Name | Vyas Shatavari Churna (100g) |
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Brand | व्यास |
MRP | ₹ 145 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), चूर्ण, अवलेहा और पाकी |
Sizes | 100 ग्राम |
Prescription Required | No |
Length | 7 सेंटिमीटर |
Width | 7 सेंटिमीटर |
Height | 7.5 सेंटिमीटर |
Weight | 130 ग्राम |
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About Shatavari Churna
शतावरी, या शतावरी रेसमोसस, आयुर्वेद ( ayurveda ) में सदियों से रिप्रोडक्शन पद्धति का समर्थन ( support ) करने के लिए, स्पेशल रूप से स्त्रियों के लिए, और हाज़मा तंत्र के समर्थन ( support ) के रूप में, स्पेशल रूप से अलावा पित्त के स्थितियों में इस्तेमाल किया जाता रहा है। यह समर्थन ( support ) न केवल युवा स्त्री के लिए है, बल्कि स्त्रियों के लिए उनके मध्य और बड़े बरसों में, उन्हें रजोनिवृत्ति के साथ जीवन के नेचुरल पड़ावों के साधन से इनायत से इनफ़ेक्शन में सहायता करने के लिए।
Ingredients of Shatavari Churna
- सरसापोजेनिन
- Shatavarin
- शतावरी
- टायरोसिन
- flavonoids
- विटामिन ( vitamin )
- एंटी ऑक्सीडेंट
- फोलिक एसिड
Benefits of Shatavari Churna
- यह उन परिस्थितियों में बहुत सहायक है जहां कम एस्ट्रोजन जैसे लक्षण ( symptom ) जैसे उल्टी, आमाशय में मरोड़, प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम ( syndrome ) में मिजाज, उष्ण चमक, रजोनिवृत्ति के दौरान वजाइना का सूखापन।
- यह गर्भाशय को भी साफ करता है, गर्भाशय को ताकतवर करता है जिससे यह निषेचन के लिए तैयार हो जाता है। संसेचन के दौरान और भ्रूण के उन्नति के दौरान गर्भाशय का सेहत जरूरी है।
- यह कामेच्छा को बढ़ाने में सहायता करता है जिससे रिप्रोडक्शन योग्यता बढ़ती है।
- यह प्रदर, मेट्रोरहागिया, घुमेरी ( dizziness ) आना, थकान में सहायता करता है।
- यह पेशाब के फ्लो को बढ़ाने में भी सहायता करता है और मूत्र में दाह या मूत्र में मुसीबत, पेशाब पथ की स्वेलिंग को रोकता है।
- यह हेपेटोप्रोटेक्टिव है इस तरह जॉन्डिस में लक्षणों को कम करता है और लीवर ( liver ) को भी ताकतवर करता है।
- यह घटे हुए एस्ट्रोजन को साधारण करके हॉर्मोन को बैलेंस्ड करता है।
- यह शुक्र धातु को बढ़ाने के लिए भी बढ़िया है और इस तरह वयस्क पुरुषों में रिप्रोडक्शन योग्यता को बढ़ाता है और शुक्राणुशोथ में भी सहायता करता है।
- यह स्तनपान ( breastfeeding ) के दौरान स्पेशल रूप से मददगार होता है और ब्रेस्ट के मिल्क को बढ़ाता है।
- यह याददाश्त में इम्प्रूवमेंट करता है और नेत्रों में दाह को कम करने में सहायता करता है।
- यह नाराज़गी, जठरशोथ, बदहजमी, डायरिया और चिड़चिड़ा आंत सिंड्रोम ( syndrome ) के लिए भी बढ़िया है।
- इसका इस्तेमाल गर्भपात के बाद गर्भाशय को ताकतवर करने और गर्भपात को रोकने के लिए भी किया जा सकता है।
- यह क्रमाकुंचन आंदोलनों में इम्प्रूवमेंट करने में सहायता करता है जिससे कोष्ठबद्धता ( constipation ) को रोका जा सकता है।
- यह तंत्रिकाओं को आहार-पोषण देता है और बुद्धि के साथ ब्रेन के काम में भी सहायता करता है।
- यह कंठनली की स्वेलिंग के साथ बढ़े हुए पित्त त्रुटि के साथ ब्रोंकाइटिस ( श्वसनीशोथ ) में सहायता करता है।
- यह साधक पित्त पर काम करता है जिससे हार्टबीट कम हो जाती है और कार्डियोटोनिक के रूप में भी काम करता है।
- यह ओजस को बढ़ाता है जो सात धातुओं का सार है। यह कमजोरी को कम करने में सहायता करता है और बॉडी ( body ) की प्रतिरोधक योग्यता को बढ़ाता है।
- हिस्टेरेक्टॉमी के बाद हॉर्मोन को बैलेंस्ड करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है
शतावरी चूर्ण की डोज़
आहार ( food ) के बाद दिन में दो बार एक से दो चम्मच ( spoon ) मिल्क, मधु ( honey ) या उष्ण जल के साथ ले सकते हैं। इसे लेने की अवधि स्थिति पर निर्भर करेगी। लक्षणों में अच्छा इम्प्रूवमेंट के लिए इसे कम से कम 3-6 माह तक लिया जा सकता है।
शतावरी साइड इफेक्ट
इस सातावरी चूर्णम का इस्तेमाल करने में कोई ज्ञात दुष्प्रभाव ( side effect ) नहीं हैं।
इसका इस्तेमाल प्रेग्नेंसी ( pregnency ) के दौरान किया जा सकता है और स्तनपान ( breastfeeding ) करते अवधि ( समय ) इसे 3 माह तक लिया जा सकता है और फिर जारी रखने के लिए चिकित्सक के साथ समीक्षा की जा सकती है।