Vyas Belgiri Churna (100g)

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Vyas Belgiri Churna (100g)
NameVyas Belgiri Churna (100g)
Brandव्यास
MRP₹ 90
Categoryआयुर्वेद ( ayurveda ), चूर्ण, अवलेहा और पाकी
Sizes100 ग्राम
Prescription RequiredNo
Length7 सेंटिमीटर
Width7 सेंटिमीटर
Height7.5 सेंटिमीटर
Weight130 ग्राम

बेलगिरी चूर्ण के बारे में

बेलगिरी चूर्ण पाउडर के रूप में आयुर्वेदिक दवा है। यह सिद्ध योग संग्रह से संदर्भित एक शास्त्रीय आयुर्वेदिक सूत्रीकरण है और डायरिया और पेचिश के ट्रीटमेंट ( treatment ) में इशारा दिया गया है।

बिलवड़ी चूर्ण में बिल्व/बेल गिरी, भांग, सोंठ पाउडर, मोचरा, ढाई के फूल, धनिया के बीज और सौंफ के बीज होते हैं। इसमें परिवर्तनकारी, कसैले, अमीबासाइड, जीवाणुरोधी, एंटीसेप्टिक, हाज़मा और आमाशय की क्रिया है।

इस औषधि का प्रमुख घटक बेल फल (बंगाल क्विंस) का कच्चा फल का गूदा है। आयुर्वेद ( ayurveda ) में बिल्व का इस्तेमाल प्रवाहिका (पेचिश), अतिसार (डायरिया), स्प्रू, गैस्ट्रिक ( gastric ) समस्या, आंतों के परजीवी ( parasite ) आदि के लिए किया जाता है। कच्चा बेल पाउडर आंतों के परजीवी ( parasite ), एंटामोइबा हिस्टोलिटिका और एस्केरिस लुम्ब्रिकोइड्स पर जरूरी प्रभाव ( effect ) डालता है।

इस औषधि का एक और जरूरी घटक भांग (इंडियन भांग) है। आयुर्वेद ( ayurveda ) में भांग का उपयोग अनेक तरह की रोगों के उपचार में किया जाता है। पौधे में कड़वा, कसैला, टॉनिक, आमाशय भरने वाला, एनाल्जेसिक और गर्भपात करने वाले गुण होते हैं। छोटी डोज़ में इसे आमाशय के विकृतियों, पेचिश, डायरिया और पीड़ा के उपचार के लिए दिया जाता है।

सौंफ या सौंफ फोनीकुलम वल्गारे पौधे के सूखे बीज होते हैं। इनका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर मसाले के रूप में किया जाता है। ट्रीटमेंट ( treatment ) में उनका इस्तेमाल और वस्तुओं के सुगंधित मददगार के रूप में किया जाता है। सौंफ पीड़ा, हाज़मा की निर्बलता, डायरिया और पाईल्स ( बवासीर ) में इशारा देती है।

बेलगिरी चूर्ण की मटेरियल

बेलगिरी चूर्ण

बेलगिरी चूर्ण द्वारा दिए जाने वाले फायदा

  • बेलगिरी चूर्ण अतिसार, पेचिश या स्प्रू सिंड्रोम ( syndrome ) के ट्रीटमेंट ( treatment ) और बचाव के लिए बहुत अच्छी दवा है। यह इन प्रॉब्लम्स से जुड़े इशारों और लक्षणों से आराम दिलाने में सहायता करता है। यह निश्चित रूप से करता है कि बॉडी ( body ) इन हाज़मा प्रॉब्लम्स से हाइड्रेटेड और अच्छी तरह से सुरक्षित रहता है।
  • बेलगिरी चूर्ण बॉडी ( body ) से विषाक्त पदार्थों और अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने में सहायता करता है। यह बदले में हाज़मा तंत्र के साधारण कार्य को निश्चित रूप से करता है। साथ ही यह भिन्न-भिन्न सेहत प्रॉब्लम्स की बचाव में सहायता करता है जो वरना बॉडी ( body ) में अपशिष्ट पदार्थों या विषाक्त पदार्थों की मौजूदगी के कारण होती हैं।
  • बेलगिरी चूर्ण ब्लड शुगर को भी संयम में रखने में सहायता करता है। यह पेनक्रियाज की उत्तेजना द्वारा इंसुलिन ( insulin ) स्रावित करने के लिए किया जाता है।
  • बेलगिरी चूर्ण एक शक्तिशाली एनाल्जेसिक है और इसलिए बॉडी ( body ) में भिन्न-भिन्न तरह के पीड़ा या पीड़ा से आराम देता है।
  • बेलगिरी चूर्ण हृदय और दिमाग के लिए भी बढ़िया होता है। यह बॉडी ( body ) के इन दो जरूरी अंगों को किसी भी नुक़सान या डिसऑर्डर से आहार-पोषण और सुरक्षा प्रोवाइड करता है।
  • बेलगिरी चूर्ण सांप के जहर के विरुद्ध सबसे बढ़िया एंटीडोट्स में से एक है। यह बॉडी ( body ) में जहर के प्रभाव ( effect ) को निष्क्रिय ( inactive ) करने में सहायता करता है और आदमी के जीवन को बचाता है।
  • बेलगिरी चूर्ण जख्मों या चोटों के ट्रीटमेंट ( treatment ) की प्रोसेस को तेज करता है।
  • बेलगिरी चूर्ण जिगर ( liver ) के लिए बढ़िया होने के साथ-साथ हेपेटाइटिस का भी बहुत बढ़िया उपचार करता है।
  • नेत्रों से रिलेटेड विकृतियों या कंजंक्टिवाइटिस जैसे बिमारियों के ट्रीटमेंट ( treatment ) में भी बेलगिरी चूर्ण मददगार होता है।
  • बेलगिरी चूर्ण पुराने ( chronic ) राइनाइटिस से दुःखित लोगों के लिए बढ़िया है।

बेलगिरी चूर्ण की डोज़

  • 1 - 2 चम्मच ( spoon ) दिन में तीन बार शीतल जल के साथ अवश्य सेवन करें
  • इसका सेवन अनार के जूस के साथ भी कर सकते हैं।