि ( समय ) तक पीड़ा या विगत में बीमारी
- मदिरा या बहुत सारी औषधियों का दुरुपयोग
- सेहत समस्याएं या पुराना पीड़ा
- अकेलापन या आर्थिक संकट
- बेरोजगारी और आत्मविश्वास ( self-confidence ) की नुक्सान
लक्षण
- आकुलता ( बेचैनी ) और चिड़चिड़ाहट
- सरदर्द और हाज़मा डिसऑर्डर और बिना किसी कारण के पीड़ा
- डेथ या आत्मघात के कल्पना
- कम भूख और भार घटाने
- निरन्तर निगेटिव कल्पना, बात करने की चाह न होना
- कन्फ्यूज्ड मन से निर्णय नहीं ले सकते
- उदासी की निरन्तर मनोवृत्ति
- थकान और निर्बलता
Name | देहलवी असरौल कैप्सूल (30 कैप्स) |
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Other Names | Sarpagandha |
Brand | Dehlvi |
MRP | ₹ 200 |
Category | यूनानी ट्रीटमेंट ( treatment ), औषधियां |
Sizes | 30कैप्स |
Prescription Required | No |
Length | 4 सेंटिमीटर |
Width | 4 सेंटिमीटर |
Height | 5 सेंटिमीटर |
Weight | 75 ग्राम |
Diseases | चिंता ( anxiety ) और डिप्रेशन |
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असरौल कैप्सूल के बारे में
यह सदियों से भिन्न-भिन्न मध्य नर्व तंत्र विकृतियों, दिमाग़ी और मोटर दोनों की आराम के लिए नियोजित किया गया है, जिसमें चिंता ( anxiety ) की स्थिति, अनिद्रा ( insomnia ), उत्तेजना, लैंगिक ( genital ) आक्रामकता, मनोविकृति से जुड़े उन्मत्त आचरण, हाइपोकॉन्ड्रियासिस, उदासी, सिजोफ्रेनिया ( schizophrenia ), पागलपन, अनिद्रा ( insomnia ) और मिरगी ( epilepsy ) शामिल हैं। करीब-करीब 4000 बरसों से इंडियन चिकित्सा। इसमें रेसेरपाइन एल्कलॉइड होता है जिसका इस्तेमाल हल्के, अनिवार्य हाई ब्लड प्रेशर के लिए किया जाता है
असरौल कैप्सूल के इशारा
चिंता ( anxiety ), मिरगी, उत्तेजना, हाई ब्लड प्रेशर, हाइपोकॉन्ड्रियासिस, हिस्टीरिया, पागलपन, अनिद्रा ( insomnia ), उदासी, नर्व रिलेटिव कमजोरी, लैंगिक ( genital ) आक्रामकता और सिज़ोफ्रेनिया।
असरौल कैप्सूल की मटेरियल
- राउवोल्फिया सर्पेन्टिना एक्सट्रैक्ट
- राउवोल्फिया सर्पेन्टिना पाउडर
असरौल कैप्सूल की डोज़
1 कैप्सूल रात्रि को खाने के बाद जल के साथ लें। अनेक सप्ताहों की इजाज़त दें।
असरौल कैप्सूल की सतर्कता
- शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
- औषधि की ज्यादा डोज़ न लें।
- स्व-औषधि की सिफारिश नहीं की जाती है।
- सूखी और ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।
- हर इस्तेमाल के बाद औषधि की टोपी को कसकर बंद कर दें।
- औषधि को मूल पैकेज और पात्र ( container ) में रखें।