Dehlvi Itrifal Shahtara (125g)

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Dehlvi Itrifal Shahtara (125g)

सोरायसिस और रूखी स्किन

कारण

  • फैमिली के हिस्ट्री
  • वायरल ( viral ) / बैक्टीरियल ( bacterial ) इनफ़ेक्शन
  • तनाव
  • मोटापा
  • दबा बीमारी प्रतिरोधक योग्यता
  • चिंता ( anxiety ) रिलेटिव डिसऑर्डर

लक्षण

  • स्किन के लाल धब्बे
  • खारिश
  • स्किन में दाह या पीड़ा होना
  • जॉइंट्स का पीड़ा
  • अस्थियों में अकड़न
  • किनारों से स्किन का कसाव

मुंहासे और फुंसियां

कारण

  • यौवन/किशोरावस्था के दौरान हार्मोनल ( hormonal ) परिवर्तन
  • ऑयली स्किन या चेहरे पर सीबम का ज्यादा डिस्चार्ज होना
  • बहुत भावनात्मक तनाव
  • प्रदूषण के कांटेक्ट में
  • माहवार धर्म के दौरान हर माह
  • उष्ण और आर्द्र जलवायु
  • मुहांसों को निचोड़ना

लक्षण

  • चेहरे पर मुंहासे, गाल, गर्दन ( neck ), शोल्डर, पीठ ( back ),
  • स्किन बीमारी जिसके फलतः व्हाइटहेड्स, ब्लैकहेड्स, पिंपल्स, सिस्ट नोड्यूल्स
  • पीड़ा और मवाद के साथ लाल अल्सर
  • ऑयली और ऑयली स्किन

Nameदेहलवी इट्रिफ़ल शाहतारा (125 ग्राम)
BrandDehlvi
MRP₹ 85
Categoryयूनानी ट्रीटमेंट ( treatment ), खमीरा और इट्रीफाली
Sizes125g, 250 ग्राम
Prescription RequiredNo
Length0 सेंटिमीटर
Width0 सेंटिमीटर
Height0 सेंटिमीटर
Weight0 ग्राम
Diseasesसोरायसिस और रूखी स्किन, मुंहासे और फुंसियां

इट्रिफ़ल शाहतरा के बारे में

यह ब्लड शोधक के रूप में काम करता है। यह सब के सब तरह की खारिश और उपदंश का उपचार करने में सहायता करता है।

इट्रीफल शाहत्रा के इस्तेमाल और प्रभावशीलता ( effectiveness )

इट्रीफल शाहतरा एक बढ़िया ब्लड शोधक है। यह ब्लड की अशुद्धता, नेत्रों की लालिमा, दाह जैसी शिकायतों के कारण उत्पन्न होने वाले बिमारियों में सहायक है। पित्ती और स्किन बिमारियों में लाभकारी। हल्के रेचक के रूप में काम करें

इट्रीफल शाहतरा की मटेरियल

  • Shahtara
  • हलेला जरदो के बाद
  • हलेला काबुलिक के बाद
  • पोस्ट बलेला
  • बर्ग सना माकिक
  • अमला
  • Gule Surkh
  • मवीज़ मुनक्का

इट्रिफ़ल शाहत्र की डोज़

5-10 ग्राम प्रातः या रात्रि में जल या अर्क चुबचिनी के साथ लेना चाहिए

इट्रीफल शाहतरा की सतर्कता

  • शिशुओं की पहुंच से दूर रखें।
  • औषधि की ज्यादा डोज़ न लें।
  • स्व-औषधि की सिफारिश नहीं की जाती है।
  • सूखी और ठंडी जगह पर स्टोर ( store ) करें।
  • हर इस्तेमाल के बाद औषधि की टोपी को कसकर बंद कर दें।
  • औषधि को मूल पैकेज और पात्र ( container ) में रखें।