Name | Vyas Belpatra Churna (100g) |
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Brand | व्यास |
MRP | ₹ 80 |
Category | आयुर्वेद ( ayurveda ), चूर्ण, अवलेहा और पाकी |
Sizes | 100 ग्राम |
Prescription Required | No |
Length | 7 सेंटिमीटर |
Width | 7 सेंटिमीटर |
Height | 7.5 सेंटिमीटर |
Weight | 130 ग्राम |
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Belpatra Churna . के बारे में
बेलपत्र को बिलवा या सिरीफल के नाम से भी जाना जाता है। दिया गया वैज्ञानिक नाम एगल मार्मेलोस है। यह एक पेड़ है, जो करीब-करीब 8 मीटर लंबा है। यह आमतौर पर भारत के जंगलों में पाया जाता है। यह अपने मेडिसिनल और आहार-पोषण गुणों के लिए बेहद लोकप्रिय है। यह एक ऐसा फल है, जिसमें ढेर सारे गुण होते हैं। पेड़ एक साल में करीब-करीब 1000 फल पैदा करता है। इसे बंगाल क्विंस के नाम से भी जाना जाता है। यह जो फल देता है वह बहुत लाभदायक होता है और इसमें बहुत सारे पुष्टिकारक मूल तत्व होते हैं।
Ingredients of Belpatra Churna
बेलपत्र चूर्ण पत्तियां (एगल मार्मलियोस) (पाउडर रूप)
बेलपत्र चूर्ण के फायदा
आईबीडी, आईबीएस और आंत आंदोलन का उपचार करता है
पके फल बेलपत्र चूर्ण में रेचक गुण होते हैं। यह प्रयाप्त हद तक कोष्ठबद्धता ( constipation ) का उपचार करने में सहायता करता है। और, कच्चा फल पेचिश, डायरिया और और जठरांत्र रिलेटिव विकृतियों के उपचार में बेहद प्रभावशाली है। यह आंतों की चाल को रोकता है और स्वेलिंग आंत डिसऑर्डर और आईबीएस के उपचार में बहुत कुशल है। फल में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-डायरियल गुण होते हैं। यह इनफ़ेक्शन को जड़ से ठीक करने में सहायता करता है। यह व्यक्तियों के बॉडी ( body ) के भीतर सहज पाखाना त्याग निश्चित रूप से करता है।
पेप्टिक अल्सर ( ulcer ) को ठीक करता है
बेलपत्र चूर्ण के पत्तों का अर्क पेप्टिक अल्सर ( ulcer ) के लिए एक प्रभावशाली खाद्य ट्रीटमेंट ( treatment ) माना जाता है। पत्तियों को रात्रि भर जल में भिगो दें, बाद में छान लें और प्रातः पी लें। इस घरेलू इलाज को कुछ हफ़्तों तक करने से पीड़ा और आकुलता ( बेचैनी ) दूर हो जाती है। इसकी पत्तियां टैनिन से ज्यादा होती हैं जो बुरा स्वेलिंग को दूर करने में सहायता करती हैं और अल्सर ( ulcer ) को प्रभावशाली शैली से ठीक करने में भी सहायता करती हैं।
माइक्रोबियल इनफ़ेक्शन से लड़ता है
एगल मार्मेलोस में एंटी-बैक्टीरियल ( bacterial ) गुण होते हैं। यह स्टैफिलोकोकस ऑरियस, क्लेबसिएला निमोनिया ( pneumonia ), ई. कोलाई, बैसिलस सबटिलिस, साल्मोनेला और और बैक्टीरिया इनफ़ेक्शन के विरुद्ध आराम प्रोवाइड करता है। बेलपत्र चूर्ण का तेल खाद्य परिरक्षक के रूप में काम करता है। इसमें एंटी-फंगल ( fungal ), एंटी-वायरल ( viral ) गुण होते हैं। यह माइक्रोबियल उन्नति को रोकता है और संग्रहीत आहार ( food ) की दीर्घायु को बढ़ाता है। यह खाद्य मटेरियल को प्रभावशाली शैली से संग्रहीत करने का एक नेचुरल प्रणाली भी प्रोवाइड करता है। यह 21 तरह के जीवाणु से लड़ सकता है। यह बॉडी ( body ) को रोटावायरस, जिआर्डिया से मुक्ति पाने में सहायता करता है और गैस्ट्रो ( gastro ) आंत पथ और आंत्र में जीवाणु के आक्रमण को रोकता है।
डायबिटीज का उपचार करता है
बेलपत्र चूर्ण की पत्तियां डायबिटीज एन्टी प्रकृति की होती हैं। यह मधुमेह पॉल्यूरिया को नियंत्रित करने में सहायता करता है। बेलपत्र चूर्ण के पेड़ की पत्तियों से निकाला गया जूस भी डायबिटीज एन्टी औषधि के रूप में काम करता है। यह पेनक्रियाज से ज्यादा मात्रा ( quantity ) में इंसुलिन ( insulin ) का उत्पत्ति करता है, जो डायबिटीज के लक्षणों को कम करता है। यह पेनक्रियाज की कोशिकाओं को भी जरूरी रूप से पुन: उत्पन्न करता है। यह पेनक्रियाज की बीटा कोशिकाओं के कार्य में इम्प्रूवमेंट करता है। पत्तियों में हाइपोग्लाइसेमिक गुण होता है, जो डायबिटीज से लड़ने के लिए अद्भुत काम करता है। यह बहुत मूत्र को कम करता है और ब्लड फ्लो में ग्लूकोज के स्तर पर संयम रखता है।
स्किन के कर्कट ( cancer ) से लड़ता है
इसमें स्किन कर्कट ( cancer ) और और स्किन रिलेटिव विकृतियों के उपचार की योग्यता है। यह केमिकल ( chemical ), ट्यूमर की घटना, ट्यूमर के बोझ और बहुत सारे पेपिलोमा से प्रेरित स्किन के पेपिलोमा को कम करता है।
हार्ट विकृतियों के लिए ट्रीटमेंट ( treatment ) प्रोवाइड करता है
यह हार्ट, हार्ट की मांसपेशियों ( muscles ) और बॉडी ( body ) के और कार्डियो-वैस्कुलर सिस्टम के कार्य को नियंत्रित करने में सहायता करता है। यह घबराहट या बेचैनी, घबराहट या बेचैनी और चिंता ( anxiety ) को प्रयाप्त हद तक दूर करता है।
इनफ़ेक्शन से मुक्ति पाने में सहायता करता है
यह आंत इनफ़ेक्शन या थ्रश के ट्रीटमेंट ( treatment ) में प्रभावशाली है। यह पूरे बॉडी ( body ) में सूक्ष्मजीवों ( microorganism ) के फैलाव पर एक अवरुद्ध क्रिया भी करता है। यह आंत्र की अंदरूनी परत को ठीक करने में सहायता करता है और इसमें इनफ़ेक्शन रोधी गुण होते हैं। यह अल्सरेटिव कोलाइटिस और स्वेलिंग आंत विकृतियों की क्रोनिक परिस्थितियों से आराम प्रोवाइड करता है।
बेलपत्र चूर्ण के उपयोग के लिए सूचना
2 से 3 ग्राम चूर्ण दिन में दो बार या डॉक्टर के परामर्शानुसार लें।