Name | जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) जत्यादि तेल (20 मिली) |
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Brand | जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) |
MRP | ₹ 33 |
Category | बालों ( hair ) की देखरेख, बालों ( hair ) के तेल और क्रीम, सौंदर्य और निजी देखरेख |
Sizes | 20 मिलीलीटर ( ml ), 60 मिली |
Prescription Required | No |
Length | 2.8 सेंटिमीटर |
Width | 2.8 सेंटिमीटर |
Height | 6.4 सेंटिमीटर |
Weight | 25 ग्राम |
Ingredient Base | आयुर्वेदिक |
Form | तेल |
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जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) जत्यादि तेल के बारे में
जत्यादि तेल में ट्रीटमेंट ( treatment ) की उत्कृष्ट योग्यता होती है। इस तेल को लगाने से बहुसंख्यक तरह के ज़ख्म और ज़ख्म भर जाते हैं और उनमें से रक्त बहना भी बंद हो जाता है। इस तेल के सब के सब मूल तत्व ब्लड को शुद्ध ( pure ) करने, जख्मों को कीटाणुरहित करने और टिशू में ट्रीटमेंट ( treatment ) प्रोसेस शुरू करने में मदद करते हैं। कीड़े के काटने से होने वाले ज़ख्म भी इस तेल पर अच्छी रिएक्शन देते हैं। इसी तरह गुदा भगंदर और रक्तस्रावी पाईल्स ( बवासीर ) का जत्यादि तेल से सफलतापूर्वक ट्रीटमेंट ( treatment ) किया जा सकता है। बहुत गर्भाशय ब्लीडिंग को रोकने के लिए इस तेल में भिगोकर एक कपास की गेंद को वजाइना में रखा जाता है। जत्यादि तेल का इस्तेमाल फंगल इन्फेक्शन के इनफ़ेक्शन और आग से जलने में बाहरी इस्तेमाल के लिए भी किया जाता है। जत्यादि का तेल लगाने से मुँह के ज़ख्म भी शीघ्र ठीक हो जाते हैं।
जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) जत्यादि तेल के फायदा
- जख्मों और चोटों को ठीक करने में उत्कृष्ट
- ब्लीडिंग को नियंत्रित करता है
- इनफ़ेक्शन को रोकता है
- पीड़ा से आराम मिलना
जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) जत्यादि तेल की मटेरियल
- Haridra - Curcuma longa
- नीम - आज़ादीराछा इंडिका
- पटोल - ट्राइकोसैंथेस डायोइका
- Karanj - Pongamia glabra
- यष्टिमधु - ग्लाइसीराइजा ग्लोब्रा
- मंजिष्ठा - रुबिया कॉर्डिफोलिया
- अनंत - हेमीडेसमस इंडिकस
जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) जत्यादि तेल का इस्तेमाल कैसे करें
- प्रभावित प्रदेश में धीरे से लगाएं।
जीवा आयुर्वेद ( ayurveda ) जत्यादि तेल की सतर्कता
- ठण्डे एवं सूखी जगह पर भंडारित करें।